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Ph ; 93511-96383 इस प(cid:7021)ु तक के बारे म (cid:7286) : भारत म (cid:7286) िपछल े 21 वष(cid:7299) स े िविभ(cid:7382) काय(cid:6981)कता (cid:6981) जरू ी कोट(cid:6981), वोट वापसी पासबकु , (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर एव ं धनवापसी पासबुक क़ानून (cid:7071)ा(cid:7010)(cid:6999)स के नते ृ(cid:7004)व म(cid:7286) जन आ(cid:7008)दोलन खड़ा करने के िलए (cid:7079)यासरत ह।ै राईट टू (cid:7407)रकॉल पाट(cid:7278) इसी जन आ(cid:7008)दोलन का एक िह(cid:7021)सा ह।ै इस पु(cid:7021)तक म(cid:7286) मु(cid:6990)य (cid:7272)प से िन(cid:7388) तरह क(cid:7409) जानका(cid:7407)रयां दी गयी ह ै : 1. व े इबारते दी गयी है िज(cid:7008)ह (cid:7286) गेजेट म(cid:7286) छापकर गरीबी, (cid:7082)(cid:7021)टाचार आ(cid:7408)द सम(cid:7021)या(cid:7312) का समाधान (cid:7408)कया जा सकता ह।ै 2. भारत क(cid:7409) पुिलस एवं अदालतो म(cid:7286) इतना (cid:7082)(cid:7397)ाचार (cid:6989)य(cid:7298) ह,ै और कौनसे क़ानून गेजेट म(cid:7286) छापकर हम इसे ठीक कर सकते है। 3. 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टू (cid:7407)रकॉल पाट(cid:7278) का समथ(cid:6981)न करता ह।ै Authors - (i) Rahul Chimanbhai Mehta , Ph (whats app only) : 96876-12896, facebook.com/mehtarahulc , youtube.com/RightToRecallGroup (ii) Pawan Kumar Sharma , Ph : 77348-29134 , [email protected] facebook.com/pawan.jury , hi.quora.com/Pawan-Kumar-Sharma-20 य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 2 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 Index खंड – 1 ; Section 1 S. no. अ(cid:7007)याय Page No. 00 (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स के बारे म (cid:7286) (About Recallists) 07 - 11 1. (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स 2. (cid:6989)य(cid:7298) हम साधारण नाग(cid:7407)रक (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बन गए ? 3. अम(cid:7407)े रका चीन का (cid:7408)कला तोड़ने के िलए भारत का इ(cid:7021)तेमाल ऊंट क(cid:7409) तरह कर रहा ह ै!! 01 राईट टू (cid:7407)रकॉल पाट(cid:7278) का सिं (cid:6979)(cid:7385) प(cid:7407)रचय ; 12 -14 02 पडे मीिडया कैस े काम करता ह,ै और इसके (cid:7079)ायोजक कौन ह ै? 15 - 23 1. पेड मीिडया के अगं 2. मीिडया को पेड मीिडया (Paid Media) (cid:6989)य(cid:7298) कहा जाता ह ै? 3. मीिडया समूह पैसा कैसे बनाते ह ै? 4. पेड मीिडया के (cid:7079)ायोजक कौन है ? 5. पेड मीिडया के बारे म (cid:7286)अ(cid:6989)सर पूछे जान े वाल े (cid:7079)(cid:7396) 03 पडे मीिडया के (cid:7079)ायोजको का एजड(cid:7286) ा 24 – 29 1. आ(cid:7414)थक िनयं(cid:7074)ण बनान ेके िलए 2. सै(cid:7008)य िनयं(cid:7074)ण बनाने के िलए 3. धा(cid:7414)मक िनयं(cid:7074)ण बनान ेके िलए 4. सामािजक एवं सा(cid:7021)ं कृितक एज(cid:7286)डा 5. राजनैितक एज(cid:7286)डा 6. (cid:7079)शासिनक एज(cid:7286)डा 7. समाधान को टालन ेऔर सम(cid:7021)या से िचपके रहने वाल ेलोगो को िचि(cid:7008)हत करना : 04 गजे टे (cid:6989)या ह,ै और (cid:7079)धानम(cid:7074)ं ी इसक(cid:7409) सहायता स ेदेश कैस ेचलात ेह ै? 30 - 35 1. गेजेट नो(cid:7407)ट(cid:7408)फकेशन या राजप(cid:7074) अिधसूचना (cid:6989)या ह ै? 2. गेजेट नो(cid:7407)ट(cid:7408)फकेशन या राजप(cid:7074) अिधसूचना कैसे काम करती ह ै? 3. तो पीएम (cid:7408)कस तरह सोचता ह,ै और (cid:6989)या काम करता ह ै? 4. (cid:7079)धानमं(cid:7074)ी का द(cid:7010)तर 5. (cid:7079)धानमं(cid:7074)ी के गेजेट िनकालने क(cid:7409) (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)या एवं सीमाएं (cid:6989)या ह ै? 6. (cid:7408)कसी राजनैितक पाट(cid:7278) के कायक(cid:6981) ता(cid:6981) और एक (cid:7407)रकािल(cid:7021)ट म (cid:7286)(cid:6989)या बिु नयादी अंतर ह ै? 7. भारत के काय(cid:6981)कता(cid:6981) सम(cid:7021)याओ का समाधान लान े म(cid:7286) असफल (cid:6989)य(cid:7298) रह े ह ै? य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 3 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 36 - 41 05 भारत के खिनजो एव ं(cid:7079)ाकृितक संसाधन(cid:7298) क(cid:7409) लटू 1. खनन (cid:7082)(cid:7397)ाचार 2. सरकारी भूिम का (cid:7408)कराया 3. (cid:7079)(cid:7021)तािवत धनवापसी पासबकु का सार 42 - 53 06 धनवापसी पासबकु – खिनजो क(cid:7409) लटू रोकन ेके िलए (cid:7079)(cid:7021)तािवत क़ाननू (cid:7071)ा(cid:7010)ट 1. प(cid:7407)रचय 2. धनवापसी पासबुक का क़ानून (cid:7071)ा(cid:7010)ट 3. अ(cid:6989)सर पछू े जाने वाल े (cid:7079)(cid:7396) जो इस क़ानून को समझने म(cid:7286) सहायक ह ै 4. धनवापसी पासबुक का नमूना 5. पाठको के िलए अ(cid:7012)यास 54 – 66 07 जीएसटी हटाकर (cid:7407)र(cid:7334) भिू म कर लान ेका (cid:7079)(cid:7021)ताव 1. (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर का सारांश 2. (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर : GST र(cid:7374) करके अकाय(cid:6981)शील भूिम कर यो(cid:6991)य बनाने का कानूनी (cid:7071)ा(cid:7010)ट 67 - 78 08 जीएसटी क(cid:7409) 5 सम(cid:7021)याएं जो (cid:7407)र(cid:7334) भिू म कर म (cid:7286)नह(cid:7277) ह ै 1. (cid:7079)ितगामी कर (Regresive tax) (cid:6989)या ह ै 2. जीएसटी म(cid:7286) िम(cid:7410)सग (cid:7069)ेडर (cid:7079)ॉ(cid:7011)लम ह,ै जब(cid:7408)क (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर म(cid:7286) यह सम(cid:7021)या नह(cid:7277) ह ै: 3. GST क(cid:7409) तीसरी म(cid:6990)ु य सम(cid:7021)या ‘डबल टे(cid:6989)सेशन ऑन (cid:7021)मॉल (cid:7069)ेडर = DTSTP (cid:7079)ॉ(cid:7011)लम’ : 4. GST क(cid:7409) चौथी सम(cid:7021)या - यह छोटे कारोबा(cid:7407)रय(cid:7298) क(cid:7409) लागत अित(cid:7407)र(cid:7334) (cid:7272)प स ेबढ़ा दते ा ह ै: 5. (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर के बारे म (cid:7286)अ(cid:6989)सर पूछे जाने वाले (cid:7079)(cid:7396) 6. (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर के आन ेएवं जीएसटी के जाने से (cid:6989)या बदलाव आएगा ? खंड – 2 ; Section 2 79 - 84 09 अम(cid:7407)े रका क(cid:7409) पिु लस एव ंअ(cid:7008)य सरकारी िवभाग(cid:7298) म (cid:7286)(cid:7082)(cid:7397)ाचार कम (cid:6989)य(cid:7298) ह ै? 1. अम(cid:7407)े रका क(cid:7409) पुिलस म(cid:7286) (cid:7082)(cid:7397)ाचार कम (cid:6989)य(cid:7298) ह ै? 2. कैसे हमारी (cid:7390)व(cid:7021)था ईमानदार लोगो को भी (cid:7082)(cid:7397) होन ेके िलए बा(cid:7007)य कर दते ी ह ै? 3. अम(cid:7407)े रका म(cid:7286) पुिलस के िखलाफ आने वाली िशकायत(cid:7298) को नाग(cid:7407)रको क(cid:7409) जूरी सुनती ह,ै जज नह(cid:7277) 4. अम(cid:7407)े रका क(cid:7409) अदालत (cid:7286)भारत क(cid:7409) तुलना म (cid:7286)(cid:6996)यादा ईमानदारी से काम (cid:6989)य(cid:7298) करती ह ै? 5. अम(cid:7407)े रका के अ(cid:7008)य सरकारी िवभाग(cid:7298) म(cid:7286) (cid:7082)(cid:7397)ाचार कम (cid:6989)य(cid:7298) ह ै? य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 4 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 10 रेडो : िजला (cid:7021)तर के सरकारी िवभाग(cid:7298) का (cid:7082)(cid:7397)ाचार दरू करन ेके िलए (cid:7079)(cid:7021)ताव ( REDO ) 85 - 96 1. प(cid:7407)रचय 2. रेडो : िजला (cid:7021)तर के अिधकारीय(cid:7298) को (cid:7079)जा अधीन करने के िलए क़ानून (cid:7071)ा(cid:7010)ट 3. रेडो क़ाननू के गेजेट म(cid:7286) छपन े से (cid:7408)कस तरह का बदलाव आएगा ? 4. अ(cid:6989)सर पछू े जाने वाल े (cid:7079)(cid:7396) जो नाग(cid:7407)रको के िलए इस क़ानून को समझने म(cid:7286) सहायक ह ै 5. इस क़ानून को गेजेट म (cid:7286)(cid:7079)कािशत करवाने के िलए आप (cid:6989)या सहयोग कर सकते ह ै? 6. पाठको के िलए अ(cid:7012)यास 11 रेगो : िजला एव ं के(cid:7008)(cid:7076)ीय (cid:7021)तर के सरकारी िवभाग(cid:7298) का (cid:7082)(cid:7397)ाचार दरू करन ेके िलए काननू ी (cid:7071)ा(cid:7010)ट ( REGO ) 97 - 103 12 (cid:7079)धानम(cid:7074)ं ी एव ंके(cid:7008)(cid:7076)ीय मिं (cid:7074)यो को (cid:7079)जा के अधीन करन ेके िलए (cid:7079)(cid:7021)ताव 104 - 110 1. (cid:7079)धानमं(cid:7074)ी एव ं के(cid:7008)(cid:7076)ीय मंि(cid:7074)यो पर वोट वापसी लागू करन ेके िलए कानूनी (cid:7071)ा(cid:7010)ट 2. इस क़ानून के आने से (cid:6989)या प(cid:7407)रवत(cid:6981)न आएगा ? 3. इस क़ानून के बारे म (cid:7286)अ(cid:6989)सर पूछे जान ेवाले (cid:7079)(cid:7396) 13 म(cid:6990)ु यम(cid:7074)ं ी एव ंरा(cid:6996)य के मिं (cid:7074)यो पर वोट वापसी लाग ूकरन ेका क़ाननू (cid:7071)ा(cid:7010)ट 111 - 113 14 वोट वापसी पासबकु का नमनू ा 114 - 116 15 जरू ी िस(cid:7021)टम और जज िस(cid:7021)टम म (cid:7286)कौनसी (cid:7079)णाली बहे तर ह ै? 117 - 124 1. जज िस(cid:7021)टम एव ं जूरी िस(cid:7021)टम के बीच तुलना 2. (cid:7061)ीस म(cid:7286) जरू ी िस(cid:7021)टम का (cid:7079)ादभु ाव(cid:6981) 3. (cid:7061)ीस पर जूरी िस(cid:7021)टम का (cid:7079)भाव 4. 1050 ई(cid:7021)वी ; यूरोप एवं ि(cid:7081)टेन म(cid:7286) जूरी िस(cid:7021)टम। 5. दिु नया म(cid:7286) सबसे बेहतर जूरी (cid:7079)(cid:7408)कयाएं अम(cid:7407)े रका म(cid:7286) ह।ै 6. भारत म(cid:7286) जरू ी िस(cid:7021)टम 125 - 134 16 नानावटी (cid:7079)करण ; भारत म (cid:7286)जरू ी (cid:7079)था ख़(cid:7004)म करन ेका बहाना 1. जूरी िस(cid:7021)टम को िनरिसत करने से नानावटी मामले का कोई लने ा देना नह(cid:7277) था 2. जूरी सद(cid:7021)य(cid:7298) ने नानावटी को िनद(cid:7299)ष (cid:6989)य(cid:7298) ठहराया ? 3. फ़(cid:7409)चर (cid:7408)फ़(cid:7016)म '(cid:7271)(cid:7021)तम' जूरी (cid:7079)था के बारे म (cid:7286)ग़लत संदेश देती ह ै । 17 रा(cid:6996)य जरू ी कोट(cid:6981) ; िनचली अदालत(cid:7298) को सधु ारन ेके िलए क़ाननू (cid:7071)ा(cid:7010)ट 135 - 146 1. प(cid:7407)रचय 2. रा(cid:6996)य जूरी कोट(cid:6981) ; िजला एव ं रा(cid:6996)य (cid:7021)तर पर जरू ी अदालतो क(cid:7409) (cid:7021)थापना के िलए क़ानून (cid:7071)ा(cid:7010)ट 3. रा(cid:6996)य जूरी कोट(cid:6981) के बारे म(cid:7286) अ(cid:6989)सर पूछे जान े वाले (cid:7079)(cid:7396) 18 जरू ी कोट(cid:6981) ; शषे न कोट,(cid:6981) हाई कोट(cid:6981) एव ंस(cid:7079)ु ीम कोट(cid:6981) म (cid:7286)जरू ी सचं ालन के िलए क़ाननू (cid:7071)ा(cid:7010)ट ( Jury Court ) 147 – 162 य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 5 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 खंड – 3 ; Section 3 19 सबस े बड़ा खतरा िजसका सामना हम कर रह ेह ै– य(cid:7373)ु लड़न ेके िलए हम िवदेशी हिथयार(cid:7298) पर िनभर(cid:6981) ह ै!! 164 – 169 1. य(cid:7373)ु िछड़ने पर हिथयार(cid:7298) के दाम 10 गुना हो जाते ह ै 2. (cid:7021)पेयर पा(cid:6999)स(cid:6981) पर िनभ(cid:6981)रता 3. िवदेशी म(cid:7076)ु ा क(cid:7409) हािन 4. हिथयार खरीदन ेम (cid:7286)वष(cid:7299) लग जाते ह ै 5. आयाितत हिथयारो End Use Monitoring समझौते के साथ आते ह ै 20 िनभर(cid:6981) ता : य(cid:7408)द भारत को चीन, अम(cid:7407)े रका एव ंपा(cid:7408)क(cid:7021)तान स ेय(cid:7373)ु का सामना करना पड़ता ह ै? 170 – 180 1. चीन एवं भारत के बीच िबगड़ता सै(cid:7008)य अनुपात 2. मोितय(cid:7298) क(cid:7409) माला ; चीन (cid:7367)ारा भारत का घरे ाव (String of Pearls) 3. य(cid:7408)द भारत को पा(cid:7408)क(cid:7021)तान से य(cid:7373)ु का सामना करना पड़ता ह ै ? 4. य(cid:7408)द भारत का चीन से यु(cid:7373) होता ह ैतो हम(cid:7286) 4 (cid:7080)ंट वॉर का सामना करना पड़ सकता ह।ै 21 (cid:7079)(cid:7004)य(cid:6979) िवदेशी िनवशे (cid:6989)या ह ैऔर हम (cid:7286)इसस े (cid:6989)या नकु सान ह ै? 181 – 193 1. ब(cid:7263)रा(cid:7398)ीय क(cid:7013)पिनय(cid:7298) के मािलको, िमशनरीज एवं सेना के बीच गठजोड़ : 2. ऍफ़ डी आई थोपने वाली अंतरा(cid:6981)(cid:7398)ीय सं(cid:7021)थाए ं : 3. भारत म(cid:7286) ऍफ़ डी आई : 4. देशो के (cid:7408)दवािलया (Bank Corrupt) होने का मूल कारण और इसक(cid:7409) (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)या : 5. और कैसे डॉलर पुनभर(cid:6981) ण संकट (cid:7408)दवािलया होने के िलए सुिनि(cid:7391)त करता ह ै? 6. पेड मीिडया का इ(cid:7021)तेमाल करके अथ(cid:6981)(cid:7390)व(cid:7021)था का अिध(cid:7061)हण 7. सार 22 भारत हिथयार िनमाण(cid:6981) एव ंतकिनक(cid:7409) उ(cid:7004)पादन म (cid:7286)(cid:6989)य(cid:7298) िपछड़ गया ? ( अपणू (cid:6981)) 194 - य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 6 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 अ(cid:559)ाय – 00 (cid:303)रकािल(cid:720)्स के बारे म(cid:336) ; About Recallists (1) (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स … हम अपन ेआप को इसी नाम से पुकारते ह ै – (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स । हम (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स ह।ै हम (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स भारत के वे साधारण नाग(cid:7407)रक ह ै जो यह मानते है (cid:7408)क, नाग(cid:7407)रको को (cid:7079)धानम(cid:7008)(cid:7074)ी एव ं मु(cid:6990)यम(cid:7074)ं ी को पो(cid:7021)टकाड(cid:6981) एवं ि(cid:6999)वट भेजकर यह आदेश भेजना चािहए (cid:7408)क भारत म (cid:7286) वोट वापसी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याएं लाग ू करने के िलए जरू ी कोट(cid:6981) एव ं अ(cid:7008)य आव(cid:7019)यक क़ानून (cid:7071)ा(cid:7010)ट (cid:7079)कािशत (cid:7408)कये जाए (cid:7079)कािशत (cid:7408)कये जाए, ता(cid:7408)क भारत के नाग(cid:7407)रक ज(cid:7272)रत पड़न े पर (cid:7079)धानम(cid:7008)(cid:7074)ी, सु(cid:7079)ीम कोट(cid:6981) जज, (cid:7407)रजव(cid:6981) ब(cid:7289)क गवन(cid:6981)र, लोकपाल आ(cid:7408)द को नौकरी से िनकालने के िलए अपनी (cid:7021)वीकृित दज (cid:6981)कर सके। भारत म (cid:7286)हम (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स 1925 से यह मांग कर रह ेहै। अ(cid:7410)हसामतू (cid:7278) महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद एवं अ(cid:7410)हसामतू (cid:7278) महा(cid:7004)मा सिच(cid:7008)(cid:7076) नाथ सा(cid:7008)याल न े 1925 म(cid:7286) अपनी सं(cid:7021)था 'िह(cid:7008)द(cid:7021)ु तान सोशिल(cid:7021)ट (cid:7407)रपि(cid:7011)लक एसोिशएसन' के घोषणा प(cid:7074) म (cid:7286)कहा था (cid:7408)क - हम िजस गणरा(cid:6996)य क(cid:7409) (cid:7021)थापना करना चाहते है, उसमे नाग(cid:7407)रको के पास वोट वािपस लेने का अिधकार होगा। य(cid:7408)द ऐसा नह(cid:7277) (cid:7263)आ तो लोकतं(cid:7074) एक मजाक बन कर रह जाएगा। ( Reference : tinyurl.com/HsraManifesto ) (2) (cid:6989)य(cid:7298) हम साधारण नाग(cid:7407)रक (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बन गए ? तो (cid:7408)कस (cid:7079)ेरणा न े हम (cid:7286) (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बना (cid:7408)दया ? हम(cid:7286) नह(cid:7277) पता (cid:7408)क, (cid:7408)कस (cid:7079)ेरणा ने हम (cid:7286) (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बना (cid:7408)दया। न ही हम यह जानते ह ै (cid:7408)क हमारे (cid:7367)ारा िलखे गए िववरण(cid:7298) को पढ़कर कई काय(cid:6981)कता(cid:6981) (cid:6989)य(cid:7298) (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बन गए। न ही हम(cid:7286) इस कारण का कोई अंदाजा (cid:7408)क (cid:6989)य(cid:7298) 1920 म(cid:7286) महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बन गए, और (cid:6989)य(cid:7298) 1927 म(cid:7286) अ(cid:7410)हसामतू (cid:7278) महा(cid:7004)मा भगत (cid:7410)सह जी (cid:7407)रकािल(cid:7021)ट बन गए थे। हालां(cid:7408)क इस स(cid:7013)ब(cid:7008)ध म (cid:7286) हमारे पास कोई ठोस कारण नह(cid:7277) ह,ै (cid:7408)क (cid:7408)कस िवचार ने हम (cid:7286) (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बनन े क(cid:7409) (cid:7079)ेरणा दी। ले(cid:7408)कन िजतना हम देख पाते ह,ै हम(cid:7286) इसके दो संभािवत कारण नज़र आते ह ै; 1. सहज बोध यानी कॉमन से(cid:7008)स (Common sense) 2. अम(cid:7407)े रका, चीन, ि(cid:7081)टेन, पा(cid:7408)क(cid:7021)तान, सऊदी अरब तथा बां(cid:6991)लादेश आ(cid:7408)द से होन ेवाल ेयु(cid:7373) का भय। (2.1) सहज बोध : पहला कारण सीधा सादा सहज बोध ह।ै सामा(cid:7008)य समझ, जो (cid:7408)क हर मनु(cid:7020)य म(cid:7286) (cid:7021)वाभािवक तौर पर मौजूद होती ह।ै सबसे पहल े हम आपस े एक सवाल करना चाहग(cid:7286) ।े य(cid:7408)द आप इस सवाल का जवाब देन े से इंकार करते ह,ै तो हम आपको अपनी बात नह(cid:7277) समझा पाएंगे। इसिलए हमारा आ(cid:7061)ह ह ै (cid:7408)क आप इस सवाल का अपने िववेक से जवाब द(cid:7286)। इसके उपरा(cid:7008)त ही आग ेपढ़े। मान लीिजये (cid:7408)क आप एक कारखाने के मािलक ह,ै िजसमे 1000 कम(cid:6981)चारी और (cid:7079)बंधक वगेरह काय(cid:6981) करत े है। और अचानक सरकार िन(cid:7388)ा(cid:7408)ं कत क़ानून लागू कर दते ी ह ै: 1. आप (cid:7408)कसी भी (cid:7079)बंधक को 60 वष(cid:6981) क(cid:7409) आयु पणू (cid:6981) करने से पहल,े तथा (cid:7408)कसी भी कम(cid:6981)चारी को 5 वष(cid:6981) से पहल े नौकरी से नह(cid:7277) िनकाल सक(cid:7286)गे। 2. आपको सभी कम(cid:6981)चा(cid:7407)रय(cid:7298) को अगल े 5 वष(cid:6981) के िलए और (cid:7079)बंधको को उनक(cid:7409) 35 वष(cid:7278)य सेवाकाल के िलए देय वते न हेत ु अि(cid:7061)म भुगतान के चेक दने े ह(cid:7298)गे। य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 7 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 3. यहा ं तक (cid:7408)क य(cid:7408)द कोई आपके कारखाने स े सामान क(cid:7409) चोरी कर रहा ह ै तो, (cid:7408)कसी (cid:7008)यायधीश क(cid:7409) अनुमित िबना, न तो आप उसे िनकाल सक(cid:7286)ग ेन ही दडं द ेसक(cid:7286)ग,े न ही उस े आपके कारखाने म(cid:7286) आन ेसे रोक सक(cid:7286)ग।े हमारा आपसे सवाल ह ै (cid:7408)क ऐसी ि(cid:7021)थित म(cid:7286) 'अगले 3 महीनो म(cid:7286) आपके कारखान े म(cid:7286) अनुशासन का (cid:7021)तर सुधरेगा या िबगड़गे ा' ? कृपया इस सवाल का जवाब दने े के बाद ही आप आग े पढ़े। हम अपना (cid:7079)(cid:7396) (cid:7408)फर से दोहरात े ह ै : '(cid:6989)या इन कानूनो के आन े के बाद, अगल े 3 महीनो म(cid:7286) आपके कारखाने म (cid:7286)कम(cid:6981)चा(cid:7407)रय(cid:7298) और (cid:7079)बंधको के अनशु ासन का (cid:7021)तर सुधरेगा या िबगड़गे ा' ? दसू रे श(cid:7011)द(cid:7298) म,(cid:7286) य(cid:7408)द हम नाग(cid:7407)रको के पास जजो, सांसद(cid:7298), िवधायको, मंि(cid:7074)यो, (cid:7079)शासिनक अिधका(cid:7407)रय(cid:7298) आ(cid:7408)द को नौकरी स े िनकालने का अिधकार नह(cid:7277) (cid:7263)आ तो, ये सभी पदािधकारी (cid:7082)(cid:7397) और अनुशासनहीन हो जाएगं े। इसीिलए महा(cid:7004)मा चं(cid:7076)शेखर आजाद न े 1925 म(cid:7286) कहा था (cid:7408)क वोट वापसी कानूनो के अभाव म(cid:7286) लोकतं(cid:7074) एक मजाक बन कर रह जाएगा'। ठीक यही बात मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती ने अपने (cid:7061)(cid:7008)थ स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश के छठे अ(cid:7007)याय के (cid:7079)थम पृ(cid:7399) म(cid:7286) कही थी (cid:7408)क - य(cid:7408)द राजा (cid:7079)जा के अधीन नह(cid:7277) (cid:7263)आ तो, वह (cid:7079)जा को लूट लेगा और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा। जूरी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याएं (cid:7061)ीस म(cid:7286) 600 ईसा पूव(cid:6981) लागू (cid:7263)यी थी। िजसके प(cid:7407)रणाम(cid:7021)व(cid:7272)प (cid:7061)ीस अपने आप को इतना ताकतवर बना पाया (cid:7408)क उ(cid:7008)ह(cid:7298)ने िसफ(cid:6981) 1 लाख सैिनको क(cid:7409) मदद से अपने सा(cid:7083)ा(cid:6996)य का िव(cid:7021)तार तुक(cid:7417) से लेकर यमुना नदी के (cid:7408)कनारे तक कर िलया था। अमे(cid:7407)रका म(cid:7286) 1750 ई(cid:7021)वी म (cid:7286) वोट वापसी एव ं जूरी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याएं लागू (cid:7263)ई, और यह मु(cid:6990)य कारण था िजससे अमे(cid:7407)रका इराक़, सऊदी अरब, पा(cid:7408)क(cid:7021)तान और लीिबया को क(cid:7011)जे म(cid:7286) कर पाया। अमे(cid:7407)रका क(cid:7409) सूची म(cid:7286) अगले नाम ईरान और भारत ह।ै ले(cid:7408)कन (cid:7408)कसी सामा(cid:7008)य समझ के (cid:7390)ि(cid:7334) को वोट वापसी एवं जूरी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)या(cid:7312) क(cid:7409) उपयोिगता समझने के िलए इितहास क(cid:7409) (cid:7408)कताबो के प(cid:7382) े पलटन े या अमे(cid:7407)रका के उदाहरण देखन े क(cid:7409) ज(cid:7271)रत नह(cid:7277) ह ै - (cid:6989)य(cid:7298)(cid:7408)क वोट वापसी एवं जूरी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याओ का मह(cid:7276)व समझने के िलए िजस चीज क(cid:7409) आव(cid:7019)यकता ह,ै वह 'कॉमन से(cid:7008)स' ह।ै हमारे देश से जडु ी नाग(cid:7407)रक सम(cid:7021)याएं (cid:7408)कसी भी (cid:7079)कार स े उस कारखाने क(cid:7409) ि(cid:7021)थित स े अलग नह(cid:7277) ह,ै जहां कारखाने के मािलक को अपन े कम(cid:6981)चा(cid:7407)रय(cid:7298) और (cid:7079)बंधको को 5-35 वष (cid:6981) तक नौकरी स े िनकालन े का अिधकार नह(cid:7277) (cid:7408)दया गया ह।ै हमारे देश क(cid:7409) सम(cid:7021)याओ का समाधान भी वही ह,ै जो (cid:7408)क अमुक कारखान े क(cid:7409) सम(cid:7021)याओ का समाधान ह ै ---- '(cid:7082)(cid:7397) जजो, अिधका(cid:7407)रय(cid:7298) और जन(cid:7079)ितिनिधयो को नौकरी से िनकालन े का अिधकार नाग(cid:7407)रको के ब(cid:7263)मत को द े (cid:7408)दया जाए'। यह पु(cid:7021)तक जूरी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याओ एव ं वोट वापसी कानूनो के बारे म (cid:7286) ह,ै िजनक(cid:7409) सहायता स े भारत के नाग(cid:7407)रक “ब(cid:7263)मत का (cid:7079)दश(cid:6981)न” करके (cid:7082)(cid:7397) अिधका(cid:7407)रय(cid:7298) और नेताओ को नौकरी स े िनकाल सक(cid:7286)गे। पु(cid:7021)तक म (cid:7286) वे िववरण भी दज(cid:6981) (cid:7408)कय े गए ह,ै िजनका पालन करके इन (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याओ को जन साधारण दशे म(cid:7286) लाग ू करवा सकत ेह।ै (2.2) सभं ािवत य(cid:7373)ु िजसका सामना भारत को करना पड़ सकता ह ै : दसू रा कारण ह,ै 'आने वाले यु(cid:7373) का भय' िजसने हम(cid:7286) (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बनने के िलए (cid:7079)े(cid:7407)रत कर (cid:7408)दया। हमारे िवचार म,(cid:7286) हम(cid:7286) बहे तर सरकार और (cid:7079)शासिनक (cid:7390)व(cid:7021)था इसिलए चािहए ता(cid:7408)क हम यु(cid:7373) के दौरान (cid:7407)टके रहे। (cid:6989)या भारत यु(cid:7373) का सामना करने म (cid:7286)स(cid:6979)म ह ै? भारत को यु(cid:7373) का सामना कब करना पड़ेगा ? इसका जवाब (cid:7408)कसी (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स के पास भी नह(cid:7277) ह ै (cid:7408)क भारत को िनकट भिव(cid:7020)य म(cid:7286) कब य(cid:7373)ु का सामना करना पड़गे ा। (cid:6989)य(cid:7298)(cid:7408)क 1989 म(cid:7286) भी कोई नह(cid:7277) जानता था (cid:7408)क अम(cid:7407)े रका ईराक पर हमला करके उसे लूट लगे ा, और 2004 म (cid:7286) (cid:7408)फर स े हमला करेगा। न ही कोई जानता था (cid:7408)क अम(cid:7407)े रका जनवरी 2010 म(cid:7286) लीिबया पर हमला करके उसे लूटेगा। हम िनि(cid:7391)त तौर पर नह(cid:7277) जानत,े कब ? ल(cid:7408)े कन हम(cid:7286) यह भय ह ै (cid:7408)क भारत को अंततोग(cid:7004)वा अपन े द(cid:7019)ु मन दशे ो स े यु(cid:7373) का सामना करना ही पड़गे ा। इसे टाला नह(cid:7277) जा सकता। वजह यह ह ै (cid:7408)क िजस देश क(cid:7409) सेना हिथयार(cid:7298) के उ(cid:7004)पादन म (cid:7286) आ(cid:7004)मिनभ(cid:6981)र नह(cid:7277) होती उस दशे पर यु(cid:7373) आन े क(cid:7409) स(cid:7013)भावना बढती जाती ह।ै ऐसी ि(cid:7021)थित म (cid:7286) हमारे पास तीन िवक(cid:7016)प उपल(cid:7011)ध ह ै: 1. भारत न तो हिथयार(cid:7298) का आयात करे न ही िनमा(cid:6981)ण करे। 2. भारत हिथयार(cid:7298) का आयात करे। 3. भारत (cid:7021)वदेशी तकनीक आधा(cid:7407)रत हिथयार(cid:7298) का िनमा(cid:6981)ण करे। य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 8 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, 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यु(cid:7373) म (cid:7286)भारत पर 1947 से भी 10 गुना बदतर हालत गुजरेगी। (2.2.2) य(cid:7408)द भारत हिथयार नह(cid:7277) बनाता ले(cid:7408)कन आयात करता ह,ै तो इस नरसंहार को हम कुछ हद तक कम तो कर सकत े ह ै ले(cid:7408)कन रोक नह(cid:7277) सकते। ऐसी ि(cid:7021)थित म (cid:7286) हम हिथयार िनया(cid:6981)त करन े वाली या भारत म(cid:7286) आकर हिथयार िनमा(cid:6981)ण करने वाली क(cid:7013)पिनयो के गुलाम हो जाएंगे। हमारा मानना ह ै (cid:7408)क हिथयार िनमा(cid:6981)(cid:7074)ी क(cid:7013)पिनया हिथयार(cid:7298) पर हमारी िनभ(cid:6981)रता को भुनाएगी और हमारे खिनज, तेल-गसै संसाधनो, (cid:7021)पे(cid:6989)(cid:7069)म, ब(cid:7289)(cid:6989)स आ(cid:7408)द को अिधगृहीत कर लगे ी, हमारी गिणत-िव(cid:6980)ान क(cid:7409) िश(cid:6979)ा को बबा(cid:6981)द कर देगी और भारत क(cid:7409) लगभग परू ी आबादी को ईसाई धम (cid:6981)म(cid:7286) धमा(cid:6981)(cid:7008)त(cid:7407)रत कर दगे ी। (2.2.3) अत: हमारा तथा हमारे जैसे अ(cid:7008)य (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स का मानना ह ै (cid:7408)क भारत को खुद के हिथयारो का उ(cid:7004)पादन करना चािहए। इसिलए भारत के नाग(cid:7407)रको को ऐसे शासन क(cid:7409) रचना करनी चािहए िजससे भारत अमे(cid:7407)रका के (cid:7021)तर के आधुिनक हिथयार(cid:7298) का उ(cid:7004)पादन कर सके। हम (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स का मानना ह ै (cid:7408)क ऐसे शासन क(cid:7409) रचना तब तक नह(cid:7277) क(cid:7409) जा सकती जब तक (cid:7408)क भारत म (cid:7286) (cid:7079)धानम(cid:7008)(cid:7074)ी, सु(cid:7079)ीम कोट(cid:6981) जज, िजला िश(cid:6979)ा अिधकारी, पुिलस (cid:7079)मुख आ(cid:7408)द को वोट वापसी पासबुक के दायरे म (cid:7286)नह(cid:7277) लाया जाता। अत: हम इन सब कानूनो के (cid:7071)ा(cid:7010)ट (cid:7079)(cid:7021)तािवत करके ऐसे शासन क(cid:7409) रचना करने का सुझाव द े रह ेह,ै जो शासन भारत म(cid:7286) भारतीय(cid:7298) (cid:7367)ारा बड़े पैमाने पर आधुिनक हिथयार(cid:7298) का उ(cid:7004)पादन करन े म(cid:7286) स(cid:6979)म हो। हो सकता है क(cid:7409) हमारा भय एक अितिशयोि(cid:7334) हो, और हो सकता ह ै (cid:7408)क भारत को कभी भी (cid:7408)कसी (cid:7079)कार के यु(cid:7373) का सामना न करना पड़े। ले(cid:7408)कन हमारा मानना ह ै (cid:7408)क अगर भारत को यु(cid:7373) करना पड़ सकता ह,ै तो आने वाली तबाही से िसफ(cid:6981) वोट वापसी पासबुक, (cid:7407)र(cid:7334) भूिम कर एवं जूरी कोट(cid:6981) कानूनी (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)याओ को लाग ूकरके ही बचा जा सकता ह।ै सार (cid:7272)प म (cid:7286) यह कहना उिचत है (cid:7408)क य(cid:7373)ु क(cid:7409) आशंका न े ही हम आम नाग(cid:7407)रको को (cid:7407)रकािल(cid:7021)(cid:6999)स बनन े के िलए (cid:7079)े(cid:7407)रत (cid:7408)कया। (cid:6989)य(cid:7298)(cid:7408)क भारत क(cid:7409) सेना िवदशे ी हिथयार(cid:7298) पर िनभ(cid:6981)र होने के कारण हम(cid:7286) भारत के एक ‘िवशाल (cid:7408)फिलिप(cid:7008)स’ म(cid:7286) बदल जाने, या इससे भी बदतर भारत का ‘इराक(cid:7409)करण’ हो जाने का भय ह ै !! िवशाल (cid:7408)फिलिप(cid:7008)स म (cid:7286) बदल जाने स े आशय – ब(cid:7263)रा(cid:7398)ीय क(cid:7013)पिनय(cid:7298) के मािलक एव ं िमशनरीज (cid:7408)फलीप(cid:7277)स म (cid:7286) 1850 के आस पास प(cid:7263)चं ेऔर उ(cid:7008)ह(cid:7298)ने अगल े 100 वष(cid:6981) म(cid:7286) परू े देश को ईसाईयत म(cid:7286) क(cid:7008)वट(cid:6981) (cid:7408)कया, उनके (cid:7079)ाकृितक संसाधन(cid:7298) को लूटा, उनक(cid:7409) िव(cid:6980)ान गिणत के ढाँचे को तोड़ा, िनमा(cid:6981)ण इकाइयां वहां पर श(cid:7008)ू य ह ैऔर व े कुछ नह(cid:7277) बनाते। आज परू ा दशे आयात पर िनभर(cid:6981) ह।ै और यह सब उ(cid:7008)ह(cid:7298)ने िबना एक भी गोली चलाय े (cid:7408)कया !! इराक(cid:7409)करण स े आशय - स(cid:7374)ाम ने ऍफ़ डी आई के मा(cid:7007)यम से अम(cid:7407)े र(cid:7408)कय(cid:7298) को देश म (cid:7286) आने नह(cid:7277) (cid:7408)दया, अत: ईराक को यु(cid:7373) म(cid:7286) जाना पड़ा। नतीजा यह ह ै (cid:7408)क, 2003 तक ईराक के (cid:6996)यादातर घरो म (cid:7286) टीवी और ए सी लग े (cid:7263)ए थ े , ल(cid:7408)े कन आज वहां 70% घरो म(cid:7286) िबजली नह(cid:7277) ह ै!! 2003 तक ईराक म(cid:7286) 4% आबादी ईसाई थी, जो (cid:7408)क आज 15% से (cid:6996)यादा हो चुक(cid:7409) ह ै!! (3) अम(cid:7407)े रका चीन का (cid:7408)कला तोड़न ेके िलए भारत का इ(cid:7021)तमे ाल ऊंट क(cid:7409) तरह कर रहा ह ै!! जैसे जैसे भारत म (cid:7286) ऍफ़ डी आई आएगी वैसे वैसे भारत Vs पा(cid:7408)क(cid:7021)तान+चीन के य(cid:7373)ु क(cid:7409) स(cid:7013)भावना बढती जायेगी। इसम(cid:7286) भारत क(cid:7409) ि(cid:7021)थित एक ऊंट क(cid:7409) ह,ै और अम(cid:7407)े रका भारत का इ(cid:7021)तेमाल चीन के िखलाफ एक ऊंट क(cid:7409) तरह कर रहा है। X (cid:7408)कले का गेट तोड़ने के िलए Y का इ(cid:7021)तेमाल ऊंट क(cid:7409) तरह कर रहा ह ै- यह कहावत कैसे चलन म(cid:7286) आई ? य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 9 of 193 राजा को (cid:7079)जा के अधीन होना चािहए। वना(cid:6981) वह (cid:7079)जा को लूट लेगा, और रा(cid:6996)य का िवनाश होगा – मह(cid:7414)ष दयानंद सर(cid:7021)वती, स(cid:7004)याथ(cid:6981) (cid:7079)काश, पाठ 6 गुजराती म(cid:7286) एक कहावत ह ै : Z के (cid:7408)कल े का गेट तोड़न े के िलए X ऊंट के (cid:7272)प म (cid:7286) Y का इ(cid:7021)तेमाल करता ह।ै और यही कहावत यहाँ घ(cid:7407)टत हो रही ह ै जब हम कहते ह ै (cid:7408)क — अम(cid:7407)े रका न े भारत का (cid:7408)कला तोड़न े के िलए पा(cid:7408)क(cid:7021)तान का इ(cid:7021)तेमाल ऊंट क(cid:7409) तरह (cid:7408)कया, और अब अम(cid:7407)े रका भारत का इ(cid:7021)तेमाल पा(cid:7408)क(cid:7021)तान एवं चीन को तोड़न ेके िलए कर रहा ह ै !! यह कहावत कैस ेअि(cid:7021)त(cid:7004)व म (cid:7286)आयी ? सैकड़(cid:7298) साल पहल,े आ(cid:7059)मणकारी (cid:7408)कल े के दरवाजे तोड़न े के िलए हािथय(cid:7298) का इ(cid:7021)तेमाल करते थे। हाथी के िसर पर एक कवच लगाया जाता। हाथी दौड़ता (cid:7263)आ जाकर अपने सर से दरवाजे पर ट(cid:7333)र मारता, और दरवाजा टूट जाता। (cid:7408)फर (cid:7408)कले वालो ने दरवाजे पर लोहे के 2 फ(cid:7409)ट लंब े भाले लगान े शु(cid:7272) कर (cid:7408)दए। अब हाथी दरवाजे को ट(cid:7333)र मारता तो भाल े हाथी के शरीर म(cid:7286) घुस जात ेऔर हाथी मर जाता। आ(cid:7059)मणका(cid:7407)रय(cid:7298) ने नई तरक(cid:7409)ब िनकाली - उ(cid:7008)ह(cid:7298)ने हाथी और दरवाजे के बीच ऊंट को रखना शु(cid:7272) (cid:7408)कया। ऊँट को रि(cid:7021)सय(cid:7298) से बांध कर रखा जाता और यह हाथी के साथ चलता था। हाथी ऊंट के शरीर को ध(cid:7333)ा मारता िजससे भाले ऊंट के शरीर म(cid:7286) घुस जाते। हाथी (cid:7367)ारा लगाया गया बल दरवाजे को तोड़ देता, ल(cid:7408)े कन हाथी को कुछ न होता था। अब (cid:7408)कले वालो ने नयी युि(cid:7334) लगायी। जब हाथी (cid:7408)कले क(cid:7409) और आता तो वे एिसड और आग के गोल े फ(cid:7286)कना श(cid:7272)ु कर दते े। इससे हाथी और महावत आगे नह(cid:7277) बढ़ पाते थे। (cid:7408)फर आ(cid:7059)मणकारीय(cid:7298) न े इसका तोड़ िनकाला - उ(cid:7008)ह(cid:7298)ने ऊंट को (cid:7079)िशि(cid:6979)त करना शु(cid:7272) (cid:7408)कया। ऊंट को कई (cid:7408)दन(cid:7298) तक भूखा रखकर शराब िपलायी जाती। और (cid:7408)फर एक ग(cid:7275) े स े बन े दरवाज े पर हमला करन े के िलए उकसाया जाता। जब ऊंट दरवाज े स े टकराता तो ग(cid:7275)े का दरवाजा टूट जाता, और इसके एवज म (cid:7286)ऊंट को खाना (cid:7408)दया जाता। चूं(cid:7408)क दरवाजा ग(cid:7275)े स े बना होता था, इसीिलए ऊंट को कोई चोट नही आती थी। ऊंट के साथ बार बार ऐसा (cid:7408)कया जाता था, ता(cid:7408)क ऊंट को इसका अ(cid:7012)यास हो जाए। ऊंट को भूखा रखा जाता, शराब िपलायी जाती और जब वह ग(cid:7275)े का दरवाजा तोड़ देता तो उसे खाना (cid:7408)दया जाता। इस तरह ऊंट के (cid:7408)दमाग म(cid:7286) यह बात बैठ जाती थी (cid:7408)क दरवाजे से टकरान ेसे उसे कुछ नह(cid:7277) होता ह,ै बि(cid:7016)क खाना िमलता ह।ै और जब यु(cid:7373) होता था तो इस (cid:7079)कार सधाए गए कई भूखे (cid:7009)यासे ऊंट(cid:7298) को (cid:7408)कले के दरवाजे पर छोड़ (cid:7408)दया जाता था। ऊंट यह सोचकर (cid:7408)कल े के दरवाजे स े जाकर टकरात े थ े (cid:7408)क उसे कोई चोट नह(cid:7277) प(cid:7263)चं ेगी। ल(cid:7408)े कन य(cid:7373)ु के (cid:7408)दन दरवाज े से टकराकर ऊंट मर जाता। एक के बाद एक कई सारे ऊंट (cid:7408)कल ेके दरवाजे से टकराते िजससे दरवाजे म (cid:7286)दरारे पड़ जाती, और दरवाजा टूट जाता। तो इस तरह आ(cid:7059)मणकारी (cid:7408)कले के दरवाजे तोड़न े के िलए ऊंट का इ(cid:7021)तेमाल करते थे। और इसी कारण स े ये कहावत चलन म(cid:7286) आई (cid:7408)क - कैसे (cid:7408)कसी दरवाजे को तोड़न ेके िलए (cid:7408)कसी का इ(cid:7021)तेमाल ऊंट क(cid:7409) तरह (cid:7408)कया जाता ह।ै यह कहावत तब लागू होती ह ै जब A, C को चोट प(cid:7263)चँ ाने के िलए B का इ(cid:7021)तेमाल करता है। इस (cid:7079)(cid:7408)(cid:7059)या म(cid:7286) B को सब तरफ से मु(cid:7010)त म (cid:7286) नुकसान होता ह,ै (cid:7408)क(cid:7008)तु B यह मानकर (cid:7408)कले के दरवाजो पर जाकर िसर दे मारता ह,ै (cid:6989)य(cid:7298)(cid:7408)क उसे यह िव(cid:7393)ास (cid:7408)दला (cid:7408)दया जाता ह ै (cid:7408)क उस े लाभ होगा !! इसका एक उदाहरण कारिगल यु(cid:7373) ह।ै 1997 म(cid:7286) वाजपेयी सरकार ने अमे(cid:7407)रका और (cid:7272)स क(cid:7409) इ(cid:6994)छा के िखलाफ जाकर पोखरण-2 (cid:7408)कया। और (cid:7408)फर बीमा एवं मीिडया म(cid:7286) भी एफडीआई क(cid:7409) अनुमित देने से इनकार (cid:7408)कया। कुछ रा(cid:7398)वा(cid:7408)दयो (cid:7367)ारा वाजपेयी पर WTO छोड़ने और भारत से अम(cid:7407)े रक(cid:7409) कंपिनय(cid:7298) को हटाने का भी दबाव डाला जा रहा था। तब भारत को सबक िसखाने के िलए अमे(cid:7407)रका ने पा(cid:7408)क(cid:7021)तान को उंचाई पर काम आन ेवाले हिथयार(cid:7298) क(cid:7409) मदद दने ा श(cid:7272)ु (cid:7408)कया। अमे(cid:7407)र(cid:7408)कय(cid:7298) ने पा(cid:7408)क(cid:7021)तान से वादा (cid:7408)कया था (cid:7408)क, य(cid:7408)द वे कारिगल पर चढ़ायी करत े ह ै तो उ(cid:7008)ह (cid:7286) अम(cid:7407)े रका काफ(cid:7409) मदद दगे ा। अम(cid:7407)े रका न े भारत के गृह मं(cid:7074)ालय एवं र(cid:6979)ा िवभाग म(cid:7286) भी स(cid:7286)ध लगायी और, उस सेटेलाईट को बंद य(cid:7408)द आजाद भारत म(cid:7286) नाग(cid:7407)रको के पास वोट वापसी कानून नह(cid:7277) (cid:7263)ए तो लोकतं(cid:7074) मजाक बन जायेगा- महा(cid:7004)मा च(cid:7008)(cid:7076)शेखर आजाद Pg 10 of 193