REGD. NO. D. L.-33004/99 EXTRAORDINARY II— — (ii) PART II—Section 3—Sub-section (ii) PUBLISHED BY AUTHORITY 25] No. 25] NEW DELHI, WEDNESDAY, JANUARY 3, 2018/PAUSHA 13, 1939 पययावरण, वन और जलवयय ुपररवतना मत्रं यलय ऄधधसचू नय नइ ददल्ली, 2 जनवरी, 2018 (पने धु सलय नरधसम्ह य वय जीव ऄ्य यरय , अध्रं प्रदेश) कय.अ. 36(ऄ).— ऄधधसूचनय कय धनम्नधलधखत प्रयरूप, धजसे केरीय सरकयर, पययावरण (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1986 (1986 कय 29) की धयरय 3 की ईपधयरय (2) के खंड (v) और खंड (xiv) तथय ईपधयरय (3) के सयथ परित ईपधयरय (1) द्वयरय प्रदत्त शधियों कय प्रयोग करत े हुए, जयरी करन े कय प्रस्तयव करती ह,ै पययावरण (संरक्षण) धनयम, 1986 के धनयम 5 के ईपधनयम (3) की ऄपेक्षयनुसयर, जनसयधयरण की जयनकयरी के धलए, प्रकयधशत ह;ै धजनके ईससे प्रभयधवत होने की संभयवनय ह,ै और यह ह ै दक ईि प्रयरूप ऄधधसूचनय पर, ईस तयरीख स,े धजसको आस ऄधधसूचनय को ऄंतर्ववष्ट करन े वयल े भयरत के रयजपत्र की प्रधतययं जनसयधयरण को ईपलब्ध करय दी जयती ह,ैं सयि ददन की ऄवधध की समयधि पर यय ईसके पश् चयत ्धवचयर दकयय जयएगय ; ऐसय कोइ व्यधि, जो प्रयरूप ऄधधसूचनय म ें ऄंतर्ववष्ट प्रस्तयवों के संबंध म ें कोइ यय सुझयव देन े ह,ै वह आस प्रकयर धवधनर्ददष्ट ऄवधध के भीतर, केरीय सरकयर द्वयरय धवचयर दकए जयने के धलए, यय सुझयव सधचव, पययावरण, वन और जलवयय ु पररवतान मंत्रयलय, आंददरय पययावरण भवन, जोर बयग रोड, ऄलीगंज, नइ ददल्ली-110003 यय इ-मेल [email protected] पर धलधखत रूप म ेंभेज सकतय ह ै। प्रयरूप ऄधधसचू नय और, पेनुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय 1030.85 वग ा दकलोमीटर क्षेत्र म ें फैलय हुअ ह।ै जो अंध्र प्रदेश रयज्य के दो रयजस्व धजलों (एसपीएसअर नेल्लोर और कडपय) म ें धस्थत ह।ै पेनुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय "बडवेल- एसपीएसअर नेल्लोर सड़क" के नयम स े धवददत दो महत्वपणू ा पहयड़ी दरों के बीच धस्थत ह ै जो दक दधक्षण म ें रपूर-धचतवेल सड़क मयग,ा पूव ा में पोडयलयकूर सोमयधसलय मयगा, दधक्षण म ें कडयपय रयजमपेट मयग ा और पधिम में धसद्धवतम बडवेल मयग ा पर ईत्तर स े होकर गुजरतय ह।ै यह ऄभययरय तीन वन मडं लों ऄथयात ् गुंटूर, कुरनलू और वयजीव प्रबंधन मंडल धतरुपधत तथय चयर वन संभयगों ऄथयात् नल्े लोर, रयजमपेट, कडपय और प्रोद्दयत्तूर म ें फैलय हुअ ह;ै 45 GI/2018 (1) 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)] और, पेनुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय 14.161530 और 14.677480 ऄक्षयंश और 78.984510 और 79.629500 देशयंतर के बीच धस्थत ह।ै ऄभययरय में दो बड़े जल धनकयय ऄथयात,् कंडलेरू जलयशय और सोमयधसलय जलयशय शयधमल ह;ैं और, पेनुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय को अंध्र प्रदशे सरकयर के ददनयंक 15.09.1997 के इ.एफ एडं एसटी (III के धलए) जी ओ एम एस सं. 106 के द्वयरय वयजीव (सरं क्षण) ऄधधधनयम 1972 (1972 कय केंरीय ऄधधधनयम 53) की धयरय 18 के ईपयबंध के तहत वयजीव ऄभययरय घोधषत दकयय गयय थय; और, यह ऄभययरय ऄनवेधषत जैव धवधवधतय, धवशेष रुप से लुिप्रयय हो चुकी वनस्पधतयों और ईनसे सम्बद्ध जीवजतुओं के धलए समृद्ध अवयसीय क्षेत्र ह।ै यह ऄभययरय धवधवध प्रकयर की वनस्पधत और जीवजतुओं कय अश्रय स्थल ह ै तथय भ-ू रुपयत्मकतय के मोजेक स े ऄलंकृत ह।ै आसके ऄधधकयंश क्षेत्र पहयड़ी ह ैं धजसमें पियर, चट्टयनें, घयरटययं और गहरी घयरटयय ं ह,ैं धजनम ेंशुष्क पणापयती वन पयये जयते ह ैंऔर घयस कम ईगती ह।ै आसके असपयस शुष्क कयंटेदयर और शुष्क सदयबहयर वन ह;ैं और, नेल्लोर, रयजमपेटय, कडपय और प्रोद्दयत्तूर संभयगों के वनों म ें मुख्य रूप स े बेहतर शुष्क पणापयती प्रकयर के वन पयए जयत े ह।ैं सवयाधधक सयमयय प्रजयधतयय ं पेटरोकयपास सैंटयधलनस, एनोजीसस लेरटफोधलयय, टर्वमनधलयय टोमेंटोसय, पेटरोकयपास मयसूाधपयम, हयडाधवक आधबनटय, क्लोरोधक्जलोन स्वेएटेधनअ, लैधनयय ग्रैंधडस, बोसवेधलयय सयरयाटय, डयल्बर्वगयय पॅधनकुलटय, धजआजफस जीलॉपीरस, लगेरस्रॉमीयय पर्ववफ्लोरय अदद, ह;ैं और, ऄभययरय की स्थलयकृधत ऐसी ह ै जो धवधभन्न सूक्ष्म और दीघा पययावयसों धजनमें धवधवध जीवजतुओं को अश्रय धमलतय ह ै के ऄधस्तत्व को सक्षम बनयती ह।ै उपरी पियरों, मध्य म ें उंच े पहयड़ी ढलयनों के सयथ असपयस के शुष्क क्षेत्रों, ऄसंख्य पहयड़ी धयरयओं, घयरटयों और गहरी घयरटयों, चट्टयन-अश्रयों, वन भूधम, बयंस के वनों कय कयरण यहयं वयजीवों की धवधवध प्रजयधतययाँ रहती ह।ैं भ-ू भौगोधलक वगीकरण के ऄनुसयर, यह क्षत्रे आंडो-मलययन क्षेत्र (सीअइएस-गयंगेय ईप-क्षत्रे ) के ऄंतगता अतय ह ै और भयरतीय जीवजतुओं जैसे दक कयलय धहरन (एधनलेटोप सर्ववकरपय) और चौससगय मृग (टेरयसरस क्वैधडकोररन) अदद कय मूल अवयस ह;ै और, प्रमुख प्रजयधतयों म ें पथें ेरय (पेंथरेय पदसा ), जंगली कुत्तय (लयआकयकोन धपक्टस) अदद जैसी प्रजयधतययं ह।ैं आस क्षत्रे की प्रमुख प्रजयधतयों कय ऄय ईदयहरण चमगयदड़ ह;ै ऄतः, ऄब, केरीय सरकयर, पययावरण (संरक्षण) धनयम, 1986 के धनयम 5 के ईपधनयम (3) पययावरण (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1986 (1986 कय 29) की उ धयरय (1) तथय धयरय 3 उ (2) व उ (3) के खंड (v) और खंड (xiv) द्वयरय प्रदत्त शधियों कय प्रयोग करत े हुए, अंध्र प्रदशे रयज्य म ें पेनुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय की सीमय के चयरों ओर 2 से 5 दकलोमीटर तक धवस् तयररत क्षेत्र को पने ुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय पयररधस्थधतकी संवेदी जोन (धजसे आसमें आसके पश् चयत् पयररधस्थधतकी संवेदी जोन कहय गयय ह)ै के रूप में ऄधधसूधचत करती ह,ै धजसकय धववरण धनम्नयनुसयर ह,ै ऄथयात ् :-- 1. पयररधस्थधतक संवदे ी जोन कय धवस्तयर और सीमय.- (1) पयररधस्थधतकी संवेदी जोन कय धवस्तयर पेनुधसलय नरधसम्हय वयजीव ऄभययरय के चयरों ओर 2 दकलोमीटर स े 5 दकलोमीटर तक होगय। पयररधस्थधतकी संवेदी जोन कय क्षेत्रफल 775.59 वग ादकलोमीटर होगय। (2) पयररधस्थधतकी संवेदी जोन सीमय के सयथ संरधक्षत क्षेत्र कय मयनधचत्र ईपयबधं I में ददयय गयय ह ै और संरधक्षत क्षेत्र की सीमय और पयररधस्थधतकी सवं ेदी जोन के भ-ू धनदेशयंकों की सूची क्रमशः ईपयबधं I (क) और (ख) में दी गइ ह।ै (3) पयररधस्थधतकी संवेदी जोन की सीमय कय धववरण ईपयबधं II के रुप में सलं ग्न ह|ै (4) मुख्य सबदओंु के भ-ू धनदेशयंकों के सयथ पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के ऄतं गता अन े वयल े ग्रयमों की सूची ईपयबधं III के रुप में सलं ग्न ह ै। 2. पयररधस्थधतकी सवं दे ी जोन के धलए अचं धलक महययोजनय :– (1) रयज्य सरकयर, पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के प्रभयवी प्रबंधन के प्रयोजन के धलए रयजपत्र म ें ऄंधतम ऄधधसूचनय के प्रकयशन की तयरीख स े दो वषा की ऄवधध के भीतर, स्थयनीय व्यधियों के परयमश ा से और आस ऄधधसूचनय में ददए गए ऄनुबंधों कय पयलन करत े हुए रयज्य सरकयर के सक्षम प्रयधधकयरी के ऄनुमोदनयथ ा एक अचं धलक महययोजनय तैययर करेगी । II (ii) 3 (2) रयज्य सरकयर पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के धलए अचंधलक महययोजनय आस ऄधधसूचनय में धवधनर्ददष्टयनुसयर प्रयसंधगक केंरीय और रयज्य धवधधयों तथय केंरीय सरकयर द्वयरय जयरी मयगाधनदे , यदद कोइ हों, तैययर । (3) पयररधस्थधतकी और पययावरणीय संबंधी सरोकयरों को ईि योजनय में समयकधलत करन े के धलए रयज्य सरकयर के धनम्नधलधखत धवभयगों के परयमशा से अंचधलक महययोजनय तैययर की जययेगी:-- (i) पययावरण; (ii) वन; (iii) शहरी धवकयस ; (iv) पयरर-पयाटन ह ; (v) नगरपयधलकय और शहरी धवकयस; (vi) लोक धन मयाण धव भयग; (vii) रयजस्व; (viii) रयज्य प्रदषू ण धनयंत्रण बोड;ा (ix) ग्रयमीण धवकयस; (x) ससचयइ और बयढ़ धनयंत्रण; तथय (xi) पंचययती रयज, (4) ब व ह , अंचधलक महययोजनय व ऄनुमोददत भ-ू ईपयोग, ऄवसंरचनय और दक्रययकलयपों पर कोइ ब नहीं अचंधलक महययोजनय सभी ऄवसंरचनय और दक्रययकलयपों को ऄधधक दक्ष और पययावरण ऄनुकूल बनयन े व । (5) अंचधलक महययोजनय म ें ऄनयच्छयददत और ऄवक्रधमत क्षेत्रों के जीणोद्धयर, धवद्यमयन जल धनकययों के संरक्षण, अवयह क्षेत्रों के प्रबंधन, जल-संभरों के प्रबंधन, भू-जल के प्रबंधन, मृदय और नमी संरक्षण, स्थयनीय की अवश्यकतयओं तथय पयररधस्थधत व पययावरण ऐसे ऄय पह ओं, धजन पर ध्ययन देनय अवश्यक ह,ै व । (6) अंचधलक महययोजनय सभी धवद्यमयन पूजय स् थलों, ग्रयमीण और ह ब , वनों की श्रेधणयों और दकस् मों, कृधष क्षेत्रों, उपजयउ भूधम, उ व उ ह हररत क्षे , ब व , ब , और ऄय जल धनकययों , सहययक मयनधचत्रों के सयथ, । ब ह मयनधचत्र में धवद्यमयन और प्रस्तयधवत भूधम के ईपयोग की धवशेषतयओं । (7) ह के ऄंतगात व े व व सयरणी सूचीबद्ध , व तथय व - व को तथय संवर्वधत जययेगय । (8) अंचधलक महययोजनय क्षेत्रीय धवकयस योजनय के सह-कयधलक (को-टर्वमनस) होगी। (9) अंचधलक महययोजनय, धनगरयनी सधमधत भा दस्तयवेज होगी धजसमें नय ईपबंधों के ऄनुसरण म ेंईसके धनगरयनी सबं ंधी व्यों के धनवहना कय धववरण होगय । 3. रयज्य सरकयर द्वयरय दकए जयन े वयल े ईपयय:- रयज्य सरकयर आस ऄधधसूचनय के ईपबंधों को प्रभयवी बनयने के धलए धनम्नधलधखत ईपयय करेगी, ऄथयात् :-- (1) भ-ू ईपयोग: (क) पयररधस्थधतकी संवेदी जोन म ें वनों, बयगवयनी क्षेत्रों, कृधष क्षेत्रों, ईद्ययनों तथय अमोद-प्रमोद के प्रयोजन के धलए धचधहत दकए गए खुल े स्थयनों कय बड़े वयधणधज्यक और अवयसीय पररसरों संबंधी औद्योधगक दक्रययकलयपों के धलए ईपयोग यय संपररवतान नहीं दकयय जयएगय: 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)] (ख) बशत े दक पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के भीतर भयग (क) म ें धवधनर्ददष्ट प्रयोजन स े धभन्न प्रयोजन के धलए कृधष और ऄय भूधम कय संपररवतान, मयनीटरी सधमधत की धसफयररश पर और यथय लयगू और क्षेत्रीय नगर योजनय ऄधधधनयम तथय केरीय/रयज्य सरकयर के ऄय धनयमों तथय धवधनयमों के ऄधीन सक्षम प्रयधधकयरी के पूवा ऄनुमोदन स,े तथय आस ऄधधसूचनय के ईपबंधों द्वयरय स्थयनीय धनवयधसयों की धनम्नधलधखत अवयसीय जरूरतों को पूरय करन े के धलए ऄनुज्ञयत दकयय जयएगय, जैस े :- (i) धवद्यमयन सड़कों को चौड़य करनय, ईह ेंसुदढ़ृ करनय तथय नइ सड़कों कय धनमयाण करनय; (ii) बुधनययदी ढयंचों और नयगररक सुधवधयओं कय धनमयाण और नवीकरण; (iii) प्रदषू ण ईत्पन्न न करन े वयले लघु ईद्योग; (iv) ग्रयमीण उ गों सधहत कुटीर ईद्योग; सुधवधय भडयर और गृह वयस सधहत स्थयनीय सुधवधयएं जो पयररधस्थधतकी पयाटन म ेंसहययक ह;ैं और (v) बढ़यवय ददए गए और पैरय-4 में वर्वणत दक्रययकलयप : (ग) बशत े यह भी दक ह व ब रयज्य सरकयर के व व ब तथय संधवधयन के ऄनच्ु छेद 244 के ईपबंधों तथय तत्समय प्रवृत्त धवधध, धजसके ऄंतगात ऄनुसूधचत जनजयधत और ऄय परंपरयगत वन धनवयसी (वन ऄधधकयरों की मययतय) ऄधधधनयम, 2006 (2007 कय 2) भी ह,ै के ऄनुपयलन के धबनय वयधणधज्यक यय धवकयस दक्रययकलयपों के धलए जनजयतीय भूधम ह ह । (घ) बशत े यह भी दक पयररधस् थधतकी संवेदी जोन के भीतर की भूधम के ऄधभलेखों म ें ईत्पन्न दकसी त्रुरट की, धनगरयनी सधमधत के धवचयर प्रयि करन े के पियत्, रयज्य सरकयर द्वयरय प्रत्येक मयमल े म ें एक बयर शुधद्ध की जयएगी और ईि त्रुरट के शुधद्धकरण की सूचनय केंरीय सरकयर के पययावरण, वन और जलवयय ुपररवतान मंत्रयलय को दी जयएगी । (ड़) बशत ेयह भी दक ईपयुाि त्रुरट के शुधद्धकरण म,ें आस ईप-पैरय म ें यथय ईपबंधधत के धसवयय, दकसी भी दशय में भू-ईपयोग कय पररवतान सधम्मधलत नहीं होगय । (च) ऄनप्रु युक्त यय ऄनुत् पयदक कृधष क्षेत्रों में पुन: वनीकरण करने के तथय पययावयसों एवं जैव धवधवधतय की बहयली के प्रययस दकए जयएंगे । (2) प्रयकृधतक जल स्रोत -- सभी प्रयकृधतक जल स्रोतों/जलमयगों/नददयों के जलयगम क्षेत्रों की पहचयन की जयएगी और अचंधलक महययोजनय में ईनके संरक्षण और बहयली की योजनय सधम् मधलत की जयएगी । (3) पयाटन/पयररधस्थधतकी पयटा न: (क) पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के भीतर सभी नए पयररधस्थधतकी पयाटन दक्रययकलयप यय धवद्यमयन पयाटन दक्रययकलयपों कय धवस्तयर पयररधस्थधतकी संवेदी जोन संबंधी पयाटन महययोजनय के ऄनुसयर होगय । (ख) पयररधस्थधतकी पयाटन महययोजनय पयाटन धवभयग द्वयरय रयज्य के पययावरण और वन धवभयग के परयमश ासे तैययर होगी । (ग) पयाटन महययोजनय अंचधलक महययोजनय कय एक घटक होगी । (घ) पयररधस्थधतकी पयाटन संबंधी दक्रययकलयप धनम्नयनुसयर धवधनयधमत होंग,े:- (i) वयजीव ऄभययरय की सीमय से 1 दकलोमीटर के भीतर यय पयररधस्थधतकी संवेदी जोन की सीमय तक, आसमें जो भी धनकट हो, दकसी होटल यय ररसोटा कय नयय संधन्नमयाण ऄनज्ञु यत नहीं दकयय जयएगय । तथयधप, वयजीव ऄभययरय की सीमय से 1 दकलोमीटर की दरू ी से परे पयररधस्थधतकी सवं ेदी जोन की सीमय तक नए होटलों और ररसोटों की स्थयपनय पयाटन महययोजनय के ऄनुसयर पयररधस्थधतकी पयाटन सुधवधयओं के धलए पूवा पररभयधषत एवं ऄभीधहत क्षेत्रों में ऄनज्ञु यत की जयएगी। (ii) पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के ऄदर सभी नए पयाटन दक्रयय-कलयप यय धवद्यमयन पयाटन दक्रययकलयपों कय धवस्तयर केरीय सरकयर, पययवा रण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय द्वयरय जयरी मयगादशी धसद्धयंतों तथय पयररधस्थधतकी पयाटन पर बल देते हुए रयष्ट्रीय बयघ संरक्षण प्रयधधकरण द्वयरय जयरी पयररधस्थधतकी पयाटन संबंधी मयगादशी धसद्धयंतों (समय-समय पर यथय संशोधधत) के ऄनुसयर होगय । II (ii) 5 (iii) अंचधलक महययोजनय कय ऄनुमोदन दकए जयन े तक, पयटा न के धवकयस तथय धवद्यमयन पयाटन दक्रययकलयपों के धवस्तयर को वयस्तधवक स्थल धवधनर्ददष्ट संवीक्षय तथय धनगरयनी सधमधत की धसफयररश के अधयर पर सबं ंधधत धवधनययमक प्रयधधकरणों द्वयरय ऄनुज्ञयत दकयय जयएगय और पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के भीतर दकसी नय े होटल/ररसयटा यय वयधणधज्यक प्रधतष्ठयन कय संधन्नमयाण ऄनुज्ञयत नहीं होगय । (4) धवरयसत – पयररधस्थधत संवेदी जोन में ब धवरयसत के सभी स्थलों जैसे सभी जीन व क्षत्रे , शैल , जल प्रपयत, झर , , ईपवन, गुफयए,ं स्थल, व , ह , उ पयत अदद की पहचयन की जयएगी तथय उ व के धलए धवरयसत संरक्षण योजनय ब जो अंचधलक महययोजनय कय भयग हो । (5) मयनव धनर्वमत धवरयसत स्थ ल - पयररधस्थधतकी संवेदी जोन म ें भवनों, संरचनयओं, , ऐधतहयधसक, कलयत्मक और सयंस्कृधतक महत्व के क्षेत्रों की पहचयन की जयएगी और उ संरक्षण के धलए धवरयसत संरक्षण योजनय बनययी जय गी जो अंचधलक महययोजनय कय भयग होगी। (6) ध्व धन प्रदषू ण – अध्रं प्रदशे रयज्य सरकयर कय पययावरण धवभयग यय रयज्य प्रदषू ण धनयंत्रण बोड,ा व ( ) , 1986 ब ध्वधन प्रदषू ण (धवधनयमन और धनयंत्रण) धनयम, 2000 के उ ब ऄनुसयर पयररधस्थत संवेदी जोन म ें ध् वधन प्रदषू ण के धनयंत्रण ब धवधनयमों को करेगय । (7) वयय ु प्रदषू ण - पयररधस्थधत संवेदी जोन म,ें वययु प्रदषू ण कय धनवयरण एव ं धनयंत्रण, वयय ु (प्रदषू ण धनवयरण और धनयंत्रण) ऄधधधनयम, 1981 (1981 कय 14) उ ब धों और ईसके ऄधीन बनयए गए धनयमों के ऄनुसयर । (8) बधहस्रयव कय धनस्सयरण - पयररधस्थधत संवेदी जोन म ें ईपचयररत बधहस्रयवों कय धनस्सयरण, पययावरण (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1986 और ईसके ऄधीन बनयए गए धनयमों के ऄतगात पययावरणीय प्रदषू ण के धनस्सयरण संबधं ी सयधयरण मयनकों यय रयज्य सरकयर द्वयरय धनयत मयनकों के ऄनुसयर । (9) िोस ऄपधशष्ट - िोस ऄपधशष्टों कय धनपटयन और प्रबंधन धनम्नधलधखत रूप म ें होगय - (क) पयररधस्थधत संवेदी जोन म ें िोस ऄपधशष्ट कय धनपटयन ब भयरत सरकयर के पययावरण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय की समय-समय पर यथय संशोधधत ऄधधसूचनय सं. कय.अ. 1357( ), 8 ऄप्रैल, 2016 ह िोस ऄपधशष्ट प्रबंध धनयम, 2016 के ईपबंधों के ऄनुसयर दकयय जयएगय। - व व ब ह ह व - ; (ख) व प्रौद्योधगदकयों (इएसएम) कय योग करते हुए धवद्यमयन धनयमों और धवधनयमों के ऄनरूु प िोस ऄपधश कय सरु धक्षत पययावरण प्रंबंधन ऄनुज्ञयत दकयय जययेगय। (10) जैव धचदक ऄपधशष्ट - (क) जैव धचदकत्सय ऄपधशष्ट कय प्रबंधन धनम्न प्रकयर से दकयय जयएगय :- (क) पयररधस्थधत संवेदी जोन म ें जैव धचदक ऄपधशष्ट कय धनपटयन भयरत सरकयर के पययावरण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय की – ऄधधसूचनय सं. .कय.धन 343 (ऄ), तयरीख 28 मयचा, 2016 तहत प्रकयधशत जैव धचदक ऄपधशष्ट प्रबंध धनयम, 2016 के ईपबंधों के ऄनुसयर दकयय जयएगय । (ख) व प्रौद्योधगदकयों (इएसएम) कय योग करते हुए धवद्यमयन धनयमों और धवधनयमों के ऄनरूु प व- ऄपधश कय सरु धक्षत पययावरण िोस प्रंबंधन ऄनुज्ञयत दकयय जययेगय। (11) प्लयधस्टक ऄपधशष्ट प्रबधं न: - पयररधस्थधत संवेदी जोन में प्लयधस्टक ऄपधशष्ट प्रबंध , भयरत सरकयर के पययावरण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय की – ऄधधसूचनय सं.सय.कय.धन 340(ऄ), तयरीख 18 मयच,ा 2016 के ह प्लयधस्टक ऄपधशष्ट प्रबंध धनयम, 2016 के उ ब दकयय जयएगय। (12) धनमयणा और धवध्वसं ऄपधशष्ट प्रबधं न: - पयररधस्थधत संवेदी जोन में धनमयाण और धवध्वंस ऄपधशष्ट प्रबंधन, भयरत सरकयर के पययावरण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय की समय-समय पर यथय संशोधधत ऄधधसूचनय सं. .कय.धन. 317(ऄ), तयरीख 29 मयच,ा 2016 के ह संधनमयाण और धवध्वंस ऄपधशष्ट प्रबधं न धनयम, 2016 के उ ब ऄनुसयर दकयय जयएगय। 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)] (13) इ–ऄपधशष्ट:- पयररधस्थधत संवेदी जोन म ें इ–ऄपधशष्ट प्रबंध , भयरत सरकयर पययवा रण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय द्वयरय प्रकयधशत इ–ऄपधशष्ट प्रबंध धनयम, 2016 – के ईपबंधों के ऄनुसयर दकयय जयएगय। (14) व ह - : - व ह - अवयस-ऄनुकूल धवधनयधमत और आस संबंध में अंचधलक महययोजनय म ें धवशेष ईपबंध दकए जयएगं े अंचधलक महययोजनय के तैययर होन े और ऄनुमोददत तक, सधमधत उ ह ब धनयमों व धवधनयमों के ऄनुसयर व ह व ह के ऄनुपयलन करेगी। (15) वयहन जधनत प्रदषू ण:- वयहन जधनत प्रदषू ण की रोकथयम और धनयंत्रण लयगू धवधधयों के ऄनुसयर दकयय जयएगय। स्वच्छतर ईंधन जैसे दक सीएनजी, एलपीजी अदद के प्रयोग के प्रययस दकए जयएंग े । (16) औद्योधगक आकयआयय:ं - (i) सरकयरी रयजपत्र म ें आस ऄधधसूचनय के प्रकयशन की तयरीख को यय ईसके बयद पयररधस्थधतकी संवेदी जोन के भीतर दकसी नए प्रदषू णकयरी ईद्योग की स्थयपनय ऄनज्ञु यत नहीं की जययेगी। (ii) जब तक आस ऄधधसूचनय में धवधनर्ददष्ट न हो, पयररधस्थधतकी संवेदी जोन म ें केंरीय प्रदषू ण धनयंत्रण बोड ा द्वयरय फरवरी, 2016 में जयरी ददशयधनदेशों में दकए गए ईद्योगों के वगीकरण के ऄनुसयर केवल गरै प्रदषू णकयरी ईद्योगों की स्थयपनय ऄनुज्ञयत की जययेगी। आसके ऄधतररि, गरै -प्रदषू णकयरी कुटीर ईद्योगों को बढ़यवय ददयय जययेगय। (17) पहयड़ी ढलयनों कय सरं क्षण: - पहयड़ी ढलयनों कय संरक्षण धनम्नयनुसयर दकयय जययेगय: (क) अंचधलक महययोजनय में पहयड़ी ढलयनों के ईन क्षेत्रों को दशयायय जयएगय धजनमें दकसी भी संधनमयाण की ऄनुमधत नहीं होगी । (ख) धजन धवद्यमयन खड़ी पहयड़ी ढलयनों यय ढलयनों में ऄत्यधधक भू-क्षरण होतय ह,ै ईनमें कोइ भी संधनमयाण ऄनुज्ञयत नहीं दकयय जययेगय । (18) केर सरकयर और रयज्य सरकयर, अवश्यक , आस ऄधधसूचनय के उ ब को प्रभयवी ब , ऄय ईपयय वधनर्ददष्ट क । 4. पयररधस्थधतकी सवं दे ी जोन म ें प्रधतधषद्ध यय धवधनयधमत दकए जयन े वयल े यय सवं र्वधत दक्रययकलयपों की सचू ी - पयररधस्थधतकी संवेदी जोन म ें सभी दक्रययकलयप पययावरण (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1986 (1986 कय 29) के ईपबंधों और तटीय धवधनयमन जोन (सीअरजेड), 2011 और पययावरणीय प्रभयव अकलन (इअइए ) ऄधधसूचनय, 2006 और वन (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1980 (1980 69), भयरतीय वन ऄधधधनयम, 1927 (1927 16), वयजीव (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1972 (1972 53) के ईपबंधों तथय ईनम ें दकए गए संशोधनों द्वयरय शयधसत होंगे और नीच े दी गइ सयरणी म ें धवधनर्ददष्ट रीधत धवधनयधमत होंगे, ऄथयात ्:-- सयरणी क्रम स.ं दक्रययकलयप धववरण (1) (2) (3) क. प्रधतधषद्ध दक्रययकलयप 1. वयधणधज्यक खनन । (क) व व व व , ख ब व ब ह , व ( व व ह ख ) ख व ड़ व आ व ह ैं; (ख) टी.एन. व ब व 1995 ( ) 202 4 , 2006 गोवय फयईंडेशन बनयम भयरत व 2012 ( ) . 435 21 ऄप्रैल, 2014 के मयननीय ईच्चतम ययययलय खनन संबंधी दक्रययकलयप । II (ii) 7 2. ईद्योगों की स् थयपनय धजसके ऄंतगात प्रदषू ण पयररधस्थधत संवेदी जोन में नए ईद्योग और व (जल, वययु, मृदय, ध्वधन अदद) ईत्पन्न करने ईद्योगों कय धवस्तयर ऄनुमधत नहीं होगी। वयले नए तेल और गैस खोज ईद्योग भी हैं। जब तक दक आस प्रकयर ऄधधसूचनय में धवधनर्ददष्ट न हो, फरवरी, 2016 में केंरीय प्रदषू ण धनयंत्रण बोडा द्वयरय जयरी ददशयधनदशे ों में ईद्योगों के वगीकरण के ऄनुसयर पयररधस्थधत संवेदी जोन के भीतर केवल गैर- प्रदषू ण ईद्योगों की ऄनुज्ञय दी जयएगी। आसके ऄधतररि, गैर-प्रदषू ण कुटीर ईद्योगों को ह जयएगय। 3. बृहत तयप एवं वृहद जल धवद्युत लयगू धवधधयों के ऄनुसयर प्रधतधषद्ध (ऄ यथय ईपबंधधत के धसवयय) होंगे । पररयोजनयओं की स्थ यपनय । 4. दकसी खतरनयक पदयथा कय योग यय लयगू धवधधयों के ऄनुसयर प्रधतधषद्ध ( ईपबंधधत के धसवयय) होंगे । ईत्पयदन यय प्रस्संकरण । 5. प्रयकृधतक जल धनकययों यय भूधम क्षेत्र में लयगू धवधधयों के ऄनुसयर प्रधतधषद्ध ( ईपबंधधत के धसवयय) होंगे । ऄनुपचयररत बधहस्रयवों कय धनस्सयरण । 6. नइ अरय धमलों और लकड़ी अधयररत पयररधस्थधत संवेदी जोन के भीतर नइ और ईद्योगों की स्थयपनय। धवद्यमयन अरय धमलों कय व की ऄनुमधत नहीं होगी । 7. जलयवन लकड़ी कय वयधणधज्यक ईपयोग। लयगू धवधधयों के ऄनुसयर प्रधतधषद्ध ( ईपबंधधत के धसवयय) होंगे । 8. प्लयधस्टक बैगों कय ईपयोग। लयगू धवधधयों के ऄनुसयर प्रधतधषद्ध ( ईपबंधधत के धसवयय) होंगे। 9. ईंट भट्टों की स्थयपनय । लयगू धवधधयों के ऄनुसयर प्रधतधषद्ध ( ईपबंधधत के धसवयय) होंगे। ख.धवधनयधमत दक्रययकलयप 10. होटलों और की वयधणधज्यक पयररधस्थधत पयाटन दक्रययकलयपों ह लघु ऄस्थययी संरचनयओं के स्थयपनय। व संरधक्षत क्षेत्र की सीमय से एक दकलोमीटर भीतर यय पयररधस्थधत संवेदी जोन तक, आनमें जो धनकट ह , नए वयधणधज्यक होटल और ररसोटा की ऄनुमधत नहीं होगी। परंतु, संरधक्षत क्षेत्र की सीमय से एक दकलोमीटर के ब ह यय पयररधस्थधत संवेदी जोन तक, जो भी धनकट हो, व व ह ह । 11. संधनमयणा दक्रययकलयप । (क) संरधक्षत क्षेत्र की सीमय से एक दकलोमीटर के भीतर यय पयररधस्थधत संवेदी जोन तक, जो भी धनकट हो, दकसी भी प्रकयर के ये वयधणधज्यक संधनमयाण की ऄनुमधत नहीं होगी। बशते दक व व ब धल ख व लोगों को, पैरय 3 के ईप पैरय (1) में सूचीबद्ध दक्रययकलयपों सधहत योग के धलए, भूधम म ें भवन ईप-धवधधयों के ऄनुसयर संधनमयाण करने की ऄनुमधत दी जयएगी जैस े दक :- (i) धवद्यमयन सड़कों को चौड़य करनय, ईहें सुदढृ करनय और नइ सड़कों कय संधनमयणा ; (ii) बुधनययदी ढयंचों और नयगररक सुधवधयओं कय संधनमयाण और नवीकरण; (iii) फरवरी, 2016 में केंरीय प्रदषू ण धनयंत्रण बोडा द्वयरय दकए गए वगीकरण के ऄनुसयर गैर- प्रदषू णकयरी लघु ईद्योग; (iv) कुटीर ईद्योग, धजनके ऄंतगात ग्रयमीण ईद्योग भी हैं; सुधवधय भडयर और पयररधस्थधतकी पयाटन में सहययक स्थयनीय सुधवधयएं धजनमें ऄंतगात गृह अवयस भी ह; और (v) आस ऄधधसूचनय में सूचीबद्ध प्रोत्सयधहत दक्रययकलयप । 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)] (ख) बशते दक लयगू धनयमों और धवधनयमों, यदद कोइ हों, के ऄनुसयर सक्षम प्रयधधकयरी की पूवा ऄनुमधत से ऐसे लघु ईद्योगों, जो प्रदषू ण ईत्पन्न नहीं करते ह,ैं से संबंधधत संधनमयाण दक्रययकलयप धवधनयधमत दकए जयएंगे और व यूनतम होंग े। (ग) एक दकलोमीटर से अगे ये अंचधलक महययोजनय के ऄनुसयर धवधनयधमत होंगे । 12. वृक्षों की कटयइ । (क) रयज्य सरकयर के सक्षम प्रयधधकयरी की पूवा ऄनुमधत के धबनय वन भूधम यय सरकयरी यय रयजस्व यय धनजी भूधम पर वृक्षों की कटयइ नहीं होगी । (ख) वृक्षों की कटयइ केंरीय यय सबं ंधधत रयज्य के ऄधधधनयम यय ई के ऄधीन बनयए गए धनयमों के ईपबंधों के ऄनुसयर धवधनयधमत होगी । 13. फमों, कॉपोरेट, कंपधनयों द्वयरय बड़े पैमयने लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । पर वयधणधज्यक पशुधन संपदय और मुगीपयलन फयमों की स्थयपनय। 14. वन ईत्पयदों और गैर कयष्ठ वन ईत्पयदों लयग ूधवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । (एनटीएफपी) कय संग्रहण । 15. धवद्युत और संचयर टॉवर लगयने, और तयर- लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । भूधमगत केबल धबछयने को बढ़यवय धबछयने एवं ऄय बुधनययदी ढयंचे की ददयय जयएगय। व्यवस्थय । 16. नयगररक सुधवधयओं सधहत बुधनययदी ढयंचय। लयगू धवधधयों, धनयमों और धवधनयमों तथय जूदय ददशयधनदशे ों के ऄनुसयर ईपशमन ईपययों के सयथ दकयय जययेगय। 17. धवद्यमयन सड़कों को चौड़य करनय, ईह ें सुदढृ लयगू धवधधयों, धनयमों और धवधनयमों तथय जूदय ददशयधनदशे ों के ऄनुसयर ब और नइ सड़कों कय धनमयाण । ईपशमन ईपययों के सयथ दकयय जययेगय। 18. पयाटन से संबंधधत ऄय दक्रययकलयप जैसे दक लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । पयररधस्थधतकी संवेदी जोन क्षेत्र के उपर से गमा वययु के गुब्बयरे, हले ीकयप्टर, ड्रोन, मयआक्रोलयआट्स अदद ईड़यनय। 19. पवातीय ढ़लयनों और नदी तटों कय संरक्षण । लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । 20. रयधत्र में वयहन ययतयययत कय संचलन । लयगू धवधधयों के ऄधीन वयधणधज्यक प्रयोजन के धलए धवधनयधमत होगय । 21. प्रयकृधतक जल धनकययों यय भ ू क्षेत्र में जल धनकययों में ईपचयररत ऄपधशष्ट जल/बधहस्रयव के धनस्सयरण से बचय ईपचयररत/ऄपधशष्ट जल/बधहस्रयाव कय जयएगय। ईपचयररत ऄपधशष्ट जल के पुनचाक्रण और पुन:ईपयोग के प्रययस दकए धनस्सयरण । जयएंग े ऄयथय ईपचयररत ऄपधशष्ट जल/ बधहस्रयव कय धनस्सयरण लयगू धवधधयों के ऄनुसयर धवधनयधमत दकयय जयएगय। 22. वयधणधज्यक ईपयोग और सतही तथय भूजल लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । कय धनष्कषाण । II (ii) 9 23. कृधष यय ऄय ईपयोग के धलए खुले कुएं/ बोर समुधचत प्रयधधकयरी द्वयरय धवधनयधमत दकयय जयएगय तथय दक्रययकलयप की कुएं अदद कय धनमयाण । सख्त धनगरयनी की जयएगी। 24. िोस ऄपधशष् ट प्रबंधन/ जैव धचदकत्सीय लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत ह । ऄपधशष् ट प्रबंधन। 25. धवदशे ी प्रजयधतयों को लयनय । लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । 26. वयधणधज्यक संकेत बोडा और होर्डडग कय लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । ईपयोग । 27. पयररधस्थधतकी पयाटन। लयगू धवधधयों के ऄधीन धवधनयधमत होगय । ग. सवं र्वधत दक्रययकलयप 28. स्थयनीय जनतय द्वयरय ऄपनययी जय रही स्थयनीय जनतय के प्रयोग के धलए लयगू धवधधयों के ऄधीन आसकी ऄनुमधत वतामयन कृधष और बयगवयनी प्रथयओं के सयथ होगी । डेयररययं, दग्ु ध ईत्पयदन, जल कृधष और मत्स्य पयलन। 29. गैर प्रदषू णकयरी लघु ईद्योग । फरवरी, 2016 में केरीय प्रदषू ण बोडा द्वयरय जयरी ईद्योगों के वगीकरण के ऄनुसयर गैर-प्रदषू णकयरी ईद्योग तथय खतरे से रधहत लघु और सेवय ईद्योग, कृधष, पुष्प कृधष, बयगबयनी यय पयररधस्थधतकी संवेदी जोन स े ईत्पयद बनयन े वयले कृधष अधयररत ईद्योग को सक्षम प्रयधधकयरी से ऄनमु धत लेनी होगी। 30. जैधवक खेती। सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 31. सभी गधतधवधधयों के धलए हररत प्रौद्योधगकी सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । कय ऄंगीकरण । 32. वषया जल संचयन । सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 33. ग्रयमीण कयरीगरी सधहत कुटीर ईद्योग। सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 34. नवीकरणीय उजया और ईंधन कय प्रयोग । बययोगैस, सौर प्रकयश आत्ययदद को सदक्रय रुप से बढ़यवय ददयय जयएगय। 35. कृधष वयधनकी । सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 36. पयररधस्थधतकी ऄनुकूल ययतयययत कय योग । सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 37. कौशल धवकयस । सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 38. ऄवक्रधमत भूधम/व यय वयस-स्थलों की सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । बहयली । 39. पययावरणीय जयगरुकतय । सदक्र य रूप से बढ़यवय ददयय जयएगय । 5. धनगरयनी सधमधत.- केंरीय सरकयर, पययावरण (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1986 (1986 कय 29) की धयरय 3 की ईपधयरय (3) द्वयरय प्रदत्त शधियों कय प्रयोग करते हुए पयररधस्थधतकी संवदे ी जोन की प्रभयवी धनगरयनी के धलए मयनीटरी सधमधत गरित करती ह,ै जो धनम्नधलधखत से धमलकर बनेगी:-- (i) कलेक्टर, कडप्पय वयइएसअर धजलय -ऄध् यक्ष; (ii) रयज्य सरकयर द्वयरय नयमयंदकत दकए जयन े वयलय पयररधस्थधतकी और पययावरण के क्षत्रे कय -सदस् य; एक धवशेषज्ञ (iii) संभयगीय वन ऄधधकयरी (डब्लएू ल), प्रोड्दयतुर –सदस् य; 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(ii)] (iv) - , ( व ह व –सदस् य; ) (v) क्षेत्र कय वररष्ठ नगर योजनयकयर –सदस् य; (vi) अंध्र प्रदेश रयज्य प्रदषू ण धनयंत्रण बोड ा कय प्रधतधनधध –सदस् य; (vii) रयज् य सरकयर द्वयरय नयधमत दकए जयने वयलय जैव धवधवधतय कय एक धवशेषज्ञ –सदस् य; (viii) ईप वन संरक्षक (ऄभययरय के प्रभयरी) –सदस् य- व। 6. धवचयरयथ ाधवषय :- (1) धनगरयनी सधमधत आस ऄधधसूचनय के ईपबंधों के ऄनुपयलन की धनगरयनी करेगी। (2) धनगरयनी सधमधत कय कययाकयल तीन वष ा यय रयज्य सरकयर द्वयरय नइ सधमधत कय पनु : गिन दकए जयने तक होगय और बयद में धनगरयनी सधमधत रयज्य सरकयर द्वयरय गरित की जयएगी। (3) धनगरयनी सधमधत ईन दक्रययकलय को ऄनुज्ञयत नह करेगी जो भयरत सरकयर के तत्कयलीन पययावरण और वन मंत्रयलय की ऄधधसूचनयओं ऄथयात् पययावरण प्रभयव मल्ू ययंकन , 2006 .कय.अ.1533 (ऄ), तयरीख 14 धसतंबर, 2006 और तटीय धवधनयम जोन, 2011 . कय.अ 19 (ऄ), तयरीख 6 जनवरी, 2011 तथय आनम ें दकए गए पररवती संशोधनों की ऄनसु ूची के ऄंतगात अत े ह ैं और जो पयररधस्थधतकी संवेदी जोन की सीमय म ें भी अत े ह ैं धजनमें आस ऄधधसूचनय के पैरय-4 में दी गइ सयरणी म ें यथयधवधनर्ददष्ट प्रधतधषद्ध दक्रययकलयप भी शयधमल ह । व श्वेत श्रेणी के ईद्योगों को ही केरीय प्रदषू ण धनयंत्रण बोडा द्वयरय ‘’ईद्योगों के वगीकरण, 2016’’ के धलए जयरी मयगादशी धसद्धयंतों में धवधनर्ददष्ट मयनय जयएगय। (4) वे दक्रययकलयप, जो भयरत सरकयर के तत्कयलीन पययवा रण और वन मंत्रयलय की ऄधधसूचनय स.ं कय.अ. 1533(ऄ), तयरीख 14 धसतंबर, 2006 और कय.अ. 19 (ऄ), तयरीख 6 जनवरी, 2011 की ऄ सूची के ऄतं गता नहीं अते ह ैंऔर जो पयररधस्थधतकी संवेदी जोन की सीमय में अते ह,ैं ईनकी, आस ऄधधसूचनय के पैरय-4 में दी गइ सयरणी म ें यथय धवधनर्ददष्ट प्रधतधषद्ध दक्रययकलय के धसवयय, वयस्तधवक स्थल–धवधशष्ट दशयओं के अधयर पर धनगरयनी सधमधत द्वयरय संवीक्षय की जयएगी और ईह ेंसंबंधधत धवधनययमक प्रयधधकरणों को भेजय जयएगय। (5) धनगरयनी सधमधत कय सदस्य-सधचव यय ब ऐस े व्यधि के धवरुद्ध, जो आस ऄधधसूचनय के दकसी ईपबंध कय ईल्लघं न करतय ह,ै पययावरण (संरक्षण) ऄधधधनयम, 1986 की धयरय 19 के ऄधीन करन े के धलए सक्षम होगय । (6) धनगरयनी सधमधत प्रत्येक मयमले में अवश्यकतयओं के अधयर पर संबंधधत धवभयगों के प्रधतधनधधयों यय धवशेषज्ञों, औद्योधगक संघों के प्रधतधनधधयों यय संबंधधत पक्षों को व ऄपन े धवचयर-धवमश ा में सहययतय के धलए अमंधत्रत कर सकेगी। (7) धनगरयनी सधमधत प्रत्येक वषा 31 मयच ा की धस्थधत के ऄनुसयर ऄपनी वयर्वषक कयरावयइ ररपोट ा रयज्य के पययावरण, वन और जलवयय ु पररवतान मंत्रयलय वयजीव वयडान को, ईपयबधं IV म ें ददए गए प्रपत्र के ऄनुसयर, ईस वषा की 30 जून तक प्रस्तुत करेगी । (8) केरीय सरकयर कय पययावरण, वन और जलवययु पररवतान मंत्रयलय धनगरयनी सधमधत को ईसके कृत्यों के प्रभयवी धनवाहन के धलए ऐसे धनदेश दे सकेगय जो वह उ समझे । 7. आस ऄधधसूचनय के ईपबंधों को प्रभयवी बनयन े के धलए केंरीय सरकयर और रयज्य सरकयर, ऄधतररक्त ईपयय, यदद कोइ हों, धवधनर्ददष् ट कर सकेगी । 8. आस ऄधधसूचनय के ईपबंध भयरत के मयननीय ईच्चतम ययययलय यय ईच्च ययययलय यय रयष्र ीय हररत ऄधधकरण द्वयरय पयररत दकए गए यय पयररत वयले अदेश, यदद कोइ हो, के होंग े । [फय. स.ं 25/34/2016-इएसजेड] लधलत कपूर, वैज्ञयधनक ‘जी’