jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx I—[k.M 1 PART I—Section 1 izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 1] ubZ fnYyh] lkseokj] tuojh 4] 2016@ikS"k 14] 1937 No. 1] NEW DELHI, MONDAY, JANUARY 4, 2016/ PAUSA 14 , 1937 ववववााााििििणणणण(cid:5)(cid:5)(cid:5)(cid:5)यययय औऔऔऔरररर उउउउ(cid:8)(cid:8)(cid:8)(cid:8)ोोोोगगगग मममम(cid:13)(cid:13)ंं(cid:13)(cid:13)ंं ााााललललयययय ((((ववववााााििििणणणण(cid:5)(cid:5)(cid:5)(cid:5)यययय ििििववववभभभभाााागगगग)))) ((((पपपपााााटटटटननननररररोोोोधधधधीीीी औऔऔऔरररर ससससंबंबंबंब(cid:13)(cid:13)(cid:13)(cid:13) शशशशु(cid:16)ु(cid:16)ु(cid:16)ु(cid:16)कककक ममममहहहहााााििििननननददददेशेशेशेशााााललललयययय)))) जजजजााााचचंंचचंं शशशश(cid:8)(cid:8)ुु(cid:8)(cid:8)ुु आआआआतततत ससससबबंंबबंं धधंंधधंं ीीीी अअअअििििधधधधससससचचूूचचूू ननननाााा नई (cid:1)द(cid:3)ली, 1 जनवरी, 2016 ििििववववषषषषयययय :::: चचचचीीीीनननन जजजजननननववववााााददददीीीी गगगगणणणणरररराााा(cid:24)(cid:24)(cid:24)(cid:24)यययय ममममललूूललूू ककककेेेे अअअअथथथथववववाााा ववववहहहहाााा ंं ंं सससस ेे ेे ििििननननययययाााािि(cid:28)(cid:28)िि(cid:28)(cid:28)तततततततत ’’’’एएएए(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30) यय ययििूूििूू ममममििििननननययययमममम ररररेेििेेििडडडडएएएएटटटटरररर,,,, एएएए(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30) यय ययििूूििूूममममििििननननययययमममम ररररेेेेििििडडडडएएएएटटटटरररर ससससबबबब अअअअसससस ेे ेे बब बब ललललीीीीजजजज ततततथथथथाााा एएएए(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30)यय यय ििूूििूू ममममििििननननययययमममम ररररेेेेििििडडडडएएएएटटटटरररर ककककोोोोरररर‘‘‘‘ ककककेेेे आआआआययययाााातततत"""" सससस ेे ेेससससबबंंबबंं ििंंििंंधधधधतततत ममममााााममममलललल ेे ेेमममम ## ##पपपपााााटटटटनननन----ररररोोोोधधधधीीीी जजजजााााचचंंचचंं कककक’’’’ शशशश(cid:8)(cid:8)ुु(cid:8)(cid:8)ुु आआआआतततत ।।।। फफफफाााा.... सससस((ंं((ंं यय यय ाााा 11114444////22224444////2222000011115555----डडडडीीीीजजजजीीीीएएएएडडडडीीीी....————यत: समय-समय पर यथा संशोिधत सीमा शु(cid:3)क टै(cid:24)रफ अिधिनयम, 1975 (िजस े आग े अिधिनयम भी कहा गया ह)ै और समय-समय पर यथा संशोिधत सीमा शु(cid:3)क टै(cid:24)रफ (पा(cid:24)टत व(cid:30) तु(cid:31) का अिभ!ान, उन पर पाटन-रोधी शु(cid:3)क का िनधा"रण और स%ं हण तथा ’ित िनधा"रण) िनयमावली, 1995 (िजसे आगे िनयमावली भी कहा गया ह)ै , के अनुसार मसे ज" बानको ,ोड. टस (इंिडया) िलिम(cid:24)टड (िजस े एत1प2 चात ‘आवेदक’, ’यािचकादाता’ या घरेलू उ7ोग भी कहा गया ह)ै ने िन9द: ,ािधकारी (िजसे एत1प2 चात ‘,ािधकारी’ भी कहा गया ह)ै के सम’ एक आवेदन ,(cid:30)त ुत (cid:1)कया ह,ै िजसम < उसन े चीन जनवादी गणरा=य (िजसे आगे संब> दशे कहा गया ह)ै के मूल के अथवा वहा ं स े िनयाि" तत “पुर।ने वाहन(cid:5) अथवा जेनरे ेटर सैट म (cid:16) इ(cid:18) तेमाल के िलए सीकेडी अथवा एसकेडी ि(cid:18)थितय(cid:5) सिहत ए(cid:27)य ूिमिनयम रेिडएटर, ए(cid:27)य ूिमिनयम रेिडएटर सब असे(cid:30) बलीज तथा ए(cid:27) यिू मिनयम रेिडएटर कोर, िजनम (cid:16) नए आटोमोबाइल म (cid:16) इ(cid:18)त ेमाल के िलए बनाए गए ए(cid:27) यूिमिनयम रेिडएटर शािमल नह# ह $ ।‘’ (िजस े िजस े एत1प2 चात संब> व(cid:30) तुएं कहा गया ह)ै के आयात? स ेसंबिं धत मामले म <पाटन-रोधी ज@च कA शBु आत करने का अनुरोध (cid:1)कया ह ै। 2. और यत: ,ािधकारी यह पाते ह D (cid:1)क संब> दशे के मलू के अथवा वहां स े िनयाि" तत सबं > व(cid:30) तु(cid:31) के पाटन होन और घरेलू उ7ोग को उनसे हो रही “’ित” के पया"E त ,थम दGृ टया ,माण ह Dतथा पाटन और “’ित” के बीच कारणाH मक संबंध ह,D जो (cid:1)क पाटन-रोधी जांच शBु आत करने के िलए यथोिचत ह D। ,ािधकारी एतIारा पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 5 31 GI/2016 (1) 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] म< उि(cid:3)लिखत ,ावधान के अनसु ार किथत पाटन होने और घरेलू उ7ोग को उससे होने वाली प(cid:24)रणामी ’ित कA जांच कA शुBआत करत े ह D ता(cid:1)क (cid:1)कसी भी किथत पाटन के िव7मान होने, उसकA माKा और ,भाव का पता लगाया जा सके और पाटन-रोधी शु(cid:3)क कA रािश, जो (cid:1)क य(cid:1)द ऐसा पाटन-रोधी शु(cid:3) क लगाया जाता ह,ै तो उससे घरेल ू उ7ोग को होने वाली ’ित को दरू करन ेके िलए पया"Eत होगी, कA िसफा(cid:24)रश कA जा सके । घघघघररररेेेेलललल ूू ूू उउउउ****ोोोोगगगग औऔऔऔरररर उउउउससससकककक’’’’ िििि----थथथथिििितततत 3. आवेदन पK मसे ज " बानको ,ोड.M स (इंिडया) िलिम(cid:24)टड Nारा ,(cid:30) तुत (cid:1)कया गया ह ै । (cid:24)रकाड " म < उपलO ध ,माण के अनुसार संब> वस त् ु(cid:31) के कुल घरेलू उHप ादन म < आवेदक का मुQ य अंशदान होता ह,ै जो (cid:1)क भारतीय उH पादन का 69% से भी अिधक अशं बनता ह ै । उपलOध सचू ना के अनुसार ,ािधकारी नोट करत े ह D (cid:1)क आवेदक कंपनी का भारतीय उHप ादन म< मुQय अशं दान होता ह ै । इसिलए ,ािधकारी िनधा"(cid:24)रत करते ह D (cid:1)क आवेदक िनयम 2 (ख) म< उि(cid:3)लिखत प(cid:24)रभाषा के भीतर घरेलू उ7ोग बनता ह ैऔर आवेदक पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 5 (3) के अनुसार घरेल ूउ7ोग कA ि(cid:30)थित के मानदडं को परू ा करता ह ै। ििििववववचचचचााााररररााााधधधधीीीीनननन उउउउ....पप पप ाााादददद 4. मौजूदा यािचका म< िवचाराधीन उHप ाद, चीन जनवादी गणरा= य मलू के अथवा वहां से िनया"ितत “पुरान े वाहन(cid:5) अथवा जेनरे ेटर सैट म(cid:16) इ(cid:18)त मे ाल के िलए सीकेडी अथवा एसकेडी ि(cid:18)थितय(cid:5) सिहत ए(cid:27) यूिमिनयम रेिडएटर, ए(cid:27) यूिमिनयम रेिडएटर सब असे(cid:30)ब लीज तथा ए(cid:27) यूिमिनयम रेिडएटर कोर, िजनम (cid:16) नए आटोमोबाइल म (cid:16) इ(cid:18) तेमाल के िलए बनाए गए ए(cid:27)य ूिमिनयम रेिडएटर शािमल नह# ह $ ।‘’ ए(cid:3) युिमिनयम रेिडएटर? को सीमा शु(cid:3) क टै(cid:24)रफ अिधिनयम, 1975 कA अनसु ूची–1 के उप-शीष " संQय ा 87089100 के अतं ग"त अY याय 87 म < वग[कृत (cid:1)कया गया ह ै । तथािप, सीमा शु(cid:3) क िवभाग का उ.त वग[करण िनदश\ ाHम क माK ह ैऔर यह मौजूदा जांच के काय-" ’ेK म <(cid:1)कसी भी तरह स ेबाY यकारी नह] ह ै। ससससममममाााानननन वववव----तत तत एएुुएएुु ंं ं ं 5. आवेदक न े िनवेदन (cid:1)कया ह ै (cid:1)क यािचकादाता Nारा उH पा(cid:1)दत उH पाद और संब> दशे से िनया"ितत उHप ाद म < कोई !ात अंतर नह] ह ै । दोन? उHप ाद? कA भौितक िवशषे ता(cid:31), काय_ और उपयोग?, उH पाद िविनदश\ न?, कAमत?, िवतरण और िवपणन तथा टै(cid:24)रफ वग[करण आ(cid:1)द जसै े ,ाचल? के Bप म< तलु नीय िवशेषताए ं ह D । घरेल ू उHप ाद और आयाितत उHप ाद के संबंध म< अHय ाव2य क उHप ाद ल’ण? कA तुलना करने स े ऐसा पता चलता ह ै (cid:1)क अH याव2 यक उH पाद ल’ण? के आधार पर घरेलू उ7ोग Nारा िन‘मत व(cid:30)त ुए ंआयाितत व(cid:30) तु(cid:31) के समान ही ह D। 6. इसिलए मौजूदा जांच के ,योजनाथ" भारत म< आवेदक Nारा िन‘मत कA जा रह] संब> व(cid:30)त (cid:31)ु को संब> दशे स े आयात कA जा रही संब> व(cid:30)त ु(cid:31) के समनBु प “समान व(cid:30) तुए”ं माना जा रहा ह ै। ससससबबंंबबंं //// ददददशशेेशशेे 7. मौजूदा जांच म < शािमल दशे चीन जनवादी गणरा= य है । ससससााााममममाााा0000यय यय मममम(cid:30)(cid:30)ूू(cid:30)(cid:30)ूू यय य य 8. यािचका दाता Nारा (cid:1)कए गए गैर-बाजार अथ"aय व(cid:30) था के दाव े को Y यान म< रखते bए ,ािधकारी ने ,थम दGृ टया यथा सशं ोिधत उ.त िनयमावली के अनुबंध – 1 के परै ा 7 और 8 म< उि(cid:3)लिखत ,ावधान? के अनसु ार संब> व(cid:30) तु(cid:31) के िविनमाण" कA लागत के आधार पर चीन म < स रं िचत सामाc य मू(cid:3) य पर िवचार (cid:1)कया ह ै । तथािप, पृथक िनया"तक ऐसी अवधारणा का खंडन कर सकत े हD और ,ािधकारी संब> िनयम? के अनसु ार ऐस ेपथृ क िनयात" क? के बाजार अथ"a यव(cid:30) था के दाव? कA जांच कर<गे । ििििननननययययाााातत(cid:28)(cid:28)तत(cid:28)(cid:28) कककक’’’’ममममतततत 9. यािचकादाता ने यह िनवेदन (cid:1)कया ह ै (cid:1)क हाला(cid:1)ं क िवचाराधीन उHप ाद का क(cid:24)टब> सीमा शु(cid:3) क का वग[करण िव7मान ह,ै इसिलए भारत म < संबिं धत उH पाद के आयात? कA माKा और म(cid:3)ू य का िनधार" ण करने के िलए डीजीसीआईएस Nारा ,कािशत सूचना को अपनाया नह] जा सकता ह ै . य?(cid:1)क िविभcन वाहन? के िलए सबं > व(cid:30) तु(cid:31) का पृथ.क रण सभं व नह] ह ै । यािचकादाता न े आईबीआईएस स े िवचाराधीन उHप ाद के आयात? कA कारोबार-वार सूचना ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3 ,ाEत कA ह ै। संब> दशे म< सबं > व(cid:30)त ु(cid:31) कA िनयात" कAमत के पया"E त ,थम दGृ टया ,माण ह D। जांच कA ,(cid:1)dया के दौरान ,ािधकारी वािणि=यक आसूचना और सािं QयकA महािनदेशालय (डीजीसीआईएडं एस) के सौदावार आयात आकं ड़? का भी िव2ल षे ण कर<गे । पपपपााााटटटटनननन ममममाााा1111जजजजनननन 10. आवेदक न े इस आशय के पयाE" त ,माण ,(cid:30) ततु (cid:1)कए ह D (cid:1)क संब> दशे म< संब> व(cid:30) तु(cid:31) के सामाcय मू(cid:3) य, िनबल िनया"त कAमत? से काफA अिधक ह,D िजनसे ,थम दGृ टया ऐसा पता चलता ह ै (cid:1)क संब> दशे के मलू कA अथवा वहा ं स े िनया"त कA जा रही संब> व(cid:30)त ु(cid:31) को पा(cid:24)टत (cid:1)कया जा रहा ह,ै जो (cid:1)क पाटन-रोधी जांच कA शBु आत को यथोिचत िस> करता ह।ै 2222िििितततत औऔऔऔरररर ककककााााररररणणणणाााा....मम मम कककक ससससबबंंबबंं धधंंधधंं 11. आवेदन ने यह दावा (cid:1)कया ह ै(cid:1)क उसे साम%ी गत ’ित bई ह ैऔर उसने संपणू " आयात? म< विृ > होन ेस,े उH पादन, िब(cid:1)dय?, ’मता उपयोग म< िगरावट आने स,े लाभ और लगाई गई पूंजी के ,ितलाभ और नकदी लाभ आ(cid:1)द म< िगरावट आन े से संब> दशे स े किथत पाटन (cid:1)कए जाने के प(cid:24)रणाम(cid:30) वBप उसको होन े वाली ’ित के सबं ंध म < ,माण ,(cid:30) तुत (cid:1)कए ह D । आवेदक ने कAमत? पर ,ितकूल ,भाव पडन े का भी दावा (cid:1)कया ह,ै जो (cid:1)क कAमत fास स ेपता चलता ह ै। ,ािधकारी यह मानते ह D(cid:1)क ऐसे पया"Eत ,माण िव7मान ह,D िजनसे यह पता चलता ह ै(cid:1)क संब> दशे से संब> व(cid:30) तु(cid:31) के पा(cid:24)टत आयात? के कारण आवेदक को “’ित” हो रही ह ैऔर य े,माण पाटन-रोधी जांच कA शुBआत को यथोिचत िस> करत े ह D। जजजजााााचचंंचचंं कककक’’’’ अअअअववववििििधधधध 12. मौजूदा जांच के िलए जाचं कA अविध 1 अ,लै , 2014 से 31 माच", 2015 तक होगी । तथािप, ’ित कA जाचं कA अविध म< अ,ैल 2011 - माच", 2012, अ,लै 2012 - माच", 2013, अ,लै 2013 - माच", 2014 तक कA अविध और जांच कA अविध (पीओआई) शािमल होगी । ससससचचूूचचूू ननननाााा 3333----तत तत ततुुततुु ककककररररननननाााा 13. संब> दशे म < !ात िनयात" क? को और भारत म <उनके दतू ावास? के ज(cid:24)रए संब> दशे कA सरकार को, भारत म <उH पाद स े संबिं धत !ात आयातक? और ,यो.त ा(cid:31) को तथा घरेलू उ7ोग को अलग स े सूिचत (cid:1)कया जा रहा ह ै ता(cid:1)क वे सम(cid:30)त संब> सूचना को िनधा(cid:24)" रत ,पK म <और यथा िनधा(cid:24)" रत तरीके ,ािधकारी को उनके िनिl न लिखत पते पर ,ेिषत कर सक< । कोई अcय िहतब> प’कार भी जाचं स े संब> अपन े िलिखत िनवेदन, िनधा(cid:24)" रत समय-सीमा के भीतर िनl निलिखत पत े पर भेज सकता ह ै:- ििििननननधधधधाााा44(cid:28)(cid:28)44(cid:28)(cid:28)ररररतततत 3333ााााििििधधधधककककााााररररीीीी,,,, पपपपााााटटटटननननररररोोोोधधधधीीीी एएएएवववव ंं ंंससससबबंंबबंं //// शशशशु(cid:30)ु(cid:30)ु(cid:30)ु(cid:30)कककक ममममहहहहााााििििननननददददशशेेशशेे ााााललललयययय ववववााााििििणणणण(cid:24)(cid:24)(cid:24)(cid:24)यययय औऔऔऔरररर उउउउ****ोोोोगगगग मममम55ंं55ंं ााााललललयययय ववववााााििििणणणण(cid:24)(cid:24)(cid:24)(cid:24)यययय ििििववववभभभभाााागगगग चचचचौौौौथथथथाााा ततततलललल,,,, जजजजीीीीववववनननन तततताााारररराााा ििििबबबब6666(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30)डडडडगगगग,,,, 5555 ससससससंंससंं दददद ममममाााागगगग,,(cid:28)(cid:28),,(cid:28)(cid:28) ननननईईईई ::::दददद(cid:30)(cid:30)(cid:30)(cid:30)ललललीीीी----111111110000000000001111 ससससममममयययय ससससीीीीममममाााा 14. वत"मान जांच से संबंिधत कोई भी सूचना िलिखत Bप म< भेजी जानी चािहए जो (cid:1)क इस अिधसूचना के ,काशन कA तारीख स ेचालीस (40 (cid:1)दन) (cid:1)दन? से पूव" उपयु. त पते पर ,ािधकारी के पास पbचं जानी चािहए । य(cid:1)द िनधा(cid:24)" रत समय सीमा के भीतर कोई सूचना ,ाEत नह] होती ह ै या ,ाE त bई सूचना अधूरी होती ह,,ै,, तो ,ािधकारी पाटन-रोधी िनयम? के अंतग"त (cid:24)रकाड "म <““““उपलOध तmय ?”””” के आधार पर अपन ेजांच प(cid:24)रणाम दज" कर सकत ेह D। गगगगोोोोपपपपननननीीीीयययय आआआआधधधधाााारररर पपपपरररर ससससचचूूचचूू ननननाााा 3333----तत तत ततुुततुु ककककररररननननाााा 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] 11115.... सभी िहतब> प’कार? को पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 7 (1) के अनसु ार ,दHत कA गई गोपनीय सचू ना के िलए पाटन-रोधी िनयमावली के िनयम 7 (2) के अनसु ार गोपनीय और अगोपनीय सारांश ,(cid:30) तुत करना अपिे ’त होगा । गोपनीय सूचना के अगोपनीय वृताcत अथवा अगोपनीय साराशं म< पया"E त O यौरे िनिहत होन े चािहए ता(cid:1)क उc ह < अc य िहतब> प’कार साथक" Bप स े समझ सक< । य(cid:1)द सूचना ,दान करन े वाल े प’कार का ऐसा िवचार ह ै (cid:1)क ऐसी सूचना का सारांश ,(cid:30)त ुत नह] (cid:1)कया जा सकता ह,,ै,, तो उस ि(cid:30)थित म< उसके कारण का एक िववरण ,(cid:30) ततु (cid:1)कया जाना अपेि’त ह ै। 16. उपरो.त परै ा म < िनिहत (cid:1)कसी भी aय व(cid:30) था के बावजदू य(cid:1)द ,ािधकारी इस तm य स े सतं ुG ट ह D (cid:1)क गोपनीयता को बनाए रखन े का अनरु ोध (cid:1)कया जाना आव2य क नह] ह ै अथवा सचू ना ,दायक,,,, सूचना को साव"जिनक (cid:1)कए जान े अथवा सूचना को सामाcय तरीके स े अथवा उसको सारांश के Bप म <,कट करन े के िलए ,ािधकृत करने के ,ित अिनoछुक ह,,ै,, तो ऐसी ि(cid:30)थित म< ऐसी सूचना कA उपे’ा कर सकता ह ै। ससससााााववववजज(cid:28)(cid:28)जज(cid:28)(cid:28) ििििननननकककक फफफफााााईईईईलललल ककककाााा ििििननननररररीीीी2222णणणण 17. िनयम 6 (7) के अनसु ार कोई भी िहतब> प’कार उस साव"जिनक फाईल का िनरी’ण कर सकता ह,ै िजसम < अc य िहतब> प’कार? Nारा ,(cid:30)त ुत साrय के अगोपनीय वृताc त रख ेगए ह D। अअअअससससहहहहययययोोोोगगगग 18. य(cid:1)द कोई िहतब> प’कार उिचत अविध के भीतर आव2 यक सूचना जुटान ेसे मना करता ह ैऔर उसे अc यथा उपलO ध नह] कराता ह ै अथवा जांच म < अHय िधक बाधा डालता ह,ै तो ,ािधकारी ऐसे िहतब> प’कार को असहयोगी घोिषत कर सकत े ह D और अपन े पास उपलOध तmय ? के आधार पर जांच प(cid:24)रणाम दज "कर सकते ह Dतथा उcह < जसै ा भी उपयु. त लगता ह,ै केcs ीय सरकार को यथोिचत िसफा(cid:24)रश <कर सकते ह D। ए. के. भ(cid:3) ला, िन9दG ट ,ािधकारी MINISTRY OF COMMERCE AND INDUSTRY (Department of Commerce) (DIRECTORATE GENERAL OF ANTI DUMPING AND ALLIED DUTIES) INITIATION NOTIFICATION New Delhi, the 1st January, 2016 Subject: Initiation of Anti-Dumping Duty investigation concerning imports of “Aluminium Radiators, Aluminium Radiator Sub-Assemblies and aluminum Radiator Core” originating in or exported from China-reg. F. No. 14/24/2015-DGAD.—M/s. Banco Products (India) Ltd. (hereinafter referred to as ‘petitioner’ or “ the applicant” ) has filed an application (also referred to as petition) before the Designated Authority (hereinafter referred to as the Authority) in accordance with the Customs Tariff Act, 1975 as amended from time to time (hereinafter referred to as the Act) and Customs Tariff (Identification, Assessment and Collection of Anti-Dumping Duty on Dumped articles and for Determination of injury) Rules, 1995 as amended from time to time (hereinafter referred to as the AD Rules) for initiation of Anti-Dumping Duty investigation concerning imports of “Aluminium Radiators, Aluminium Radiator Sub- Assemblies and aluminum Radiator Core, including in CKD or SKD conditions, for use in used/on road vehicles and generator sets, excluding aluminum radiators meant for use in new automobiles”(hereinafter also referred to as subject goods) from China PR (hereinafter also referred to as subject country). 2. And whereas, the Authority finds that sufficient prima facie evidence of dumping of the subject goods originating in or exported from the subject country, injuryto the domestic industry and causal link between the dumping andinjury exists to justify initiation of an anti-dumping investigation. The Authority hereby initiates an investigation into the ¹Hkkx Iµ[k.M 1º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5 alleged dumping, and consequent injury to the domestic industry in terms of the Rule 5 of the AD Rules, to determine the existence, degree and effect of any alleged dumping and to recommend the amount of antidumping duty, which if levied would be adequate to remove the injury to the domestic industry. Domestic Industry & Standing 3. The application has been filed by M/s Banco Products (India) Ltd. As per the details furnished, the applicant accounts for a major proportion of the total domestic production of the subject goods constituting more than 69% of Indian production. On the basis of available information the Authority notes that the applicant company constitutes a major proportion in Indian production. The Authority, therefore, determines that the applicant constitutes domestic industry within the meaning of the Rule 2 (b) and the application satisfies the criteria of standing in terms of Rule 5 (3) of the Rules supra. Product under consideration 4. The product under consideration in the present petition is “Aluminium Radiators, Aluminium Radiator Sub - Assemblies and aluminum Radiator Core, including in CKD or SKD conditions, for use in used/on road vehicles and generator sets, excluding aluminum radiators meant for use in new automobiles”. Aluminium Radiators are classified in Chapter 87 under customs subheading no. 87089100 of Schedule I of the Customs Tariff Act, 1975. However, the said Customs classification is indicative only and in no way binding on the scope of the present investigation. Like Articles 5. The petitioner has submitted that there is no known difference in product produced by the petitioner and exported from the subject country. Both products have comparable characteristics in terms of parameters such as physical characteristics, functions & uses, product specifications, pricing, distribution & marketing and tariff classification, etc. Comparison of essential product properties in respect of domestic product and imported product would show that the goods produced by the domestic industry are identical to the imported goods in terms of essential product properties. 6. Therefore, for the purpose of the present investigation, the subject goods produced by the applicant in India are being treated as ‘Like Article’ to the subject goods being imported from the subject country. Subject Country 7. The country involved in the present investigation isChina PR Normal value 8. In view of the Non-market economy claims by the petitioner the Authority has prima facie considered the Constructed Normal Value in China, based on cost of manufacturing the subject goods, in terms of Para 7 & 8 of the Annexure 1 to the said Rules as amended. However, the individual exporters may rebut this presumption and the Authority shall examine the market economy claims of individual exporters in terms of the relevant Rules. Export Price 9. The petitioner has submitted that even though the product under consideration has a dedicated customs classification, the information published by the DGCIS could not be adopted for determination of volume and value of imports of product concerned in India as segregation of subject goods for various vehicles was not possible. The petitioner has procured transaction-wise information on imports of the product under consideration from IBIS. There is sufficient prima facie evidence of export price of the subject goods in the subject countries.During the course of investigation, the Authority will also analyse transaction-wise import data from Directorate General of Commercial Intelligence & Statistics (DGCI&S). Dumping Margin 10. The applicant has provided sufficient evidence that the normal values of the subject goods in the subject countries are significantly higher than the net export prices, prima-facie indicating that the subject goods originating in or exported from the subject countries are being dumped, to justify initiation of an antidumping investigation. Injury and Causal Link 11. The applicant has claimed that they have suffered material injury and have furnished evidence regarding injury having taken place as a result of the alleged dumping from subject countries in terms of increase in imports in absolute 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART I—SEC. 1] terms, decline in production, sales, capacity utilization, deterioration in profits, and return on capital employed and cash profit etc. The applicant has also claimed adverse price effects as evidenced by price suppression. The Authority considers that there is sufficient evidence of ‘injury’ being suffered by the applicant caused by dumped imports of subject goods from subject country to justify initiation of an antidumping investigation. Period of Investigation 12. The period of investigation for the present investigation is from 1st April 2014 to 31stMarch 2015. However, the injury investigation period will cover the periods April 2011-March 2012, April 2012 to March 2013, April 2013 to March 2014 and the Period of Investigation (POI). Submission of information 13. The known exporters in the subject countries and their Governments through their Embassies in India, importers and users in India known to be concerned and the domestic industry are being informed separately to enable them to file all information relevant in the form and manner prescribed. Any other interested party may also make its submissions relevant to the investigation within the time-limit set out below and write to: The Designated Authority, Ministry of Commerce & Industry Department of Commerce Directorate General of Anti Dumping& Allied Duties 4th Floor, Jeevan Tara Building, Parliament Street New Delhi110001 Time limit 14. Any information relating to this investigation should be sent in writing so as to reach the Authority at the above address not later than 40 days from the date of publication of this notification. If no information is received within the prescribed time limit or the information received is incomplete, the Authority may record their findings on the basis of the ‘facts available’ on record in accordance with the AD Rules. Submission of Information on Non-Confidential basis 15. All interested parties shall provide a confidential and non-confidential summary in terms of Rule 7 (2) of the AD Rules for the confidential information provided as per Rule 7 (1) of the AD Rules. The non-confidential version or non- confidential summary of the confidential information should be in sufficient detail to provide a meaningful understanding of the information to the other interested parties. If in the opinion of the party providing information, such information is not susceptible to summary; a statement of reason thereof is required to be provided. 16. Notwithstanding anything contained in para above, if the Authority is satisfied that the request for confidentiality is not warranted or the supplier of the information is either unwilling to make the information public or to authorize its disclosure in a generalized or summary form, it may disregard such information. Inspection of Public File 17. In terms of rule 6(7) any interested party may inspect the public file containing non-confidential versions of the evidence submitted by other interested parties. Non-cooperation 18. In case any interested party refuses access to and otherwise does not provide necessary information within a reasonable period, or significantly impedes the investigation, the Authority may record its findings on the basis of the facts available to it and make such recommendations to the Central Governments as deemed fit. A. K. BHALLA, Designated Authority Printed by the Manager, Government of India Press, Ring Road, Mayapuri, New Delhi-110064 and Published by the Controller of Publications, Delhi-110054.