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Union Government, Extraordinary, 2015-01-15, Part II-Section 3-Sub-Section(i), Ref. G.S.R. 34(E) PDF

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Preview Union Government, Extraordinary, 2015-01-15, Part II-Section 3-Sub-Section(i), Ref. G.S.R. 34(E)

jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx II—[k.M 3—mi&[k.M (i) PART II—Section 3—Sub-section (i) izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 32] ubZ fnYyh] c``gLifrokj] tuojh 15] 2015@ikS"k 25] 1936 No. 32] NEW DELHI, THURSDAY, JANUARY 15, 2015/PAUSA 25, 1936 (cid:1)व(cid:3)त मं(cid:8)ालय (राज(cid:15) व (cid:1)वभाग) (र(cid:19)ोपाय महा(cid:23)नदेशक का काया(cid:29)लय) (सीमा श!ु क एवं के# $%य उRपाद श!ु क) अ(धसचू ना 2015 अ(cid:23)ंतम जांच प0रणाम (cid:1)वषय : सो4डयम डाय-7ोमेट का भारत म9 आयात से संब(ंधत र(cid:19)ोपाय जांच 1997 को > यान म9 रखत े हुए क. AB7या कहा गया है) के (cid:23)नयम 5 के अतं गत(cid:29) मैसस(cid:29) (cid:1)वDण ु कैEमक! स Fवारा एक आवेदनप(cid:8) सो4डयम डाय7ोमेट के आयातG पर र(cid:19)ोपाय श!ु क का अ(धरोपण कH मांग करत े हुए दायर Bकया गया है I यGBक आयातG म9 व(cid:1)Kृ भारत म9 सो4डयम डाय7ोमेट के घरेलू उ(cid:3) पादकG को गंभीर (cid:19)(cid:23)त का0रत कर रहे हM या/और गभं ीर (cid:19)(cid:23)त कH चनु ौती उ(cid:3) प# न कर रहे हM। 2. उI त र(cid:19)ोपाय (cid:23)नयमावल% के (cid:23)नयम 5 के अतं गत(cid:29) कH अपे(cid:19)ाओं को परू ा करने के उSेT य से आवेदक Fवारा A(cid:15)त ुत गई सूचना का घरेल ू उ(cid:3) पादकG के सयं ं(cid:8)G का (cid:15)थ ल दौरा करके आवT यक समझी गई सीमा तक स(cid:3) यापन Bकया गया। स(cid:3) यापन 0रपोट(cid:29) का अगोपनीय पाठ सावज(cid:29) (cid:23)नक फाइल म9 रखा गया है। इस बात स े संतDु ट होत े हुए Bक (cid:23)नयम 5 कH अपे(cid:19)ाओ ं को परू ा कर [दया गया है भारत म9 सो4डयम डाय7ोमेट के आयातG से संब(ंधत र(cid:19)ोपाय जांच कH शु\आत का 226 GI/2015 (1) 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)] 2014 के जांच शु\आत नो[टस के एक A(cid:23)त तथा घरेल ू उFयोग Fवारा दायर आवदे नप(cid:8) के अगोपनीय पाठ कH एक A(cid:23)त Aमखु (cid:23)नया(cid:29)तक राD ^G कH सरकारG को भारत ि(cid:15) थत उनके राजदतू ावासG के ज0रए तथा अधोEल`खत सचू ीबK [हतबK प(cid:19)कारG को सीमाश!ु क Aश!ु क (र(cid:19)ोपाय श!ु क कH पहचान एवं आकलन) (cid:23)नयमावल% 1997 के (cid:23)नयम 6(2) और 6(3) आयातG और (cid:23)नया(cid:29)तकG को AT नावEलयG भेजी गc और उनसे कहा गया Bक व े 30 [दनG के अदं र उसका A(cid:15) तु(cid:3)तर A(cid:15) ततु कर9। ख. घरेलू उ(cid:3) पादक (i) मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु कैEमक!स भवु नेT वर भवु नेT वर नागपरु कोलकाता सोनीपत उड़ीसा शाडोल उड़ीसा (cid:1)वजयवाड़ा ग. आयातकता(cid:29)/उपयोI ता उFयोग मुंबई मुंबई अe बरनाथ मुंबई मुंबई (vi) मैसस (cid:29) ए एस इंटरAाइजेज थाणे (vii) मसै स (cid:29) माइकास आगf(cid:23)नI स EलEमटेड वापी कोलकाता गजु रात गजु रात (xi) मैसस (cid:29) वापी (cid:1)पगम9gस कैEमक!स Aाइवटे Eलमटेड वापी बलु सार कोलकाता (xiv) मैसस (cid:29) के एन कैEमक!स कानपरु (xv) मैसस (cid:29) इंडो टैन कैEमक!स EलEमटेड कोलकाता ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3 (xvi) मैसस (cid:29) शासनु फामा(cid:29)(cid:15) य[ुटक! स EलEमटेड ल(ुधयाना नवी मुंबई कोलकाता सोलन कोचीन (xxii) मैसस (cid:29) सदू चेनh Aाइवेट EलEमटेड कोचीन मंगलौर बड़ोदा वापी घ. (cid:23)नया(cid:29)तक डीई दi(cid:19)ण अjHका (iii) मैसस (cid:29) सीसेकैम 4डस [टकारेट ए एस तकु k दबु ई यएू ई \स कािजख(cid:15) तान चीन जापान ड. (cid:23)नया(cid:29)तक राD ^ कH सरकार (i) चीन जनवाद% गणराlय का राजदतू ावास (ii) दi(cid:19)ण अjHका का राजदतू ावास (iii) \स का राजदतू ावास (iv) कजा`ख(cid:15)त ान का राजदतू ावास 4. [हतबK प(cid:19)कार के \प म9 (cid:1)वचार करने के Eलए (cid:23)नeन Eल`खत प(cid:19)कारG से अनरु ोध Aाm त हुआ : \स महाराD ^ मुंबई (iv) मैसस (cid:29) वोI सो (cid:1)पगम9gस एडं कैEमक! स Aाइवेट EलEमटेड (v) मैसस (cid:29) टेI नो इंडि(cid:15) ^यल AोडI gस कोलकाता कानपरु (vii) यरू ो(cid:1)पयन य(cid:23)ूनयन नई [द! ल% (viii) भारत गणराl य म9 \सी प0रसंघ का nय ापार A(cid:23)त(cid:23)न(धमंडल Eम(cid:23)नLVªh आफ इकोनामी राउरकेला (xi) मैसस (cid:29) EसKाथ (cid:29) कैEमक!स राउरकेला (xii) मैसस (cid:29) Eमडउराल कैEमक!स एसए ि(cid:15) वटजरलडM 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)] सभी अनुरोध (cid:15) वीकार कर Eलए गए। 5. उनके Fवारा उठाए गए अ(धकाशं मSु े अ# य [हतबK प(cid:19)कारG Fवारा Bकए गए A(cid:15) त(cid:23)ुतकरणG के समान ह% हM। इन पर तदनुसार उपयIु त (cid:15) थानG पर (cid:1)वचार Bकया गया है। जो (cid:23)नeन Eल`खत हM : oी कनकदगु ा (cid:29) 7ोमेgस (Aाइवेट) EलEमटेड और आक(cid:29)सैन कैEमक! स Aाइवेट EलEमटेड न े उ! लखे Bकया है Bक भारत म9 संव(ध(cid:29)त आयातG ने उनको भार% (cid:19)(cid:23)त पहुंचाई है। (ii) मैसस (cid:29) वापी (cid:1)पगम9gस Aाइवटे EलEमटेड : मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु कैEमक! स सो4डयम डाय7ोमेट का अpणी उ(cid:3) पादक है और उसका भारतीय बाजार म9 एक बहुत बड़ा [ह(cid:15) सा है I यGBक अपीलकता(cid:29)ओं का कुल भारतीय उ(cid:3) पादन म9 75/85 A(cid:23)तशत से अ(धक उ(cid:3) पादन है। Bकसी भी र(cid:19)ोपाय श!ु क का प0रणाम यह होगा Bक घरेल ू उFयोग कH Aभा(cid:1)वता हो जाएगी िजसके कारण घरेलू उFयोग कH Aविृ (cid:3)त एका(धकारवाद% हो जाएगी और उपयोगकता(cid:29)/उपभोI ता लोगG का शोषण होगा। घरेलू उFयोग ने एक अलाभकर परe परा अपना रखी है िजसम9 उ# हGने उपभोI ताओं को बताए rबना बंद% कर द% िजसके प0रणाम(cid:15) व\प उपभोI ता य(cid:23)ू नटG म9 हलचल मच गई। उ(cid:3) पादन और आप(cid:23)ू तय(cid:29) ां पनु : श\ु कर देन े पर भी घरेल ू उFयोग Fवारा कHमत म9 मनमाने ढंग से व(cid:1)ृK कH गई िजसके कारण उपभोI ताओ ं को इसी खर%द उनकH कHमतG पर करने के Eलए मजबरू होना पड़ा। अि(cid:15) थर आप(cid:23)ू त (cid:29) के कारण आयात करने पर (cid:1)ववश होना पड़ा। Bकसी भी (cid:1)वदेशी आप(cid:23)ू तक(cid:29) ता/(cid:29) उ(cid:3) पादक ने भारतीय बाजार को सिl जत नह%ं Bकया और न ह% उ# हGने भारतीय बाजार का लाभ उठाया। (cid:19)मता उपयोग घरेल ू तथा (cid:23)नया(cid:29)तG पर आधा0रत है। घरेल ू उFयोग अंतरा(cid:29)D^ %य A(cid:23)त(cid:15) पधा (cid:29) से भी Aभा(cid:1)वत हो सकती है। हो सकता है Bक घरेल ू कारण एक बड़ा अशं दानकता(cid:29) न हो। घरेलू उFयोग अंतरा(cid:29)ष ^् %य बाजार म9 अpणी उ(cid:3) पादकG कH कारगर एव ं कुशल AौFयो(गकH को A(cid:23)तकृ(cid:23)त करने म9 सफल नह%ं हो सके िजसके प0रणाम(cid:15) व\प वे कम लागत Aभावी हो गए। AौFयो(गकH म9 Bकसी भी (cid:8)[ु ट को उपभोI ताओं/AयोI ताओं Fवारा (cid:1)व(cid:3) तपो(cid:1)षत नह%ं Bकया जाना चा[हए। नफा और नकु सान (क) उ(cid:3) पाद (ख) AौFयो(गकH (ग) लागत संतलु न (घ) मशीनर% का सेट अप (ड.) rब7H नी(cid:23)त (च) बाजार मांग (छ) 7े4डट उ# मखु ीकरण आ[द पर (cid:23)नभ(cid:29)र रहती है। इस यू(cid:23)नट के साथ कोई भी कारक संतEुलत नह%ं है। सोडा ऐश आ[द जैसी क(cid:23)तपय सामpी के आयातG पर (cid:23)नभर(cid:29) रहना पड़ता है। इसEलए उपभोI तागणG के साथ अि(cid:15) थर आप(cid:23)ूत (cid:29) oंखृ ला और (cid:1)व(cid:23)नमय जो`खम का खतरा रहता है। गजु रात : माइकास अण(cid:23)(cid:29) नक EलEमटेड भारत म9 एक अpणी 7ोम (cid:1)पगम9ट (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ता है और वह सो4डयम डाय7ोमेट कH खपत कर रहा है। ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5 (cid:1)वगत तीन वषw से इस सामpी कH आयात कHमत9 अ(धक बनी रह%ं और उ# ह9 अभी भी आयात करने के Eलए मजबरू Bकया जाता है I यGBक मसै स (cid:29) (cid:1)वDण ु कैEमक! स सो4डयम डाय7ोमेट कH आप(cid:23)ूत (cid:29) करने म9 संगत नह%ं है और उनके उ(cid:3) पाद कH I वाEलट% भी वैसी ह% नह%ं होता है। का उ(cid:3) पादन भारत म9 केवल एकमा(cid:8) (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ता (उड़ीसा माइ(cid:23)नगं कारपोरेशन) Fवारा Bकया जाता है। यह एकमा(cid:8) (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ता 7ोम अय(cid:15) क कH आधारभतू कHमत9 लगातार बढ़ा रहा है और कy च े माल कH लागत के कारण इस उ(cid:3) पाद कH (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण लागत अंतरा(cid:29)D ^%य बाजार म9 उपलzध समाpी कH तलु ना म9 अथ(cid:29)(cid:19)म नह%ं रह%। जांच श\ु आत नो[टस म9 Aदान कराए गए अ# य आप(cid:23)ू तक(cid:29) ता(cid:29)ओ ं के z यौरG का स(cid:3) यापन स(cid:19)म Aा(धकार% Fवारा होना चा[हए I यGBक यह आप(cid:23)ूतक(cid:29) ता(cid:29) सो4डयम डाय7ेामेट कH आप(cid:23)ूत (cid:29) करने के Eलए बाजार म9 उपलz ध नह%ं है I यGBक उ# हGने अपने सयं ं(cid:8) या तो पया(cid:29)वरण संबंधी शत{ परू % न कर पाने के कारण बदं कर [दए हM या व े सो4डयम डाय7ोमेट का (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण अपने आप(cid:15) ^%म या अनुAवाह% उ(cid:3) पादG के Eलए pाह% खपत के Eलए करत े है। घरेलू उFयोग 7ोम अय(cid:15) क का आयात अंतरा(cid:29)D^ %य बाजार से करता आ रहा है और सो4डयम डाय7ोमेट के आप(cid:23)ू तक(cid:29) ता(cid:29) के \प म9 घरेल ू उFयोग पर (cid:23)नभर(cid:29) ता काफH जो`खम भर% है I यGBक सो4डयम डाय7ोमेट का (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण करने के Eलए 7ोम अय(cid:15) क एक Aमखु कy चा माल है। कy च े माल कH अनपु लzधता के कारण बदं करना पड़ा िजसके प0रणाम(cid:15) व\प सो4डयम डाय7ोमेट कH आप(cid:23)ू त (cid:29) बदं हो गई और अनAु वाह% उ(cid:3) पाद के उ(cid:3) पादकG को अपना (cid:1)व(cid:23)नमाण(cid:29) बंद करना पड़ा और उ# ह9 भार% (cid:1)व(cid:3) तीय घाटा हुआ। सो4डयम डाय7ोमेट के आयातG पर र(cid:19)ोपाय श!ु क का अ(धरोपण करने के प0रणाम(cid:15) व\प उनके प0रD कृत उ(cid:3) पाद (7ोम (cid:1)पगम9gस) कH कHमत घरेलू बाजार म9 अA(cid:23)त(cid:15) पधh हो जाएगी तथा इससे 7ोम (cid:1)पगम9ट के अ# य अंतरा(cid:29)D ^%य (cid:1)व(cid:23)नमात(cid:29) ाओं को भारत म9 अपना उ(cid:3) पाद (cid:23)नयात(cid:29) क करने का अवसर Eमल जाएगा। घरेलू उFयोग सो4डयम डाय7ोमेट का एकमा(cid:8) उ(cid:3) पादक होने के कारण उFयोग पर एका(धका0रता (cid:15) था(cid:1)पत कर लेगा अैर वह 7ोम (cid:1)पगम9ट (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण उFयोग का शोषण करेगा। घरेलू उFयोग ने घरेलू (चतं ा और घरेल ू ज\रत पर (cid:1)वचार Bकए rबना उस समय अ(धकतम (cid:23)नया(cid:29)त Bकया जब वैिTव क कHमत9 घरेलू उFयोग कH कHमतG स े अ(धक थी। 2014 को समाmत (cid:1)पछल% (cid:23)तमाह% के Eलए 15 A(cid:23)तशत के (cid:23)नकट रह% है और (cid:1)पछले तीन वषw के Eलए उनकH पीबीआईट% वष (cid:29) दर वष (cid:29) आधार पर 13-14 के बीच रह% है। लाभAदता म9 यह व(cid:1)ृK उनके (cid:1)व(cid:3) तीय प0रणामG और बाजार (cid:23)नDप ादन के आधार पर उनकH संव(धत(cid:29) शये र कHमत म9 |िD टगोचर है। घरेलू उFयोग का यह दावा Bक यह (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद rब7H का 40 A(cid:23)तशत से अ(धक है और य[द उनकH पीबीआईट% लगभग 14 A(cid:23)तशत के बराबर है तो यह सच नह%ं है Bक उस े घाटा हो रहा है। या(चकाकता(cid:29) लागत लेखापर%(cid:19)ा कH संवी(cid:19)ा Bकए जान े कH आवT यकता है I यGBक घरेल ू उFयोग ने रिज(cid:15) ^ार आफ कeप नीज के पास दायर कंपनी अ(ध(cid:23)नयम के अंतगत(cid:29) सा(cid:1)ंव(धक अपे(cid:19)ा के बावजदू उसका खलु ासा Bकया है। 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)] 000 एमट% 7ोम (cid:1)पगम9ट का (cid:1)व(cid:23)नमाण(cid:29) करता है और इसम9 लगभग 1750-2000 n यिI तयG को माEसक औसत रोजगार बंद% का सामना कर रहा होगा। र(cid:19)ोपाय श!ु क का अ(धरोपण करने से 7ोम (cid:1)पगम9ट के आयात Aो(cid:3) सा[हत हGगे और इससे (cid:1)पगम9ट उFयोग को 240 करोड़ }पए के राज(cid:15) व का घाटा होगा और 30 करोड़ }पए का उ(cid:3) पाद श!ु क घाटा होगा। (iv) मैसस (cid:29) सोना Eसथं े[टI स AोडI gस : वे लघ ु (cid:1)पगम9ट (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ता है और अपने उ(cid:3) पाद का (cid:1)वTव के कई भागG म9 (cid:23)नया(cid:29)त जापान आ[द अ# य देशG के साथ A(cid:23)त(cid:15) पधा (cid:29) करने म9 स(cid:19)म है। घरेलू उFयोग भारत म9 केवल (cid:15) थानीय आप(cid:23)ू तक(cid:29) ता(cid:29) है और भारतीय (cid:15) थानीय बाजार म9 एका(धका0रता धा0रत करता है। र(cid:19)ोपाय श!ु क (cid:1)पगम9ट के सभी (cid:15) थानीय (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ताओं के Eलए एक चनु ौती होगी I यGBक उ# ह9 (cid:15)थ ानीय उ(cid:3) पादक कH अn यवि(cid:15) थत सपु दु (cid:29)गी और गणु व(cid:3) ता कH असe पDु टता शाEमल हM। जांच श\ु आत नो[टस के अन\ु प घरेल ू उFयोग कभी भी जब आयात बहुत कम थे तब भी अपनी संयं(cid:8) (cid:19)मता के 35 और वे आवT यकता पड़ने अपiे(cid:19)त मा(cid:8)ा म9 Aदान करन े म9 असफल रहे। सो4डयम डाय7ोमेट का (cid:1)व(cid:23)नमाण(cid:29) करने के Eलए Aमखु कy चा माल 7ोम अय(cid:15) क है िजसका घरेल ू उFयोग Fवारा आयात Bकया जा रहा है। अपना कy चा माल Aाm त करने म9 होन े वाला कोई भी (cid:1)वलबं का सो4डयम डाय7ोमेट के उ(cid:3) पादन पर A(cid:3) य(cid:19) Aभाव पड़गे ा और इसका (cid:1)पगम9ट के सभी (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ताओ ं पर गभं ीर Aभाव पड़गे ा। (v) मैसस (cid:29) वोI सो (cid:1)पगम9gस एडं कैEमक!स Aाइवेट EलEमटेड : मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु कैEमक! स इसकH 70 A(cid:23)तशत rब7H करने के Eलए उ(cid:3) तरदायी है और पाटनरोधी या र(cid:19)ोपाय शु!क से एका(धकारवाद% परe परा (cid:15)थ ा(cid:1)पत हो जाएगी िजसके प0रणाम(cid:15)व \प सो4डयम डाय7ोमटे के घरेल ू एसएसआई Aयोगकताओ(cid:29) ं का शोषण होगा। मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु कैEमक!स भी अपन े आधारभतू कyच े माल के Eलए आयात पर (cid:23)नभर(cid:29) है और इस Aकार वा(cid:15) त(cid:1)वक अ(cid:23)ंतम AयोI ताओं को आधारभतू कy चे माल कH उपलzध ता कH अ(cid:23)निT चतता पर छोड़ [दया जाएगा। सो4डयम डाय7ोमेट का Aयोग गई एसएसआई (cid:1)व(cid:23)नमाण(cid:29) इकाइयG Fवारा (cid:1)पगम9ड और सकै र%न का उ(cid:3) पादन करने के Eलए Bकया जा रहा है। य[द इसकH उपलz धता के Eलए घरेल ू बाजार म9 70 A(cid:23)तशत बाजार [ह(cid:15) सेदार% वाले एकमा(cid:8) ~ोत उ(cid:3) पादक पर (cid:23)नभ(cid:29)र रहना पड़ े और Bकसी अ# य ~ोत स े कोई (cid:1)वक!प न हो तो इसकH कHमतG से समझौता/सिl जत Bकया जा सकता है और तदनुसार एसएसआई उFयोग को अपना Aचालन करना अनथ(cid:19)(cid:29) म बना देगा। कई अवसरG पर मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु केEमक!स कH बड़ी उ(cid:3) पादन (cid:19)मता रहने के बावजदू आप(cid:23)ूत (cid:29) संबंधी सम(cid:15) याए ं रह% हM। सो4डयम डाइ7ोमेट वॉI सो (cid:1)प€म 9gस और केEमक!स के अ(cid:23)ंतम AयोI ता के पास कोई और (cid:1)वक!प नह%ं बचा है Eसवाय इसके Bक वह अ# य ~ोतG से उI त कH खर%द करे। ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 7 करना शाEमल है। इससे इकाइयG के सामने उ(cid:3) पादन संबधं ी अनेक गड़ब4ड़ यां उ(cid:3) प# न हो गc और यह इस त(cid:129)य का म‚ु य या(चकाकता(cid:29) को छोड़ अ# य ~ोतG से खर%दने के (cid:1)वक!प का चयन Bकया। या(चकाकता (cid:29) के उ(cid:3) पाद कH गणु व(cid:3) ता (cid:1)वदेशी उ(cid:3) पादकG कH तलु ना म9 (cid:23)नe न दज f कH रह% है। घरेल ू उFयोग ने अपनी या(चका I यGBक व े काबन(cid:29) डाई आI साइड का उपयोग नह%ं करते हM। उनकH तकनीकH खाEमयG कH खाEमयाजा उपभोI ता नह%ं उठा सकत े हM। उ(cid:3) पादकG कH rब7H कH Aमा(cid:8)ा म9 ह! कH (गरावट आई है परंत ु उनके Aचालन संबधं ी लाभ और rब7H-राज(cid:15) व म9 उ!ल खे नीय व(cid:1)ृK हुई है। rब7H और उ(cid:3) पादन से जड़ु ी नी(cid:23)तयG का प0रणाम है। (cid:1)वदेशी उ(cid:3) पादकG ने तो मा(cid:8) घरेलू उपभोI ताओं के Eलए एक अ(cid:23)त- आवT यक (cid:1)वक! प ह% Aदान Bकया है। र(cid:19)ोपाय ƒयटू % को लगाना सो4डयम डाइ7ोमेट के घरेल ू उपभोI ता के Eलए हा(cid:23)नकर EसK होगा। तो इससे भारत म9 गौण उ(cid:3) पाद संबंधी उFयोगG को गंभीर (cid:19)(cid:23)त होगी। मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु केEमक!स भारतीय बाजार के 60 से 62 A(cid:23)तशत को (cid:23)नयंr(cid:8)त करता है जबBक इसके मकु ाबले आयात का A(cid:23)तशत 12 स े 26 है। बाजार म9 [ह(cid:15) सदे ार% कH A(cid:23)तशतता का अ> ययन करने स े घरेलू [ह(cid:15) सेदार% और आयातG का कुल योग 100 A(cid:23)तशत नह%ं बैठता है। ◌ेल ू उFयोग म9 उ! लेख Bकया है Bक उनके A(cid:23)त(cid:15) प(धय(cid:29) G कH उ(cid:3) पादन लागत कम है I यGBक Aाकृ(cid:23)तक गैस बेहद स(cid:15)त ा है। भारत सरकार न े भारतीय उFयोग को पया(cid:29)m त संर(cid:19)ण देने के Eलए आया(cid:23)तत कy ची सामpी पर 7.5 A(cid:23)तशत बEेसक ƒयटू % लगाई है। उ(cid:3) पादन और उपयोग आ[द का z यौरा उपलबध नह%ं कराया है। आवेदन म9 िजन (cid:1)व(cid:23)नमात(cid:29) ाओ ं के नामG का उ!ल खे Bकया गया है उनम9 से अ(धकाशं न े अn यवहाय-(cid:29) (cid:19)मता और उy च-लागत तथा (cid:15) थानीय 7ोम अय(cid:15) क कH उपलz धता म9 उतार- जो (cid:15) थानीय अय(cid:15) क के म!ू य कH तलु ना म9 स(cid:15) त े म!ू यG पर दi(cid:19)ण अjHका से अय(cid:15) क का आयात कर रहा है। आवदे क अy छा लाभ कमा रहा है। तथा(cid:1)प अ(धक ऋण से उy च zय ाज लागत होने के कारण लाभ कम है। 7ोम (cid:1)पगम9ट (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण उFयोग म9 oम Aधान उFयोग है और अंत0रम र(cid:19)ोपाय ƒयटू % लगाए जाने के कारण बेरोजगार% 7ोम (cid:1)पगम9टG का अ(धक दाम होन े के कारण इसका (cid:15) थान आगf(cid:23)नक (cid:1)पगं म9ट ले ल9गी। आवेदक इस ि(cid:15)थ(cid:23)त का लाभ उठाकर म!ू यG म9 व(cid:1)ृK तथा आप(cid:23)ू त (cid:29) को सीEमत कर सकता है। 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)] जबBक (cid:15)थ ानीय आप(cid:23)ूत (cid:29) कH ि(cid:15)थ(cid:23)त एक जसै ी कभी नह%ं रह% है। आवेदक के संयं(cid:8) सम(cid:15) याओं के कारण (cid:23)नरंतर बंद होत े रहे हM िजसके प0रणाम(cid:15) व\प आप(cid:23)ूत (cid:29) एक जसै ी नह%ं रह% है/अ(cid:23)नयEमत होती है। भारतीय बाजार म9 आवदे क (cid:23)नरंतर मू! य के (cid:23)नधा(cid:29)रण का फायदा उठाता रहा है जबBक घरेलू उFयोग ने अपने उ(cid:3) पाद का (cid:23)नया(cid:29)त उन म!ू यG पर Bकया जो अंतरराD ^%य बाजार के मकु ाबले कम थे। आय एव ं कर के पवू (cid:29) लाभ (पी बी आई ट%) इस तक(cid:29) को गलत ठहराता है: घरेलू उFयोग ने वा(cid:1)षक(cid:29) 0रपोट(cid:29) 2010-11 के अनुसार 307 करोड़ }. कH rब7H तथा 13.6 A(cid:23)तशत कH दर से 4.07 करोड़ }. के पी बी आई ट% होने का दावा Bकया है। घरेलू उFयोग कH वा(cid:1)षक(cid:29) 0रपोट(cid:29) के अनसु ार (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद कH rब7H 129 करोड़ }. हुई है। यह मानकर घरेलू उFयोग Fवारा (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद कH rब7H स े 13.6 A(cid:23)तशत पी बी आई ट% बनेगा। इसEलए 43.7 करोड़ }. के कुल पी बी आई ट% म9 (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पादन का योगदान 17 करोड़ }. होना चा[हए। पी बी आई ट% को 100 A(cid:23)तशत सूचकांक मान े जान े पर वष (cid:29) 2013-14 म9 (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद कH rब7H का पी बी आई ट% से (-27) पी बी आई ट% के साथ 38 करोड़ }. कH हा(cid:23)न होगी। व(cid:15) ततु : घरेलू उFयोग म9 वष (cid:29) 2013-14 म9 49.6 करोड़ }. का पी बी आई ट% अिजत(cid:29) Bकया है। इसका अथ (cid:29) यह है Bक 40 A(cid:23)तशत पी बी आई ट% कH दर से 83 करोड़ }. होना चा[हए जबBक (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद कH rब7H स े पी बी आई ट% (- 27 A(cid:23)तशत) है। पी बी आई ट% के इस आंकड़ े से उनका तक(cid:29) गलत EसK हो जाता है और इसEलए लागत लखे ापर%(cid:19)क Fवारा तैयार कH गई उनकH लागत लेखापर%(cid:19)ा 0रपोट(cid:29) कH जाचं करने का अनरु ोध Bकया जाता है। उ(cid:3) पादन कH सट%क लागत जानन े के Eलए वष (cid:29) 2010-11 स े 2013-14 तक कH अव(ध के Eलए लागत लेखापर%(cid:19)ा 0रपोट(cid:29) कH पनु र%(cid:19)ा कH जानी चा[हए िजससे Bक (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद कH लाभ Aदायकता स े संब(ंधत ि(cid:15)थ(cid:23)त और (cid:15) पD ट होने म9 मदद Eमलगे ी। वष (cid:29) 2013-14 2012-13 2011-12 2010-11 rब7H कH A(cid:23)तशतता के \प म9 उपयु(cid:29)I त खपत 53.3% 55.3% 46.1% 44.2% पर आधा0रत कy ची सामpी सामpी कH उपयIु(cid:29) त लागत के आधार पर यह काफH (cid:15) पD ट हो जाता है Bक सामpी कH खपत के उपयु(cid:29)I त (cid:15)त र के साथ (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद से (cid:19)(cid:23)त नह%ं हो सकती है िजसे तथाक(थत (cid:19)(cid:23)त कH अव(ध के दौरान पी बी आई ट% और घरेल ू उFयोग के शेयर म!ू यG म9 (cid:23)नरंतर और उ! लखे नीय व(cid:1)ृK भी EसK करती है। अत: घरेलू उFयोग को बढ़ते आयातG से न कोई (cid:19)(cid:23)त हुई है और न ह% उसे (cid:19)(cid:23)त होने का खतरा है। आयातG के बढ़न े का म‚ु य कारण (cid:15) थानीय \प से उ(cid:3) पा[दत (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद कH सह% गणु व(cid:3) ता उपलz ध नह%ं होना है। (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद से संब(ंधत मौजदू ा वैिTवक गणु व(cid:3) ता (cid:1)व(cid:23)नदfशन को परू ा करने म9 AौFयो(गकH और अवसंरचना का अभाव। कड़ े पया(cid:29)वरण संबधं ी मानदंडG का अनपु ालन न Bकए जाने के कारण (cid:1)वEभ#न (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ताओं को अपना उ(cid:3) पादन रोकने पर (cid:1)ववश होना पड़ा है I यGBक (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद से पया(cid:29)वरण म9 बेहद जहर%ल% और खतरनाक सामpी मIु त होती है। आया(cid:23)तत कy ची सामpी पर (cid:23)नभर(cid:29) ता के कारण घरेलू उFयोग से (cid:1)वTव सनीय आप(cid:23)ू त (cid:29) होने का अभाव ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9 वष (cid:29) 2013-14 म9 मैसस (cid:29) (cid:1)वDण ु केEमक! स का म‚ु य >य ान (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद से गौण उ(cid:3) पादG को बेचना था। उ#ह Gन े 29129 मी[^क टन (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का उ(cid:3) पादन Bकया। Aदषू ण (cid:23)नयं(cid:8)ण बोड (cid:29) के अनसु ार Aचालन के Eलए सहम(cid:23)त (सी एफ ओ) के मा> यम से घरेल ू उFयोग को जो अनमु (cid:23)त द% गई वह 36000 मी[^क टन है। घरेल ू उFयोग कH (cid:19)मता 86000 होने का दावा गलत है। घरेल ू उFयोग के पास न तो 86000 मी[^क टन (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का उ(cid:3) पादन करने संबंधी अवसंरचना है और न ह% आवT यक Aदषू ण (cid:23)नयं(cid:8)ण Aा(धका0रयG से इस (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण से उ(cid:3) प# न होने वाल% खतरनाक अपEशDट के सुरi(cid:19)त (cid:23)नपटान का लाइस9स मौजदू है। घरेलू उFयोग ने वष(cid:29) 2010 से 86000 मी[^क टन कH चाल ू (cid:19)मता होने का दावा Bकया है। तथा(cid:1)प अपनी वेबसाइट म9 वे Bफलहाल केवल 70000 मी[^क टन का दावा कर रहे हM। या(चका म9 घरेल ू उFयोग न े वष (cid:29) 2010-11 के Eलए चाल ू (cid:19)मता 93200 टन होने का दावा Bकया है। तथा(cid:1)प वष (cid:29) 2010-11 कH अपनी वा(cid:1)षक(cid:29) 0रपोट(cid:29) म9 उ# हGने 86000 मी[^क टन (cid:19)मता होने का दावा Bकया है। घरेल ू उFयोग कH सह% चाल ू (cid:19)मता तथा सी एफ ओ एवं खतरनाक अपEशDट कH अनुमेय मा(cid:8)ा का Aमाणीकरण Bकए जाने कH आवT यकता है। (cid:23)न‡ट% केमीक! स (नागपरु ) और जेसंस केEमक!स ह0रयाणा : गौण उ(cid:3) पादG म9 (cid:15) वयं ह% 100 A(cid:23)तशत खपत Bकया। अत: उ(cid:3) पा[दत (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद (cid:15) थानीय बाजार कH मांग को परू ा करने के Eलए उपलz ध नह% ं है। जयपरु भी (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का उपयोग गौण उ(cid:3) पादG म9 करता है और वह एक (cid:23)नयEमत (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ता नह%ं है। आंˆ Aदेश: इस तरह कH कोई कंपनी मौजदू नह%ं है। यFय(cid:1)प oी दगु ा(cid:29) 7ोमेट Aाइवेट EलEमटेड नाम से एक कंपनी मौजदू है िजसने (cid:1)वगत तीन माह से एक Bकलोpाम (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का भी उ(cid:3) पादन नह%ं Bकया है। पया(cid:29)वरणीय और तकनीकH सम(cid:15) याओं के कारण (cid:23)नकट भ(cid:1)वD य म9 भी उनके Fवारा Aचालन आरंभ Bकए जाने कH संभावना नह%ं है। उड़ीसा B7याशील नह%ं हM और (cid:1)पछल े कुछ समय स े उ# हGने घरेल ू बाजार के Eलए (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण बदं Bकया हुआ है। घरेलू उFयोग Fवारा अपनी या(चका म9 उ! लखे कH गई (cid:15) थानीय उ(cid:3) पादकG कH सूची गलत है और भारतीय उ(cid:3) पादकG कH कुल rब7H आ[द से संब(ंधत समूची सचू ना तो पणू त(cid:29) : गलत है। (cid:1)वDण ु केEमक!स ने उI त अव(ध के दौरान भारत म9 आयातG कH तलु ना म9 कह%ं अ(धक स(cid:15)त े म!ू यG पर (cid:1)वचाराधीन उतपाद का (cid:23)नया(cid:29)त Bकया है। घरेलू उFयोग ने यह भी दावा Bकया है Bक आयात म!ू य उसकH उ(cid:3) पादन लागत से कम है। इसका अथ(cid:29) यह हुआ Bक (cid:1)वDण ु न े अपनी उ(cid:3) पादन लागत से कम मू! य पर (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का (cid:23)नया(cid:29)त Bकया। अत: घरेलू उFयोग के (cid:23)नया(cid:29)त-म!ू य और लाभ-Aदायकता कH छानबीन करन े का अनरु ोध Bकया जाता है। गौण उ(cid:3) पादG के (cid:1)व(cid:23)नदfशनG को परू ा करने के उSेT य से (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद म9 स! फेट और अघुलनशील कH मा(cid:8)ा कम से कम होनी चा[हए। घरेल ू उFयोग का (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का (cid:1)व(cid:23)नदfशन वैिTवक मानक कH तलु ना म9 (cid:23)नe नतर दज f का है सो4डयम सै7Hन के भारतीय उ(cid:3) पादक (cid:1)वचाराधीन उ(cid:3) पाद का आयात करना ह% पसंद करत े हM। 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)] वष (cid:29) 2010-11 म9 A(cid:23)त[दन केवल 120 मी[^क टन का ह% उ(cid:3) पादन Bकया जा सकता है। उ# हGने 84 A(cid:23)तशत (cid:19)मता उपयोग के साथ 30407 मी[^क टन का उ(cid:3) पादन Bकया जबBक आयात 4745 मी[^क टन का हुआ। उनके उ(cid:3) पादन का (cid:15) तर लगभग समान रहा िजसम9 वष (cid:29) 2012 और 2013 म9 मामलू % कमी आई। घरेल ू उFयोग के उ(cid:3) पादन म9 अ(धकतम (गरावट 5.8 A(cid:23)तशत कH रह% है। घरेल ू उFयोग कH वा(cid:1)षक(cid:29) 0रपोट(cid:29) के अनसु ार इसका म‚ु य कारण कy ची सामpी और rबजल% कH कमी है। वष (cid:29) 2011-12 स े घरेल ू उFयोग कH माल सचू ी 22 A(cid:23)तशत से कम हो गई और वष(cid:29) 2013-14 म9 उI त सचू ी म9 40 A(cid:23)तशत कH और ती‰ एव ं उ! लखे नीय कमी आई। घरेल ू उFयोग Fवारा उपलz ध कराई गई इस सूचना के आधार पर बढ़त े आयातG तथा माल सचू ी के (cid:15)त र म9 व(cid:1)ृK के बीच कोई अंतर-संबंध नह%ं है। घरेलू उFयोग अपनी वेबसाइट पर यह दावा करता है Bक उसने 1000 हजार से अ(धक कमच(cid:29) ा0रयG को रोजगार [दया है। इस संदभ(cid:29) म9 यह आवT यक है Bक घरेलू उFयोगG Fवारा [दए गए इन आंकड़G कH जाचं कH जाए। यFय(cid:1)प (cid:1)वगत तीन वषw से यह भी नोट Bकया जाए Bक आयातG के साथ-साथ उ(cid:3) पादन म9 व(cid:1)ृK के बावजदू rबना Bकसी अचानक और उ! लखे नीय बदलाव के स(ूचत Bकए गए आकं ड़ े एक समान रहे हM। वष (cid:29) 2013-14 के Eलए 1104 मी[^क टन के वा(cid:1)षक(cid:29) Hकृत आयात आकं ड़G म9 से जनवर%-माच (cid:29) 2014 के म> य 416 मी[^क टन अ(धक मू!य G पर तीसरे देशG को बेचा गया। अत: तीसरे देशG को बेचे गए 416 मी[^क टन को भारत म9 आयातG के भाग के \प म9 वगhकृत करना गलत होगा। घरेलू उFयोग ने अA(cid:3) याEशत घटना 7मG के समथ(cid:29)न म9 कुल Eमलाकर कोई भी साŠ य नह%ं [दया है। [दए गए (cid:15)प Dट %करण महज z यौरे हM और उ# ह9 अA(cid:3) याEशत नह%ं माना जा सकता है। घरेलू उFयोग ने कy ची सामpी के तौर पर उनके उ(cid:3) पादG को Aयोग करने वाल े सहायक उFयोग पर पड़ने वाले र(cid:19)ोपाय के # यनू तम Aभाव तथा घरेलू उFयोग Fवारा उ(cid:3) पा[दत अं(cid:23)तम उ(cid:3) पाद का Aयोग करने वाल% जनता पर पड़ने वाले प0रणामी Aभाव के बारे म9 सांि‚यकHय आकं ड़G के \प म9 कोई साŠ य नह%ं [दया है। (viii) मैसस (cid:29) कलस (cid:29) 7ोe स Aाइवेट EलEमटेड: कलस (cid:29) 7ोम 7ोEमक एEसड के (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण म9 शाEमल है और इस Aकार के उ(cid:3) पादन म9 सो4डयम डाइ7ोमेट एक Aमखु घटक होता है। 7ोEमक एEसड का (cid:1)व(cid:23)नमा(cid:29)ण पणू त(cid:29) : सो4डयम डाइ7ोमेट के Aयोग पर (cid:23)नभर(cid:29) है। नो[टस म9 बाजार म9 [ह(cid:15) सदे ार% के अतं गत(cid:29) खंड ‘ग’ म9 [दया गया चाट(cid:29) भी (cid:8)[ुटपणू (cid:29) Aतीत होता है I यGBक आयातG कH तलु ना म9 (cid:1)वDण ु और अ#य कH बाजार म9 सह% [ह(cid:15) सेदार% कH गणना करने के Eलए (cid:15) वयं के खपत म9 (cid:1)वDण ु के उ(cid:3) पादन के Aयोग पर (cid:1)वचार नह%ं Bकया गया है। घरेलू उFयोग के घरेल ू rब7H सचू कांक म9 वष (cid:29) 2010-11 म9 100 से वष (cid:29) 2013-14 म9 130 अथा(cid:29)त ् 12138 मी[^क टन स े 15780 मी[^क टन कH व(cid:1)ृK हुई है। इस Aकार से 8035 मी[^क टन कH कुल घरेलू मांग कH व(cid:1)ृK म9 (cid:1)वDण ु न े 3642 मी[^क टन (15780 मी[^क टन-12138 मी[^क टन) कH मािजन(cid:29) Fवारा अपनी घरेल ू rब7H म9 व(cid:1)ृK कH है। अपे(cid:19)ाकृत (cid:1)वDण ु ने 4 वषw कH अव(ध के दौरान बाजार कH बढ़ती मांग के लगभग 45.3 A(cid:23)तशत पर कz जा करने म9 सफल रहा है।

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