भारतवर्ष का इततहास भाग ३ - बौद्ध काल अतिवीर दलु भष ग्रथं -सग्रं ह - एक पररचय अतिवीर द्वारा संकतलत यह ग्रंथ-संग्रह धर्,ष आध्यात्र्, इततहास और अन्य तवर्यों पर अत्यंत दलु षभ और र्ौतलक पुस्तकों का संग्रह ह।ै अपने सर्य के तवख्यात तवद्वान, चचंतकों और लेखकों द्वारा रतचत ज्ञान के इन अर्ल्ू य र्ोततयों न े अपने रचनाकारों को अर्र कर ददया ह।ै दतु नया की अंधी दौड़ र् ें ज्ञान के य े अर्ूल्य र्ोती खो ना जाएँ, इसतलए इन सबको यथा स्वरूप आपके सार्ने लाने का अतिवीर का यह प्रयास ह।ै इन पुस्तकों र्ें तलखी सब बातों से हर् सहर्त हों यह आवश्यक नहीं। परंतु धर्ष र्ाग ष र् ें अग्रसर एक साधक के तलए इनसे बढ़कर कोई तनतध नहीं हो सकती, ऐसा तनतित ह।ै सृति के आरम्भ से अब तक के सब तवद्वान-र्नीर्ी तजन्होंने र्नुष्य को र्नुष्य बनाने र्ें अपना भाग डाला, ऐसे सब ऋतर्यों और पूवषजों के ऋण से र्क्तु होने का यह एक छोटा सा प्रयास ह।ै भारतवर्ष का इततहास भाग ३ - बौद्ध काल आचायष रार्दवे