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Union Government, Extraordinary, 2018-01-05, Part I-Section 1, Ref. No 14 37 2016 DGAD PDF

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jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx I—[k.M 1 PART I—Section 1 izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 10] ubZ fnYyh] 'kqØokj] tuojh 5] 2018@ikS"k 15] 1939 No. 10] NEW DELHI, FRIDAY, JANUARY 5, 2018/PAUSHA 15, 1939 ववववााााििििणणणण(cid:5)(cid:5)(cid:5)(cid:5)यययय औऔऔऔरररर उउउउ(cid:8)(cid:8)(cid:8)(cid:8)ोोोोगगगग मममम(cid:13)(cid:13)ंं(cid:13)(cid:13)ंं ााााललललयययय ((((ववववााााििििणणणण(cid:5)(cid:5)(cid:5)(cid:5)यययय ििििववववभभभभाााागगगग)))) ((((पपपपााााटटटटननननररररोोोोधधधधीीीी एएएएवववव ंं ंंससससंबंबंबंब(cid:10)(cid:10)(cid:10)(cid:10) शशशश(cid:13)(cid:13)ुु(cid:13)(cid:13)ुु कककक ममममहहहहााााििििननननददददेशेशेशेशााााललललयययय)))) अअअअििििधधधधससससचचूूचचूू ननननाााा नई (cid:4)द(cid:6)ल ी, 4 जनवरी, 2018 अअअअििंंििंं ततततमममम जजजजााााचचंंचचंं पपपप(cid:21)(cid:21)(cid:21)(cid:21)ररररणणणणाााामममम ििििववववषषषषयययय:::: चीन जनवादी गणरा(cid:16)य और जापान के मलू के अथवा वहां से िनया(cid:19)ितत “रेसोरिसनोल” के आयात(cid:22) स े संबंिधत पाटनरोधी जांच। सससस..ंं..ंं 11114444////33337777////2222000011116666 डडडडीीीीजजजजीीीीएएएएडडडडीीीी....————1. मेसज(cid:19) अतलु िलिमटेड (िजसे आगे आवेदक कहा गया ह)ै न े समय-समय पर यथासंशोिधत सीमाशु(cid:6)क टै$रफ अिधिनयम, 1975 (िजसे आगे अिधिनयम भी कहा गया ह)ै और समय-समय पर यथा संशोिधत सीमाशु(cid:6)क टै$रफ (पा$टत व’त(ु क) पहचान, उन पर पाटन-रोधी शु(cid:6)क का आकलन और स+ं हण तथा ,ित िनधा(cid:19)रण) िनयमावली, 1995 (िजसे आगे िनयमावली भी कहा गया ह)ै के अनुसार िन.द/ 0ािधकारी (िज1ह 2 आगे 0ािधकारी भी कहा गया ह)ै के सम, चीन जनवादी गणरा(cid:16) य और जापान (िज1ह 2आग े संब5 दशे भी कहा गया ह)ै के मूल के अथवा वहां से िनया(cid:19)ितत रेसोरिसनोल (िजसे आग े संब5 व’त ु भी कहा गया ह)ै के आयात(cid:22) से संबंिधत पाटन-रोधी जांच क) शु7आत करन े और पाटन-रोधी श(cid:6)ु क लगाने के िलए एक आवेदन 0’त ुत (cid:4)कया ह।ै 2. यत: 0ािधकारी न े आवेदक ;ारा 0’ तुत 0थम द>ृ ट या सा?य के आधार पर भारत के राजप@ असाधारण म2 0कािशत (cid:4)दनांक 13 अA टूबर, 2016 क) अिधसूचना संC या 14/37/2016-डीजीएडी ;ारा अिधसूचना जारी क), िजसम2 पाटन-रोधी िनयमावली के उप िनयम 5 के अनुसार पाटन-रोधी जांच क) शु7आत क) गई, ता(cid:4)क चीन जनवादी गणरा(cid:16)य और जापान के मूल क) अथवा वहां से िनया(cid:19)ितत संब5 व’ तु( के किथत पाटन क) मौजूदगी, उसक) मा@ा और 0भाव का िनधा(cid:19)रण (cid:4)कया जा सके और पाटन-रोधी शु(cid:6) क क) ऐसी रािश क) िसफा$रश क) जा सके िजसे य(cid:4)द लगाया जाए तो वह घरेलू उHोग को Iई ,ित को समाJ त करने के िलय े पया(cid:19)J त होगी। क. 0(cid:4)Kया 3. संब5 जांच के संबंध म2 0ािधकारी ;ारा नीचे वLणत 0(cid:4)Kया का पालन (cid:4)कया गया ह:ै- 97 GI/2018 (1) 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] (1) 0ािधकारी को उपरोA त िनयमावली के अंतग(cid:19)त आवेदक स े एक िलिखत आवेदन-प@ 0ाJत Iआ ह,ै िजसम2 चीन जनवादी गणरा(cid:16)य और जापान के मूल क) अथवा वहां से िनया(cid:19)ितत रेसोरिसनोल का पाटन होने का आरोप लगाया गया ह।ै (2) 0ािधकारी न े उपरोA त िनयमावली के िनयम 5 के उप-िनयम (5) के अनुसार जांच श7ु करने क) कार(cid:19)वाई करन े स े पहले भारत म 2 संब5 देश(cid:22) के दतू ावास(cid:22) को पाटन-रोधी आवेदन-प@ 0ाJत होने के बारे म 2 अिधसूिचत (cid:4)कया ह।ै (3) 0ािधकारी ने संब5 व’ त ु के आयात(cid:22) से संबंिधत पाटन-रोधी जांच क) शु7आत करत े Iए भारत के राजप@ असाधारण म 2 (cid:4)दनांक 13 अA टूबर, 2016 को 0कािशत एक साव(cid:19)जिनक सूचना जारी क) ह।ै (4) 0ािधकारी ने िनयमावली के िनयम 6 (2) के अनुसार भारत म 2संब5 दशे (cid:22) के दतू ावास(cid:22) को जांच शु7 करने के बारे म 2 इस अनरु ोध के साथ सूिचत कर (cid:4)दया था (cid:4)क वह संब5 देश(cid:22) स े िनया(cid:19)तक(cid:22)/उTप ादक(cid:22) को यह सलाह द 2 (cid:4)क वे िनधा(cid:19)$रत समय के भीतर 0U नावली के अपने उT तर 0’त ुत कर द2। (5) 0ािधकारी ने पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 6 (3) के अनुसार भारत म 2 संब5 देश(cid:22) के Vात िनया(cid:19)तक(cid:22) और दतू ावास(cid:22) को आवेदन-प@ क) अगोपनीय वृता1त क) एक 0ित 0दान क) ह।ै (6) 0ािधकारी ने िनयमावली के िनयम 6 (4) के अनुसार संब5 दशे (cid:22) म2 िनXन िलिखत Vात िनयात(cid:19) क(cid:22)/उTप ादक(cid:22) से संब5 सूचना 0ाJ त करने के िलए िनया(cid:19)तक क) 0Uन ाविलया ं भेजी थY:- (1) मेसज(cid:19) शंघाई अमीनो-केम टीएम कंपनी िलिमटेड (2) मेसज(cid:19) सुिमटोमो केिमकल कंपनी िलिमटेड (7) उपरोA त अिधसूचना के उT तर म2 िनX निलिखत िनया(cid:19)तक(cid:22) और उTप ादक(cid:22) ने िनया(cid:19)तक क) 0Uन ावली के उTत र 0’त तु (cid:4)कए ह:[- (1) मेसज (cid:19) सुिमटोमो केिमकल कंपनी िलिमटेड, जापान (2) मेसज (cid:19) ई’ ट वे’ ट काप\रेशन, जापान (3) मेसज (cid:19) सुमीकट केमटेA स कंपनी िलिमटेड, जापान (4) मेसज (cid:19) बी. आर. केिमक(cid:6) स, जापान (5) मेसज (cid:19) ईनाबाटा एंड कंपनी िलिमटेड, जापान (6) मेसज (cid:19) झेिझयांग ह(cid:22)गशग2 , चीन जनवादी गणरा(cid:16)य (7) मेसज (cid:19) अमीनो कैम (एचके) कंपनी िलिमटेड, हॉगकॉग (8) बाजार अथ(cid:19)‘ यव’थ ा िन7पण (एमईटी) क) 0Uन ावली चीन जनवादी गणरा(cid:16)य म2 Vात उTप ादक(cid:22)/िनया(cid:19)तक(cid:22) और भारत म2 चीन जनवादी गणरा(cid:16) य के दतू ावास को इस अनुरोध के साथ भेजी गई थी (cid:4)क वे 0ािधकारी को संब5 सूचना िनधा(cid:19)$रत समय-सीमा के भीतर 0दान कर द2। ले(cid:4)कन (cid:4)कसी भी 0ितवादी िनया(cid:19)तक ने एमईटी का दावा नहY (cid:4)कया ह।ै (9) 0ािधकारी न े िनयमावली के िनयम 6 (4) के अनुसार आवUय क सूचना मंगान े के िलए भारत म 2 संब5 व’त ु( के िनX निलिखत Vात आयातक(cid:22)/0योA ता( को आयातक क) 0Uन ाविलयां भेजी थY:- (1) मेसज(cid:19) aल ेक रोज इंड’ bीज िलिमटेड, मुंबई (2) मेसज (cid:19) भीजराज काJ मलेकस, मुंबई (3) मेसज (cid:19) शीतल केिमक(cid:6) स , हदै राबाद (4) मेसज (cid:19) cसह J लाि’टसाईजस(cid:19) एंड रेिस1स (आई) 0ाईवेट िलिमटेड, नई (cid:4)द(cid:6)ली (5) मेसज (cid:19) टेA नो वा’ केम, कोलकाता (6) मेसज (cid:19) राजशा केिमक(cid:6) स 0ाईवेट िलिमटेड, वडोदरा (7) मेसज (cid:19) एिशया$टक कलर केम इंड’b ीज िलिमटेड, अहमदाबाद ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3 (8) मेसज (cid:19) शोधाना लबरोटरीज, हदै राबाद (9) मेसज (cid:19)एसआरएफ िलिमटेड, नई (cid:4)द(cid:6)ली (10) िनX निलिखत आयातक(cid:22)/0योA ता( न े आयातक क) 0Uन ावली के उTत र 0’त तु (cid:4)कए ह:[- (1) मेसज(cid:19) aल ेक रोज इंड’ bीज िलिमटेड, मुंबई (2) मेसज (cid:19) टेA नो वा’ केम, कोलकाता (3) मेसज(cid:19) राजशा केिमक(cid:6) स 0ाईवेट िलिमटेड, वडोदरा (4) मेसज(cid:19) एसआरएफ िलिमटेड, नई (cid:4)द(cid:6)ली (11) 0ािधकारी ने िविभ1 न िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा 0’त तु (cid:4)कए गए सा?य (cid:22) का अगोपनीय वृता1त साव(cid:19)जिनक फाईल के 7प म 2 िनयम 6(7) के अनुसार खुला उपलaध कराया ह,ै ता(cid:4)क िहतब5 प,कार उनक) जांच कर सक2। (12) वािणि(cid:16)यक आसूचना और सांिCयक) महािनदेशालय (डीजीसीआईएंडएस) स े अनरु ोध (cid:4)कया गया था (cid:4)क वह जाचं अविध सिहत िवगत तीन वषg के िलए संब5 व’त (ु के आयात(cid:22) के aय ौरे 0दान करने क) ‘य व’थ ा कर2। इसिलए वत(cid:19)मान जांच म2 0ािधकारी ने डीजीसीआईएंडएस से 0ाJत आयात के आंकड(cid:22) पर िवUव ास (cid:4)कया ह ै तथा प$रकलन और आवU यक िवU लषे ण करन ेके िलए सहयोगी उTप ादक(cid:22)/िनया(cid:19)तक(cid:22) ;ारा िव’त ृत सूचना 0दान क) गई ह।ै (13) सामा1 यतया ’ वीकृत लेखाकरण िस5ांत(cid:22) (जीएएपी) के आधार पर घरेलू उHोग ;ारा 0’त ुत क) गई सूचना के आधार पर भारत म 2 संब5 व’त ु( के उT पादन क) लागत और उ1ह 2 िनLमत करन े और बेचन े क) लागत के आधार पर ,ित रिहत क)मत का आकलन (cid:4)कया गया ह,ै ता(cid:4)क ,ित माLजन का पता लगाया जा सके (cid:4)क Aय ा पाटन माLजन स े कम पाटन-रोधी शु(cid:6) क घरेल ू उHोग क) ,ित को दरू करने के िलए पया(cid:19)Jत होगा। (14) इसके अित$रAत िजतना आवUय क समझा गया ह,ै आवेदक और िहतब5 प,कार(cid:22) स े अित$रAत सूचना मगं ाई गई ह।ै इस जांच के 0योजनाथ(cid:19) िजतना आवU यक समझा गया ह,ै घरेलू उHोग ;ारा 0’त तु (cid:4)कए गए आंकड(cid:22) का सTय ापन (cid:4)कया गया ह।ै (15) 0ािधकारी ने अनुबंध-3 म2 िनधा(cid:19)$रत (cid:4)दशािनदiश(cid:22) के आधार पर िजतना संभव था, घरेल ू उTप ादक ;ारा 0’त तु क) गई सूचना क) जांच क) ह,ै ता(cid:4)क भारत म 2 संब5 व’त (ु के उTप ादन क) लागत और ,ित रिहत क)मत आAक िलत क) जा सके िजससे यह पता लग सके A या पाटन माLजन से कम पाटन-रोधी श(cid:6)ु क घरेल ू उHोग क) ,ित को दरू करन े के िलए पया(cid:19)J त होगा। (16) िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा गोपनीय आधार पर 0’त ुत क) गई सचू ना क) गोपनीयता के दाव(cid:22) क) उनक) पया(cid:19)Jत ता के संदभ(cid:19) म2 जांच क) गई ह।ै 0ािधकारी ने संतु>ट होन े पर जहां कहY भी उिचत था, गोपनीयता के ऐसे दाव(cid:22) को ’व ीकार (cid:4)कया ह ै और ऐसी सूचना को गोपनीय समझा ह ै और उस े अ1य प,कार(cid:22) के सम, 0कट नहY (cid:4)कया ह।ै जहां कहY भी संभव Iआ ह,ै वहां गोपनीय आधार पर सूचना 0दान करन े वाले िहतब5 प,कार(cid:22) को िनदेश (cid:4)दया गया था (cid:4)क व े गोपनीय आधार पर 0’त ुत क) गई सूचना का अगोपनीय वृता1त भी 0’त ुत कर2 और िनयमावली के अनुसार 0ािधकारी ;ारा उसे साव(cid:19)जिनक फाईल म 2 रखा गया था। (17) जांच 1 अ0लै , 2015 स े 31 माच,(cid:19) 2016 (जांच अविध) तक क) अविध के िलए क) गई थी। ,ित िवUल ेषण के प$र0े?य म2 0वृितय(cid:22) क) जांच करने के िलए अ0ैल, 2012 - माच(cid:19), 2013, अ0ैल, 2013 - माच,(cid:19) 2014, अ0ैल, 2014 - माच,(cid:19) 2015 तथा जांच अविध को भी शािमल (cid:4)कया गया ह।ै (18) पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 6 (6) के अनुसार 0ािधकारी ने सभी िहतब5 प,कार(cid:22) को संब5 सूचना मौिखक 7प से 0’ तुत करन े का एक अवसर 0दान करने के िलए 31 अAट ूबर, 2017 को साव(cid:19)जिनक सुनवाई क) थी। इस मौिखक सुनवाई म2 भाग लेन े वाले सभी प,कार(cid:22) स े अनुरोध (cid:4)कया गया था (cid:4)क वे मौिखक सनु वाई म2 मौिखक 7प स े ‘ यA त (cid:4)कए गए अपन े िवचार(cid:22) को िलिखत 7प म 2 8 नवंबर, 2017 तक और उनके 0Tय ुTत र 15 नवंबर, 2017 तक अवU य 0’ तुत कर द2। (19) अंितम जांच प$रणाम जारी करने क) तारीख 12 अAट ूबर, 2017 थी, ले(cid:4)कन के1k ीय सरकार ;ारा िनयम 17 (1) (क) के अनुसार इसे तीन महीन(cid:22) के िलए अथा(cid:19)त् 12 जनवरी, 2016 तक बढा (cid:4)दया था। (20) 07.12.2017 को 0कटन िववरण जारी (cid:4)कया गया था, िजसम2 िन.द>ट 0ािधकारी के िवचाराधीन अTय ावUय क तnय 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] िनिहत ह।[ प,कार(cid:22) स े कहा गया था (cid:4)क य(cid:4)द व े उस पर अपनी कोई $टJप णी देना चाहत े ह,[ तो उसे 14.12.2017 तक 0’त ुत कर द2। 0ािधकारी न े िहतब5 प,कार(cid:22) से 0कटन िववरण पUच ात पा्रJत Iई $टJप िणय(cid:22) पर उपयुAत 7प से िवचार (cid:4)कया ह।ै (21) इस अंितम जांच प$रणाम म2 िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए और 0ािधकारी ;ारा 0ासंिगक पाए गए िनवेदन(cid:22) का िनदान (cid:4)कया गया ह।ै (22) िजन िनया(cid:19)तक(cid:22), उT पादक(cid:22) और अ1 य िहतब5 प,कार(cid:22) न े न तो 0ािधकारी को कोई उTत र 0’त ुत (cid:4)कया ह ै और न ही इस जांच से संब5 सूचना 0’ ततु क) ह,ै उ1ह 2असहयोगी माना गया ह।ै (23) इस अंितम जांच प$रणाम म2 (cid:4)कसी िहतब5 प,कार ;ारा *** सूचना को गोपनीय आधार पर 0’ततु (cid:4)कया गया ह ै तथा िनयमावली के अतं गत(cid:19) 0ािधकारी ;ारा उस पर उसी 0कार स ेिवचार (cid:4)कया गया ह।ै (24) संब5 जांच के िलए 0ािधकारी ;ारा अपनाई गई औसत िविनमय दर, 1 अमरीक) डालर = 65.91 7पए ह।ै ख. िवचाराधीन उT पाद और समान व’ त ु घरेलू उHोग के िनवेदन 4. घरेलू उHोग ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनX नानुसार ह:[- (1) घरेलू उHोग के अनुसार उसके ;ारा उT पा(cid:4)दत और संब5 दशे (cid:22) से आयाितत संब5 व’त (ु म2 कोई अंतर नहY ह।ै घरेल ू उHोग ;ारा उT पा(cid:4)दत और संब5 देश स े आयाितत संब5 व’त एु ं भौितक और रासायिनक िवशेषता(, िविनमा(cid:19)ण 0(cid:4)Kया और 0ौHोिगक), काय (cid:19) और 0योग, उTपाद िविनदiशन, क)मत िनधा(cid:19)रण, िवतरण और िवपणन तथा व’त (ु के टै$रफ वगqकरण जैसी अिनवाय(cid:19) उT पाद िवशेषता( क) दिृ / से तुलनीय ह।[ (2) यािचकादाता स(cid:6) फोनेशन-r यूजन 0(cid:4)Kया का 0योग कर रहा ह।ै मेसज(cid:19) अतलु िलिमटेड क) उTप ादन 0(cid:4)कया, जांच म 2 भाग लेन े वाल े अ1 य उT पादक(cid:22) क) तलु ना म 2 वा’त व म 2 तकनीक) और वािणि(cid:16)यक 7प स े अिधक कुशल ह।ै इसको िस5 करने के िलए घरेलू उHोग न े इं’ टीsूट ऑफ केिमकल टेAन ोलोजी, मुंबई के 0ोफेसर एम. एम. शमा(cid:19) का एक प@ 0’ तुत (cid:4)कया ह,ै िजसम2 यह 0मािणत (cid:4)कया गया ह ै (cid:4)क मेसज(cid:19) आरती िलिमटेड ;ारा 0युAत 0ोHोिगक) अTय िधक कुशल और लागत 0भावी ह ै Aय (cid:22)(cid:4)क यह एक संघ$टत 0(cid:4)Kया ह ै और उप-उTप ाद उिचत क)मत(cid:22) पर बेचे जान े योuय ह।[ हाईvोपेरोिAसडेशन और एमपीडीए हाईvोलाईिसस जैसी अ1य 0(cid:4)Kया क) तलु ना म 2 स(cid:6)फ ोनेशन अिधक ि’थर और सुरि,त ह।ै हाईvोपेरोिAसडेशन नामक अ1य 0(cid:4)Kया खतरनाक ह ै और वष (cid:19) 2012 म 2 िमतसुई केिमक(cid:6)स म 2 एक घातक िव’ फोट Iआ था, िजसके कारण उसे अपना $रसोरिसनोल के िविनमा(cid:19)ण संयं@ को बंद करना पडा था, जो (cid:4)क तब से बंद पडा ह।ै एमपीडीए हाईvोलाईिसस 0(cid:4)Kया बIत महगं ी ह,ै िजस पर अिधक पूंजी लागत आती ह ै और यह बडी मा@ा म2 उT सज(cid:19)न सृिजत करती ह,ै िजससे उTप ाद क) लागत बIत अिधक बढ जाती ह।ै तथािप, उTप ादन 0(cid:4)Kया से संबंिधत िहतब5 प,कार(cid:22) के तक(cid:19) क) कोई योuय ता नही ह ै Aय (cid:22)(cid:4)क पाटन-रोधी िविध म2 उTप ादन 0(cid:4)Kया एक 0ासंिगक कारक नहY ह।ै इसके अित$रA त यह भी उ(cid:6)ल ेख (cid:4)कया जाता ह ै (cid:4)क (cid:4)कसी भी पूव(cid:19) जांच म2 0ािधकारी ;ारा िवचाराधीन उT पाद क) पहचान करते समय एक िनधा(cid:19)रक कारक के 7प म 2 उTप ादन 0(cid:4)Kया पर कभी भी िवचार नहY (cid:4)कया गया ह।ै 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) के िवचार 5. 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनXन ानुसार ह:[- (1) घरेलू उHोग और जापान के उTप ादक ;ारा 0युAत उTप ादन 0(cid:4)Kया पूण(cid:19)तया िभ1न ह।ै यह तnय (cid:4)क घरेल ू उHोग क) 0ोHोिगक) िभ1 न ह,ै ‘ यापक 7प से Vात तnय ह ैऔर यह ‘य ापक 7प से 0कािशत ह।ै वष(cid:19) 1914 के बाद से िवUव भर म2 सभी ऐसे अ1 य संयं@ बंद हो गए ह,[ जो (cid:4)क $रसोरिसनोल का उTप ादन करने के िलए बेनजेनेिडस(cid:6)फ ोनेशन 0ोHोिगक) का 0योग कर रह ेथ े A य(cid:22)(cid:4)क यह 0ोHोिगक) खचqली ह।ै (2) सुिमटोमो क) उT पादन 0(cid:4)Kया हाईvोपेरोAस ीडेशन ह,ै िजसका मुCय कwच ा माल बेनजीन और 0ोपलीन ह।ै ऐसीटोन एक ऐसा उप-उT पाद ह,ै जो (cid:4)क इस 0(cid:4)कयास म2 उTप ा(cid:4)दत होता ह।ै दसू री ओर घरेल ू उHोग ;ारा 0युAत उTप ादन 0(cid:4)Kया बेनजेनेिडस(cid:6) फोनेशन ह,ै िजसका मुCय कwच ा माल बेनजीन, कॉि’टक सोडा और ओिलयम (स(cid:6)फ े$रक एिसड) ह।ै इस 0(cid:4)Kया का मुC या उप-उT पाद रेसो-टर, सोिडयम 2 स(cid:6)फ ाईट और सोिडयम स(cid:6)फ ेट ह।ै कwच े माल म 2 िभ1न ता ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5 होने के फल’ व7प बेनजने ेिडस(cid:6)फ ोनेशन 0ोHोिगक) और हाईvोपेरोAस ीडेशन 0ोHोिगक) के बीच उTप ादन क) लागत म2 अंतर होता ह।ै िनया(cid:19)तक क) तुलना म2 यािचकादाता क) 0(cid:4)Kया से कम लाभ होता ह।ै (3) यािचकादाता बेनजेनेिडस(cid:6) फोनेशन 0(cid:4)Kया से रेसोरिसनोल िविनLमत करता ह,ै जो (cid:4)क लागत 0भावी नहY ह ै और इसके कारण यािचकादाता को ,ित हो रही ह ै Aय (cid:22)(cid:4)क इसे िनरंतर अHतन बनाए रखन े क) आवUय कता होती, िजससे कंपनी के संसाधन(cid:22) म2 पया(cid:19)J त 7प से कमी आती ह।ै यह 0(cid:4)Kया 100 वष(cid:19) से भी अिधक पुरानी ह ै और उHोग म 2 पुरानी 0(cid:4)Kया होने के कारण रेसोरिसनोल का िविनमा(cid:19)ण करने के िलए उपलaध िविभ1न 0ोHोिग(cid:4)कय(cid:22) और 0(cid:4)Kया( क) तलु ना म 2 इससे उT पादन क) लागत अिधक आती ह।ै (4) यािचकादाता रेसोरिसनोल िविनLमत करने के िलए स(cid:6)फ ोनेशन 0(cid:4)Kया 0युAत करता ह।ै यह 0(cid:4)Kया महगं ी ह ै और रेसोरिसनोल के उप-उT पाद को आसानी स े वािणि(cid:16)यक 7प स े नहY बेचा जा सकता ह ै ओर यह पणू (cid:19)तया अप‘य य ह।ै ऐसा कहा जाता ह ै (cid:4)क यािचकादाता बैच-0(cid:4)Kया ;ारा उTप ादन करता ह।ै इस 0(cid:4)Kया म2 पणू (cid:19)तया ’व चािलत सतत 0(cid:4)Kया 0युA त करके संब5 व’त ु( के उTप ादन म2 अपेि,त जनशिz स े अिधक जनशिz क) आवUय कता होती ह ै और यह कम कुशल ह।ै उनके िवशेषV ;ारा इस पर भी अिधक बल (cid:4)दया गया ह ै (cid:4)क घरेल ू उHोग ;ारा 0युA त क) जा रही 0ोHोिगक) पुरानी ह,ै जो (cid:4)क उसक) ,ित और घाट(cid:22) का 0मुख कारण ह।ै (5) इससे पहले कोपर A लडे लेिमन{े स के आयात(cid:22) के िखलाफ पाटन-रोधी जांच के मामले म2 िन.द>ट 0ािधकारी ने यह माना था (cid:4)क घरेलू उHोग ;ारा अपनाई गई 0ोHोिगक) पुरानी और महगं ी ह ै तथा अनेक असंब5 कारण(cid:22) से यह अपनी िविनमा(cid:19)ण सुिवधा( को उ1 नत नहY बना पाया ह।ै 0ोHोिगक) म2 िवकास को नहY अपना पाना, घरेलू उHोग क) ,ित का 0मुख कारक ह।ै 0ािधकारी ने िन>क ष (cid:19) (cid:4)दया था (cid:4)क संब5 देश(cid:22) से संब5 व’त (ु के पाटन और घरेल ू उHोग क) ,ित के बीच कोई कारणाT मक संबंध नहY ह ै Aय (cid:22)(cid:4)क पा$टत आयात(cid:22) स े िभ1न अ1य कारक(cid:22) के कारण घरेल ू उHोग को ,ित Iई ह।ै 0ािधकारी ;ारा जांच 6. वत(cid:19)मान जांच के 0योजनाथ (cid:19) िवचाराधीन उTप ाद “रेसोरिसनोल” ह।ै इसे रेसोरीन मेटा-िडहायोरेAस ी, 1, 3 िडहायोरेA सी अथवा 1, 3 बेनेजेनीिडयोल के नाम स े भी जाना जाता ह।ै यह एक ऐसा (cid:4)K’ट े(cid:6)ल ाईन, ऐरोमे$टक, हाई+ो’ कोिपक और सफेद ठोस उT पाद ह ै जो (cid:4)क जल म 2 समाधये हो जाता ह ैऔर ‘य ुTप 1न करने के िलए बIत सहायक ह।ै 7. संब5 व’ तु( को अनेक उHोग ;ारा उपयोग म 2 लाया जाता ह,ै जैस े (cid:4)क रबड़ उHोग म 2 साम+ी और रबड़ के बीच 0वत(cid:19)क के 7प म,2 0साधन साम+ी तैयार करने म 2 इसे एंटीसेिJटक तTव (cid:22) के 7प म,2 िवशेषीकृत थम\से~टग लकडी के िचिचपाहट वाले रेिस1 स के 7प म,2 िविभ1 न J लाि’टक साम+ी म2 0यAु त होने वाले हाईvोिAसबेनजोफेनोन (cid:4)क’म के अ(cid:6)b ावायलेट ’ टेबलाईजस(cid:19) आ(cid:4)द म 2 इस े इ’त मे ाल (cid:4)कया जाता ह।ै घरेलू उHोग न े अपनी बाजार आसूचना के अनुसार ऐसा दावा (cid:4)कया ह ै (cid:4)क “रेसोरिसनोल” क) 60% से भी अिधक मागं टायर(cid:22) सिहत रबड़ के उTप ाद(cid:22) के िलए िचपिचपे रेिसन के िलए ह।ै 8. उT पादन 0(cid:4)Kया म 2 अंतर होन े के संबंध म 2 0ािधकारी न े इस मु(cid:127)े क) जांच क) ह ै और यह नोट (cid:4)कया ह ै (cid:4)क जापान, चीन और भारत म2 उT पादक(cid:22) ;ारा 0युA त क) जाने वाली तीन(cid:22) िविनमा(cid:19)ण 0(cid:4)Kया( के फल’व 7प समान उTप ाद उTप ा(cid:4)दत होते ह,[ िजनके समान िविनदiशन, बाजार म2 समान +ाहक(cid:22) क) आवUय कता( को परू ा करते ह।[ इसिलए यह माना जाता ह ै (cid:4)क वत(cid:19)मान जांच के प$रणाम के िलए उT पादन 0(cid:4)Kया क) िविश>ट ता 0ासंिगक नहY ह।ै इसके अित$रAत ओटोमे$टव टायर मे1 युफेA चरस(cid:19) एसोिसएशन बनाम िन.द> ट 0ािधकारी के मामल ेम2 माननीय से’ट ेट न े यह िनणय(cid:19) (cid:4)दया था (cid:4)क – “यह िनवेदन (cid:9)क आयाितत व(cid:14)त ुएं िभ(cid:19) न (cid:20)(cid:9)(cid:21)या से िविन(cid:23)मत होती ह (cid:27) और यह तक(cid:30) (cid:9)क आयाितत व(cid:14)त ुएं गुणव!त ा म " िभ(cid:19) न होती ह,(cid:27) जांच प&रणाम को अमा(cid:19)य नही ठहराती ह।(cid:27) पाटन-रोधी िविध के अंतगत(cid:30) िविनमा(cid:30)ण क+ (cid:20)(cid:9)(cid:21)या (cid:20)ासंिगक नह, ह।ै गणु व! ता म" अंतर भी कोई मायन े नह, रखता ह।ै आयाितत व(cid:14)त ु0 और देश म " उ!प ा(cid:9)दत व(cid:14)त 0ु का समान उपयोग ह ै और उ(cid:19) ह " िन3द4 ट (cid:20)ािधकारी 5ारा सटीक 6प से “समान व(cid:14)त ”ु माना गया ह।ै इन त8य 9 और प&रि(cid:14)थितय9 म" इन अपील9 म" (cid:9)कए गए िनवेदन क+ कोई यो<य ता नह, ह।ै अपील" असफल होती ह (cid:27) और उ(cid:19)ह " खा&रज (cid:9)कया जाता ह।ै ” 9. संब5 व’ तु( को टै$रफ के अ(cid:128)य ाय शीष(cid:19) 29072100 के अतं ग(cid:19)त वगqकृत (cid:4)कया गया ह।ै तथािप, यािचकादाता ;ारा यह दावा (cid:4)कया गया ह ै (cid:4)क संब5 व’ तु( के आयात अ1य टै$रफ शीषेा(cid:129) के अंतगत(cid:19) भी (cid:4)कए जा रह े ह।[ इसिलए 0ािधकारी ने यह िनण(cid:19)य िलया ह ै (cid:4)क एचएस संिहता केवल िनदiशाT मक ह ैऔर सभी प$रि’थितय(cid:22) म 2 उTप ाद का िववरण 0चिलत रहगे ा। 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] 10. 0ािधकारी नोट करत े ह [ (cid:4)क घरेलू उHोग ;ारा िविनLमत िवचाराधीन उTप ाद, संब5 देश से आयाितत व’त (ु के समान व’ त ु ह।ै घरेल ू उHोग ;ारा िविनLमत और संब5 देश से आयाितत संब5 व’त एु ं भौितक और रसायिनक िवशेषता(, िविनमा(cid:19)ण 0(cid:4)Kया और 0ौHोिगक), कायg और उपयोग(cid:22), उTपाद िविनदiशन(cid:22), िवतरण और िवपणन तथा व’त (ु के टै$रफ वगqकरण जैसी अिनवाय(cid:19) उT पाद िवशेषता( क) दिृ / से तुलनीय ह।ै िनयमावली के अनुसार उHोग ;ारा िविनLमत और संब5 देश से आयाितत व’ तएु ,ं समान व’ तुए ं ह।[ य े दोन(cid:22) व’त ुएं तकनीक) और वािणि(cid:16)यक 7प से 0ित’थ ापनीय ह।[ इस 0कार 0ािधकारी का यह मानना ह ै (cid:4)क पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 2 (घ) म2 उि(cid:6)लिखत दायरे और प$रभाषा के अनुसार आवेदक घरेल ू उHोग ;ारा िविनLमत व’ तुए ं और संब5 दशे स े आयाितत िवचाराधीन उTप ाद के समान व’त ु ह ैऔर यह पाटन- रोधी िनयमावली के भीतर समान व’ त ुह।ै ग. घरेलू उHोग और उसक) ि’थित घरेलू उHोग ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन 11. घरेलू उHोग ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनX नानुसार ह:[- (1) यािचकादाता भारत म 2 संब5 व’त ु( का एक मा@ अकेला उTप ादक ह,ै इसिलए िनयमावली के अनुसार यािचकादाता अकेला संब5 व’त ु( के भारतीय उTप ादन का 0मुख भाग बनता ह।ै यािचकादाता का पया(cid:19)Jत आधार ह ैऔर वह िनयमावली क) प$रभाषा के भीतर घरेल ू उHोग बनता ह।ै (2) इन म(cid:127)ु (cid:22) के संबंध म2 (cid:4)क घरेल ू उHोग का चीन म2 ‘य ापारी/िनया(cid:19)तक के साथ संबंध ह,ै यह उ(cid:6)ल ेख (cid:4)कया जाता ह ै (cid:4)क चीन म2 संबंिधत 0यो(cid:16)य ता संब5 व’त ु( का उTप ादन/िनया(cid:19)त नहY कर रहा ह।ै इसिलए यािचकादाता ने िनयमावली के अंतग(cid:19)त भी इस तnय क) घोषणा नहY क) ह ै (cid:4)क Aय (cid:22)(cid:4)क उसम2 ऐसी कोई अपे,ा नहY ह ै (cid:4)क ऐसे सभी 0यो(cid:16)य ता( के बारे म 2 घोषणा क) जाए जो (cid:4)क संब5 व’त (ु का उT पादन/िनया(cid:19)त नहY कर रह ेह।[ (3) यािचकाकता(cid:19) ने िवषय देश से आयात (cid:4)कया ह,ै ले(cid:4)कन पीओआई से पहल े और बाद म 2 गैर-िवषयक देश से 1- 3 साइAलोहAे सािनिडयो (1,3-सीएचडी) के िनया(cid:19)त के िलए (cid:130)ूटी (cid:131)) लाइस2स के िलए आयात (cid:4)कया गया ह,ै िजसके िलए कंपनी पूरी तरह से उTपादन करने के िलए पूरी तरह से पा@ ह।ै (4) जांच अविध के दौरान यािचकादाता ने संब5 व’त ु( का आयात नहY (cid:4)कया ह।ै यािचकादाता संब5 देश म 2 िवचाराधीन उT पाद के (cid:4)कसी िनया(cid:19)तक अथवा आयातक से संबिं धत नहY ह।ै इस 0कार यािचकादाता पाटन- रोधी िनयमावली के िनयम 2 (ख) और 5 (3) के अतं गत(cid:19) पा@ घरेलू उHोग ह।ै 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन 12. 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनXन ानुसार ह:[- (1) ,ित अविध के दौरान यािचकादाता ने आयात (cid:4)कए ह।[ यािचकादाता ने जांच अविध के बाद मा@ दो स(cid:132)ाह(cid:22) म 2 िवचाराधीन उT पाद के आयात (cid:4)कए ह।[ इससे यािचकादाता के ऐसे आचरण के पेटन (cid:19) का ’प >ट पता चलता ह ै (cid:4)क वह घरेलू बाजार म 2 अपया(cid:19)J त आपूLत को परू ा करने के िलए िवचाराधीन उTप ाद का िनरंतर आयात कर रहा ह।ै (2) यािचकादाता के आयात (जैसा (cid:4)क दावा (cid:4)कया गया ह ै “केिJटव खपत” के िलए ह)ै ’प >ट तया केिJटव खपत के िलए नहY थे चूं(cid:4)क उसने $रसोरीनोल के िनचल े ’त र के उTप ाद(cid:22) का िविनमा(cid:19)ण करने के िलए पया(cid:19)वरणीय अनुमित 0ाJत क) थी। (3) घरेलू उHोग क) चीन म 2 मेसज(cid:19) अतलु चाईना िलिमटेड नामक एक संबंिधत कंपनी ह।ै यह एक ‘य ापारी कंपनी ह ै और आयात-िनया(cid:19)त कारने म 2 लगी Iई ह।ै जांच श7ु (cid:4)कए जाने के समय यािचकादाता 0ािधकारी को इस तnय को 0कट करने म 2 िवफल रहा ह ै और यािचका म2 झूठी घोषणा क) ह ै (cid:4)क वह (cid:4)कसी िवदेशी 0यो(cid:16)य ता अथवा िनया(cid:19)तक स े संबंिधत नहY ह।ै 0ािधकारी ;ारा जांच 13. वत(cid:19)मान मामल े म2 आवेदन-प@ मेसज(cid:19) अतलु िलिमटेड ;ारा 0’त ु (cid:4)कया गया ह,ै जो (cid:4)क िवचाराधीन उTप ाद का अकेला घरेलू उT पादक ह ैऔर िजसन े चीन जनवादी गणरा(cid:16)य और जापान स े संब5 व’त ु( के आयात(cid:22) पर पाटन-रोधी श(cid:6)ु क लगान े के ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 7 मामले म 2 जांच के िलए िव’ ततृ सूचना 0’त ुत क) ह।ै 0ािधकारी न े जांच शु7 करन े के चरण म 2 यह िनधा(cid:19)$रत (cid:4)कया था (cid:4)क यािचकादाता जो (cid:4)क संब5 व’ तु( का अकेला उTप ादक ह,ै िनयमावली के अतं गत(cid:19) घरेलू उHोग के आधारक) अप,े ा( को परू ा करता ह ैऔर िनयमावली म 2 उि(cid:6)लिखत प$रभाषा के भीतर यािचकादाता घरेलू उHोग बनता ह।ै 14. घरेलू उHोग ;ारा आयात (cid:4)कए जान े के संबंध म2 0ािधकरण का कहना ह ै (cid:4)क गैर-िवषयक देश से आयात (cid:4)कया गया ह।ै डाउन’bीम उTपाद(cid:22) का उTपादन करन े क) ,मता और ,मता के िलए, घरेल ू उHोग न े पीओआई के दौरान 1-3-सीएचडी का उTपादन (cid:4)कया ह ै जो (cid:4)क खात(cid:22) क) पु’तक(cid:22) से िविधवत सTयािपत (cid:4)कया गया था। 15. अकेले यािचकादाता का उT पादन भारतीय उTप ादन का 100% भाग बनता ह।ै तदनुसार, कानूनी 0ावधान(cid:22) और मामले के तn य(cid:22) क) सावधानी पूव(cid:19)क जांच करने पर 0ािधकारी िनधा(cid:19)$रत करत े ह [ (cid:4)क आवेदक पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 2 (ख) म2 उि(cid:6)लिखत प$रभाषा के भीतर पा@ घरेलू उHोग बनता ह ै और आवेदक उपरोAत िनयमावली के िनयम 5 (3) के अनुसार आधार के मानदंड को पूरा करता ह।ै घ. गोपनीयता संबंधी म(cid:127)ु े घरेलू उHोग ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन 16. घरेलू उHोग ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनX नानुसार ह:[- (1) यािचकादाता ने केवल ऐसी सूचना क) गोपनीयता का दावा (cid:4)कया ह,ै िजसक) गोपनीयता क) अनुमित, िनयमावली के अंतग(cid:19)त और 0ािधकारी क) सुसंगत प5ित के अनसु ार दी गई ह।ै (2) यािचकादाता ने आवेदन-प@ के पया(cid:19)J त अगोपनीय वृता1त 0दान (cid:4)कए ह।[ कोई भी िहतब5 प,कार न े ऐसी (cid:4)कसी भी िविश> ट सूचना का उ(cid:6) लेख नहY (cid:4)कया ह,ै िजसक) गोपनीयता का दावा (cid:4)कया गया ह ै और ऐसी गोपनीयता िनयमावली के अतं गत(cid:19) यथोिचत नहY ह।ै (3) भारत को िनया(cid:19)त क) मा@ा, घरेल ू बाजार म 2 िबKय(cid:22) क) सकल मा@ा, उTप ादन िब(cid:4)Kयां और भारत को िनया(cid:19)त(cid:22) के िलए औसत क)मत जैसी सूचना सूचीब5 वृता1त म2 0दान क) गई ह ैAय (cid:22)(cid:4)क ऐसी सूचना ‘य वसाय के ’व ािमTव संबंधी सूचना ह।ै (4) (cid:4)कसी भी िनया(cid:19)तक न े ऐसा कोई अगोपनीय वृता1त 0’त ुत नहY (cid:4)कया ह,ै जो (cid:4)क गोपनीय वृता1त क) सही 0ितकृित हो। उ1 ह(cid:22)ने मा@ा संबंिधत सम’ त सूचना को गोपनीय रखा ह।ै साथ ही उ1ह (cid:22)न े गोपनीयता के दाव े का भी कोई िववरण 0’ तुत नहY (cid:4)कया ह।ै इसके अित$रAत उनके उतत ् र, िनया(cid:19)तक क) 0Uन ावली के उTत र के अगोपनीय वृता1त को 0’ तुत करन े के िलए िविश> ट (cid:4)दशािनदiश(cid:22) का िनतांत उ(cid:6)ल घं न ह।ै इसिलए हमारा माननीय िन.द>ट 0ािधकारी से अनुरोध ह ै (cid:4)क वे ऐसे िहतब5 प,कार(cid:22) के िनवेदन(cid:22) क) अनदेखी कर2 और साथ ही िनया(cid:19)तक(cid:22) के उTत र(cid:22) को भी खा$रज कर द 2 और उ1 ह 2 िविश> ट पृथक िन7पण स े भी वंिचत कर2। 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन 17. वत(cid:19)मान जांच क) कार(cid:19)वाई के दौरान गोपनीयता के संबंध म2 उTप ादक(cid:22)/िनया(cid:19)तक(cid:22)/आयातक(cid:22)/ अ1य िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए और 0ािधकारी ;ारा 0ासंिगक पाए गए िविभ1न िनवेदन िनXन ानुसार ह:[- (1) यािचका म2 अT यंत गोपनीयता बना कर रखी गई ह।ै यािचका म2 मा@ा से संबंिधत भी कोई सचू ना िनिहत नहY ह।ै (2) यािचकादाता ने अT यिधक गोपनीयता का दावा (cid:4)कया ह,ै जो (cid:4)क िहतब5 प,कार(cid:22) को अपनी $टJप िणयां देन े से रोकती ह।ै यािचका म2 ,मता संबंधी आंकडे भी ’प >ट 7प से 0दान नहY (cid:4)कए गए ह [ और ऐसा 0तीत होता ह ै (cid:4)क उसका 0कटन नहY (cid:4)कए जाने का कोई औिचTय नहY (cid:4)दया गया ह।ै यािचका का अगोपनीय वृता1त भी िवकट 7प स े अपया(cid:19)J त ह।ै यह 0ाकृितक 1 याय का सीधा उ(cid:6)ल ंघन ह।ै यािचकादाता ने िनXन ोAत के संबंध म2 अTय िधक गोपनीयता का दावा (cid:4)कया ह:ै- (क) ,मता, ,मता उपयोग। (ख) सामा1 य मू(cid:6) य का प$रकलन करने के िलए 0युAत कwच े माल क) अंतरा(cid:19)>b ीय क)मत। (ग) 0प@ - क – कw चा माल और पकै ेcजग साम+ी क) खपत। (घ) 0प@ - ख – कw च े माल क) खपत के मानदडं और वा’त िवक खपत के साथ तलु ना। (ङ) 0प@ – ग 1 – ग 2 – िविभ1 न ‘य य का िववरण। 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] (च) 0प@ - घ – खपत और उपयोिगताएं। (छ) 0प@ - ङ – िब(cid:4)Kय(cid:22) क) वसूली का िववरण। (3) यािचका म2 ,मता के आंकडे ’प > ट 7प से 0दान नहY (cid:4)कए गए ह [ और ऐसा 0तीत होता ह ै (cid:4)क उसके 0कटन के िलए कोई यथोिचत कारण नहY बताया गया ह।ै िनयम(cid:22) का ऐसा उ(cid:6)ल घं न, पाटन-रोधी करार के अनुwछ ेद 6.5 क) भी अपवंचना ह ै और उसे तरु त आशोिधत (cid:4)कया जाना चािहए। 0ािधकारी ;ारा जांच 18. िनयम 6 (7) के अनुसार 0ािधकारी न े िविभ1न िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा 0’त ुत क) गई सूचना के अगोपनीय वृता1त को साव(cid:19)जिनक फाईल के 7प म 2 सभी िहतब5 प,कार(cid:22) को उपलaध कराया ह,ै िजसम2 जांच के िलए िविभ1न िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा 0’ तुत (cid:4)कए गए सा? य(cid:22) का अगोपनीय वृता1त िनिहत ह।ै 19. वत(cid:19)मान जांच क) कार(cid:19)वाई के दौरान िविभ1न िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा गोपनीय आधार पर 0’त तु क) गई सूचना के गोपनीयता के दाव(cid:22) क) 0ािधकारी ;ारा उनक) पया(cid:19)Jत ता के सदं भ(cid:19) म2 जांच क) गई ह।ै 0ािधकारी ने संतु>ट होने पर जहां कहY भी उिचत था, गोपनीयता के ऐसे दाव(cid:22) को ’ वीकार (cid:4)कया ह ै और ऐसी सूचना को गोपनीय समझा ह ै और उसे अ1य प,कार(cid:22) के सम, 0कट नहY (cid:4)कया ह।ै जहां कहY भी संभव Iआ ह,ै वहां गोपनीय आधार पर सचू ना 0दान करन े वाल े िहतब5 प,कार(cid:22) को िनदेश (cid:4)दया गया था (cid:4)क वे गोपनीय आधार पर दायर सूचना का अगोपनीय वृता1त भी दायर कर2। 0ािधकारी ने िविभ1 न िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा 0’ ततु (cid:4)कए गए सा?य (cid:22) के अगोपनीय वृता1त को साव(cid:19)जिनक फाईल के 7प म2 उपलaध कराया ह।ै 20. िहतब5 प,कार(cid:22) ने सूचना क) गोपनीयता के बारे म2 तक(cid:19) (cid:4)दए ह।[ 0ािधकारी नोट करते ह [ (cid:4)क िहतब5 प,कार(cid:22) के गोपनीयता के दावे, 0ािधकारी ;ारा सामा1 यतया अपनाई जा रही प5ित स े सुसंगत ह।[ जहा ं कहY भी संभव Iआ ह,ै िहतब5 प,कार(cid:22) को सूचना का अगोपनीय वृता1 त 0दान (cid:4)कया गया ह।ै घरेलू उHोग न े गोपनीय यािचका म2 िनिहत उसक) िविभ1न सूचना( का सूचीब5 वृता1 त 0दान (cid:4)कया ह।ै ङ. िविवध म(cid:127)ु े घरेलू उHोग के िनवेदन 21. घरेलू उHोग ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनX नानुसार ह:[- (1) 0ािधकारी को चीन के िनया(cid:19)तक(cid:22) के उTत र को ’व ीकार नहY करना चािहए Aय (cid:22)(cid:4)क वे सही और 0मािणत सूचना 0’ तुत करने के अपने दाियT व को िनभाने म2 िवफल रह े ह।[ चीन से 0ितवादी उTप ादक(cid:22) ने चीन क) सरकार से उनको 0ाJ त Iई आLथक सहायता से संबंिधत (cid:4)कसी भी सूचना को सुगमता स े छोड (cid:4)दया ह,ै जो (cid:4)क कम क)मत के चीन के आयात(cid:22) का एक 0मुख कारण ह।ै (2) घरेल ू उHोग ;ारा 0युA त 0ोHोिगक) बIत कुशल ह।ै इसके अित$रAत उसन े अपन े तक(cid:19) को 0मािणत करन े के िलए एक प@ भी 0’ ततु (cid:4)कया ह।ै आयातक और िनया(cid:19)तक केवल 0ािधकारी के मि’त>क म2 पूव(cid:19)+ह पैदा करन े के िलए इस मु(cid:127)े को उठा रह े ह।[ (3) ,मता िव’ तार के संबंध म 2 यह िनवेदन ह ै (cid:4)क यह दीघ(cid:19)कािलक िनण(cid:19)य ह [ और इ1ह 2 देश म 2 मागं को (cid:128)य ान म 2 रख कर िलया गया ह।ै (4) घरेलू उHोग क) संब5 व’ तु( क) गुणवTत ा, भारत म2 आयाितत (cid:4)कसी भी व’त ु के समान ह।ै इसके अित$रAत व े अनेक उपभोA ता( को आपूLत कर रह े ह [ और कभी भी (cid:4)कसी ने भी उनक) िवUव सनीयता के 0ित कोई 0Uन नहY उठाया ह।ै (cid:4)कसी भी ि’थित म2 (cid:4)कसी भी संबंिधत प,कार ने सा?य (cid:22) के साथ अपने दावे को पूण(cid:19)तया 0मािणत नहY (cid:4)कया ह।ै इसिलए 0ािधकारी को इन िनराधार दाव(cid:22) को ’व ीकार नहY करना चािहए। (5) यह आरोप गलत और िनराधार ह ै (cid:4)क संयं@ िनयिमत 7प से बदं रहत ेह।[ (6) आवेदन-प@ 0’ ततु करते समय यािचकादाता को उपलaध ऐसी (cid:134)े>ठ सूचना के आधार पर अपने मामल े को िस5 करना अपेि,त होता ह,ै जो (cid:4)क 0थम द>ृ ट या 0ािधकारी को जांच शु7 करने के िलए सतं ु>ट कर सके। जांच शु7 करन े के बाद 0ािधकारी, घरेलू उHोग, सहयोगी िनया(cid:19)तक(cid:22) ;ारा दी गई अथवा (cid:4)कसी भी अ1य (cid:135)ोत से एकि@त क) गई सूचना पर िवU वास करने के िलए ’ वतं@ ह।ै इसके अित$रAत जांच श7ु करन े के िलए 0ािधकारी को िनयम 5 (3) के ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9 अंतगत(cid:19) केवल 0थम द>ृ टया संत>ु ट होने क) आवUय कता होती ह।ै तथािप, यािचकादाता ने यािचका को 0’त तु करन े के िलए अिधका$रक 7प से आयात के आंकडे एक@ (cid:4)कए ह [ और उ1ह 2 0युAत (cid:4)कया ह।ै आयात के आंकड(cid:22) को एक@ करने का (cid:135)ोत भी सभी अ1 य िहतब5 प,कार(cid:22) को उपलaध कराया गया ह ै और इसिलए (cid:4)कसी भी िहतब5 प,कार को कोई हािन नहY पIचं ाई जा सकती ह।ै (7) िवषय देश(cid:22) म 2 संयुz रा(cid:16)य अमे$रका को शािमल नहY करन े के संबंध म,2 यह कहा गया ह ै (cid:4)क अमरीका स े अिधकांश आयात अि+म लाइस2स माग(cid:19) के तहत ह,[ जो (cid:4)क एक अलग उTपाद के उTपादन के िलए 1,3 सीएचडी ह ै जो िनया(cid:19)त (cid:4)कया जाता ह।ै इसिलए, अंततः ये माल वािण(cid:16)य क) मुCय धारा म2 0वेश नहY कर रह े ह [ इसके अलावा, कंपनी पहल े से ही जाग7क थी (cid:4)क संयुz रा(cid:16)य अमे$रका म 2 कंपनी पया(cid:19)वरण और अ1य िनिहत मु(cid:127)(cid:22) के कारण अपन े कायg को बंद करने वाली थी और यह उिचत महसूस करती थी (cid:4)क अमरीका को एंटी डंcपग जांच क) यािचका म2 शािमल नहY करना चािहए। 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन 22. 0ितवादी िहतब5 प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए िनवेदन िनXन ानुसार ह:[- (1) एक ऐसे अकुशल घरेलू उHोग को बचाने को ओट म 2 पाटन-रोधी श(cid:6)ु क लाग ू करना जन िहत म2 नहY होगा, िजसन े भारत म2 उw चतर क)मत(cid:22) पर अपने उT पाद(cid:22) के बेचने के िलए 0ोHोिगक) का उ1न यन करने म 2 कोई 7िच नहY (cid:4)दखाई ह।ै (2) ऐसा कोई पया(cid:19)J त सा? य नहY ह,ै िजसस े पाटन-रोधी जांच शु7 करन े क) ि’थित 0मािणत हो सके। 0ािधकारी न े उिचत 7प से और संबंिधत तn य(cid:22) क) पया(cid:19)Jत संवी,ा करके जांच शु7 नहY क) ह ै । इसम2 कानूनी और वा’त िवक आधार क) कमी ह।ै (3) अ0चिलत 0ोHोिगक) के कारण घरेल ू उHोग को ,ित हो रही ह ैऔर इसिलए उसक) लागत बIत अिधक आ रही ह।ै (4) घरेलू उHोग ;ारा उT पा(cid:4)दत व’ तु( क) गुणवTत ा अwछ ी नहY ह।ै इसके अित$रAत वह िवUव सनीय आपूLतकता(cid:19) भी नहY ह।ै यािचकादाता अनुरोध (cid:4)कए गए आदशे (cid:22) के 0ित भी स(cid:4)Kय नहY ह ै िजसके कारण उसने रेसोरिसनोल क) िनयिमत आपूLत के िलए आयाितत ’ टॉक पर िवUव ास करना शु7 कर (cid:4)दया ह।ै यािचकादाता बाजार म 2 िवUव सनीय 0ित> ठा 0ाJ त करन े म 2 असमथ (cid:19) ह ै िजसके फल’व 7प उसे वैकि(cid:6)पक (cid:135)ोत(cid:22) स े खरीदा$रयां करनी पडी ह।[ एक ऐसी अकुशल कंपनी को बचान े को ओट म 2 पाटन-रोधी शु(cid:6)क लाग ू करना जन िहत म 2 नहY होगा, िजसने भारत म 2 उwच तर क)मत(cid:22) पर अपन े उT पाद(cid:22) के बचे ने के िलए 0ोHोिगक) का उ1न यन करन े म 2 कोई 7िच नहY (cid:4)दखाई ह।ै 0ािधकारी को इस मु(cid:127)े का िनदान करते समय इस पहल ू पर भी िवचार करना चािहए। (5) घरेलू उHोग न े ि;तीयक (cid:135)ोत से 0ाJ त (cid:4)कए गए आयात के आकं ड(cid:22) के आधार पर पाटन माLजन और ,ित माLजन को अपनी जांच का आधार बनाया ह ै और इसिलए ’व त: जांच शु7 करने का आधार गलत ह।ै (6) संयुA त रा(cid:16) य अमरीका स े कुल आयात(cid:22) के 3% से भी अिधक आयात होन े के बावजूद भी उस े संब5 देश नहY बनाया गया ह।ै यािचकादाता न े संयुAत रा(cid:16) य अमरीका से संब5 व’त ु( के आयात (cid:4)कए ह [ और सयं ुAत रा(cid:16)य अमरीका स े यािचकादाता ;ारा (cid:4)कए गए आयात(cid:22) क) मा@ा बIत अिधक ह।ै संयुAत रा(cid:16)य अमरीक) क) ‘य ापा$रक िबK), देश म2 कुल आयात(cid:22) के 1.24% से भी कम ह,ै जो (cid:4)क सम+ 7प से अ0ासंिगक ह।ै इस 0कार संयAु त रा(cid:16)य अमरीका को बाहर रखन े के 0यास ’ व7प यािचकादाता ;ारा 0युAत ‘य ापा$रक िब(cid:4)Kय(cid:22) का अिभ0ाय िनतांत (cid:137)ामक ह,ै Aय (cid:22)(cid:4)क अ1 यथा यािचकादाता पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 2 (ख) के अंतग(cid:19)त वत(cid:19)मान यािचका को दायर करने के िलए पा@ नहY होता। इसके अित$रAत वत(cid:19)मान जांच श7ु करने के 291 (cid:4)दन(cid:22) (9.7 महीन(cid:22) म2) के बाद हाल ही म2 अथा(cid:19)त् जुलाई, 2017 म 2 यािचकादाता के संयं@ न े उTप ादन करना बंद कर (cid:4)दया ह।ै इस 0कार इस यािचका पर िवचार करने और जांच श7ु करने म 2 0ािधकारी ;ारा पया(cid:19)Jत समय िलया गया ह।ै (7) जैसा (cid:4)क घरेलू उHोग भारतीय बाजार क) मांग को पूरा नहY कर सकता ह,ै एंटी डंcपग श(cid:6)ु क लगाने स े डाउन’bीम इंिडयन इंड’bीज के बड़े िहत म 2 नहY होगा। (8) $रसोरिसनोल के उT पादक(cid:22) का इरादा न तो पाटन करन े का ह ै और न ही उ1ह (cid:22)न े भारत म 2 िनया(cid:19)त बढाने के िलए पाट न को एक िविध के 7प म2 0युA त (cid:4)कया ह।ै 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] 0ािधकारी ;ारा जांच 23. 0ितवादी प,कार(cid:22) ;ारा (cid:4)कए गए और 0ािधकारी ;ारा 0ासंिगक पाए गए िविश>ट िनवेदन िनXन ानुसार ह:[- (1) 0ितवादी प,कार(cid:22) के इस आशय के िनवेदन(cid:22) के संबंध म 2 (cid:4)क भारतीय उHोग ;ारा अ0चिलत और 0दषू ण पैदा करन े वाली 0ोHोिगक) 0युAत क) जा रही ह,ै यह नोट (cid:4)कया जाता ह ै (cid:4)क घरेल ू उHोग वा’त व म 2 एक िभ1न 0ोHोिगक) 0युA त कर रहा ह।ै तथािप, उसने आवUय क 0दषू ण अनुमित 0ाJत क) ह ै और वह 10 वषg से भी अिधक समय से संब5 व’ तु( का उT पादन कर रहा ह।ै तथािप, (cid:4)कसी भी िहतब5 प,कार ने ऐसा 0मािणत नहY (cid:4)कया ह ै अथवा ऐसा सा? य 0’ तुत नहY (cid:4)कया ह,ै िजससे उनका यह 0मािणत हो सके (cid:4)क भारतीय उHोग ;ारा 0युAत क) जा रही 0ोHोिगक) लागत 0भावी नहY ह।ै इसके अित$रAत मा@ इस कारणवश (cid:4)क िभ1न प,कार िभ1न 0ोHोिगक) 0युAत कर रह े ह,[ जो (cid:4)क अिधक अथवा कम लागत 0भावी हो सकती ह,ै (cid:4)कसी प,कार के िलए यह कारण नहY हो जाता ह ै (cid:4)क वह पाटन करने लगे। इसको (cid:128) यान म2 रखत े Iए 0ािधकारी 0ितवादी प,कार(cid:22) के दावे म2 कोई गुण (मे$रट) नहY पाते ह।[ (2) घरेलू उHोग +ाहक(cid:22) को संब5 व’ तु( क) आपूLत कर रहा ह ै और +ाहक(cid:22) को उनक) गुणव(cid:138)ा ’व ीकाय(cid:19) ह।ै यह भी नोट (cid:4)कया जाता ह ै (cid:4)क भारत म2 उसके +ाहक(cid:22) का सुदढृ आधार ह,ै जो यह 0मािणत करता ह ै (cid:4)क उसक) व’त एु ं आयाितत व’ त(ु के समान ह।[ तथािप, (cid:4)कसी भी िहतब5 प,कार ने न तो अपने दावे को िस5 (cid:4)कया ह ै और न ही ऐसा कोई सा? य 0’ ततु (cid:4)कया ह,ै िजससे उनका यह दावा िस5 हो सके (cid:4)क घरेल ू उHोग क) व’त ु( क) गुणवTत ा अwछ ी नहY ह ै अथवा ’ वीकाय(cid:19) नहY ह।ै गुणवTत ा संबंधी मु(cid:127)(cid:22) पर यह नोट (cid:4)कया जाता ह ै (cid:4)क पाटन-रोधी शु(cid:6)क म 2 ’ वत: गणु वT ता कोई मु(cid:127)ा नहY ह।ै (3) ,मता िव’ तार एक दीघ(cid:19)कािलक िनण(cid:19)य ह ै जो (cid:4)क सम+ मागं और मद क) अथ(cid:19)‘य व’थ ा के आधार पर िलया गया ह।ै तथािप, कोई भी 0’ तािवत ,मता िव’ तार का इस मामले के वत(cid:19)मान तnय (cid:22) और प$रि’थितय(cid:22) पर कोई 0भाव नहY पडता ह।ै (4) जन िहत के संबंध म 2 0ािधकारी नोट करते ह [ (cid:4)क पाटन-रोधी शु(cid:6)क का 0योजन, उिचत (cid:139)ापार सुिनिUत करना और घरेल ू उHोग को ‘ यापार करन े का समान ,े@ 0दान करना ह।ै ये ‘य ापार को 0ितबंिधत करने अथवा उTप ाद(cid:22) क) लागत म2 अनुिचत वृि5 करन े के उपाय नहY ह।[ (5) घरेलू उHोग के इस आरोप के संबंध म2 (cid:4)क चीन के 0ािधकारी संब5 व’त (ु के उTप ादक(cid:22)/िनया(cid:19)तक(cid:22) को आLथक सहायता 0दान कर रह ेह,[ यह नोट (cid:4)कया जाता ह ै (cid:4)क घरेलू उHोग न े अपने दावे को िस5 नहY (cid:4)कया ह।ै (6) वत(cid:19)मान जांच म2 संयुz रा(cid:16)य अमे$रका के गैर-समावेश को संबोिधत म2 यह नोट (cid:4)कया गया ह ै (cid:4)क जांच के आरंभ होन े के समय 0ािधकरण ;ारा इस तnय क) जांच क) गई थी। संयुz रा(cid:16)य अमे$रका से िवषय व’तु का आयात कुल आयात का लगभग 4.5% था, हालां(cid:4)क, इसका अिधकांश िनया(cid:19)त िनया(cid:19)त उTपादन के िलए अि+म लाइस2स के िखलाफ यािचकाकता(cid:19) ;ारा आयात (cid:4)कया गया था। चूं(cid:4)क व े भारत म 2 मच(cid:140)ट क) िबK) के िलए नहY थ,े इसिलए घरेल ू उHोग म 2 डंcपग और संबंिधत चोट के कारण ऐसा नहY हो सकता था। (7) इस आरोप के संबंध म 2 (cid:4)क गलत आधार पर जांच श7ु क) गई ह,ै 0ािधकारी नोट करत े ह [ (cid:4)क घरेल ू उHोग ;ारा 0दT त 0थम द>ृ टया तn य(cid:22) के आधार पर जांच शु7 क) गई ह।ै पाटन-रोधी िनयमावली के अंतगत(cid:19) ऐसी कोई िविध नहY ह ै (cid:4)क घरेल ू उHोग अपन े आवेदन-प@ म 2 अपना िवUल षे ण ि;तीय (cid:135)ोत(cid:22) के आंकड(cid:22), उदाहरणत: आईबीआईएस, इ1 (cid:131)ोvाईव आ(cid:4)द के आधार पर िवUल ेषण नहY कर सकता ह।ै जांच क) कार(cid:19)वाई के दौरान 0ािधकारी न े डीजीसीआईएंडएस से कारोबार-वार आयात के आंकडे मगं ाए ं ह [ और डीजीसीआईएंडएस के आयात के आंकड(cid:22) के आधार पर िवU लषे ण (cid:4)कया ह।ै च. सामा1 य मू(cid:6) य, िनया(cid:19)त क)मत और पाटन माLजन का िनधा(cid:19)रण सामा1 य मू(cid:6) य 24. 0ािधकारी न े संब5 देश(cid:22) से Vात िनया(cid:19)तक(cid:22) को 0Uन ाविलयां भेजी थY और उ1ह 2सलाह दी थी (cid:4)क वे िनधा(cid:19)$रत 0प@ म 2 और तरीके से सूचना 0दान कर2। संब5 देश(cid:22) के िनXन िलिखत उTप ादक(cid:22) और िनया(cid:19)तक(cid:22) ने िनधा(cid:19)$रण 0Uन ावली के उTत र 0’त तु (cid:4)कए ह:[- (1) मेसज(cid:19) झेिझयांग ह(cid:22)गशग2 , चीन जनवादी गणरा(cid:16)य (2) मेसज(cid:19) अमीनो केम (एचके) कंपनी िलिमटेड, हॉगकॉग

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